पंचकुला स्थित निदेशालय ईएसआई के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन | हरियाणा | 20 Feb 2023
चर्चा में क्यों?
19 फरवरी, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय श्रम एवं रोज़गार मंत्री भूपेंद्र यादव ने हरियाणा के पंचकुला ज़िले के सेक्टर-14 स्थित निदेशालय ईएसआई स्वास्थ्य संरक्षण विभाग के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- भवन के उद्घाटन उपरांत मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि पंचकूला में ईएसआई के नवनिर्मित क्षेत्रीय कार्यालय के शुरू होने से हरियाणा के साथ-साथ पंजाब, हिमाचल आदि प्रदेशों के ईएसआई के बीमित व्यक्तियों की प्रशासनिक गतिविधियों को सुचारू ढंग से चलाया जा सकेगा।
- उन्होनें बताया कि प्रदेश में ईएसआई के माध्यम से लाभार्थियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जा रही है और हरियाणा में इस क्षेत्र में बेहतर कार्य हो रहा है।
- विदित है कि पहले ईएसआई और हरियाणा स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलग रूप से कार्य किया जाता था परंतु पिछले वर्ष आपसी सहमति से निर्णय लिया गया कि ईएसआई में न केवल बीमित व्यक्ति बल्कि अन्य लोग भी अपना इलाज करवा सकते हैं। इसी प्रकार हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में ईएसआई के बीमित लाभार्थी भी इलाज की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
- ज्ञातव्य है कि वर्तमान में हरियाणा में ईएसआई बीमाकृत व्यक्तियों की संख्या 25 लाख है।
- केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि पंचकूला के ईएसआई भवन की आधारशिला मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2018 में रखी थी और अब वर्ष 2023 में इस भवन ने कार्य करना शुरू कर दिया है।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने ईएसआई डिस्पेंसरी राई और बरही सोनीपत का शिलान्यास भी किया।
- भूपेंद्र यादव ने कहा कि ईएसआई डिस्पेंसरी राई (सोनीपत) के स्थापित होने के उपरांत ओद्यौगिक क्षेत्र राई, नाथूपुर, वजीदपुर, सबोली, बहालगढ़ के 28 हज़ार 10 बीमाकृतों व उनके परिवारों सहित 106440 लाभार्थियों को लाभ मिलेगा।
- इसी प्रकार ईएसआई डिस्पेंसरी बरही, गन्नौर, सोनीपत के बनने से ओद्यौगिक क्षेत्र बरही, गन्नौर व समालखा तक के 8 हज़ार 347 बीमित व्यक्तियों व उनके परिवारों सहित 31 हज़ार 720 लाभार्थी कवर होंगे।
- केंद्रीय मंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार के सहयोग से मानेसर और बावल में ईएसआई अस्पतालों का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। इसके अलावा रोहतक, अंबाला, सोनीपत और हिसार में भी ईएसआई अस्पताल स्थापित किये जाएंगे।
- उन्होंने बताया कि ईएसआई मेडिकल कॉलेज फरीदाबाद में पिछले वर्ष पहली बार कैथलैब की सुविधा भी आरंभ की गई है।
- विदित है कि ईएसआईसी एक ऐसी योजना है, जिसमें अधिकतम इलाज पर किसी भी प्रकार की रोक नहीं है।