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बोकारो स्टील प्लांट और डालमिया भारत फाउंडेशन ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये
चर्चा में क्यों?
18 मई, 2022 को बोकारो में कौशल विकास केंद्र की स्थापना के लिये सेल-बोकारो स्टील प्लांट और डालमिया भारत फाउंडेशन के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गए।
प्रमुख बिंदु
- इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य डालमिया भारत फाउंडेशन के DIKSHA (डालमिया इंस्टीट्यूट ऑफ नॉलेज एंड स्किल हार्नेसिंग) केंद्र के माध्यम से आसपास के गाँवों में स्थानीय युवाओं को अल्पकालिक, प्लेसमेंट-आधारित पाठ्यक्रम प्रदान करने के लिये एक कौशल प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करना है।
- इस संयुक्त पहल के माध्यम से स्थानीय युवाओं के लिये बेहतर संभावनाएँ सुनिश्चित करने हेतु उन्हें प्रासंगिक कौशल प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा।
- इस योजना के तहत लाभार्थियों को कुछ मामूली शुल्क के साथ पाठ्यक्रमों की पेशकश की जा सकती है। सेल-बीएसएल बाद में झारखंड में स्थित अपनी खदानों में भी इसी तरह के केंद्र खोलने की संभावनाएँ तलाशेगा।
- गौरतलब है कि पिछले साल बीएसएल प्रबंधन ने अपनी सीएसआर योजना के तहत बोकारो के कौशल विकास पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत करने के लिये डालमिया भारत के सहयोग से बोकारो में एक कौशल विकास केंद्र स्थापित करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी थी।
- दोनों संगठन स्थानीय युवाओं को सशक्त बनाने के माध्यम से उन्हें बाज़ार के लिये तैयार करने हेतु प्रशिक्षण प्रदान करके अपने जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाकर समाज में परिवर्तन लाने के लिये एक सामान्य दृष्टिकोण और मूल्य प्रणाली साझा करते हैं।
- प्रत्येक पाठ्यक्रम में प्रारंभिक बैच की संख्या 30 होगी। इसके बाद मांग तथा भविष्य की संभावनाओं के अनुसार और पाठ्यक्रम जोड़े जाएंगे।
- केंद्र मुख्यरूप से बोकारो के परिधीय गाँवों में रहने वाले युवाओं को कौशल विकास प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। केंद्र के दो महीने की अवधि के भीतर परिचालन शुरू करने की संभावना है।
- समझौते के तहत जहाँ बीएसएल आवश्यक बुनियादी ढाँचा सहायता प्रदान करेगा, वहीं डालमिया भारत पर संकाय और प्लेसमेंट सहायता सहित केंद्र की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के प्रबंधन की ज़िम्मेदारी रहेगी।
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