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राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 20 Jan 2023
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राजकीय महाविद्यालयों में हुआ गांधी साहित्य एवं दर्शन कॉर्नर का उद्घाटन

चर्चा में क्यों?

19 जनवरी, 2023 को राजस्थान के परिवहन एवं सड़क सुरक्षा राज्य मंत्री तथा चूरू ज़िला प्रभारी मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला तथा ज़िला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने ज़िले के सरदारशहर मुख्यालय पर राजकीय एस बी डी कॉलेज एवं राजकीय कन्या महाविद्यालय में प्रभा खेतान फाउंडेशन के सहयोग से गांधी साहित्य एवं दर्शन कॉर्नर का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु 

  • प्रभारी मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला ने गांधी दर्शन पर विचार व्यक्त करते हुए बताया कि समय के साथ-साथ गांधी के विचार अधिक प्रासंगिक होते जा रहे हैं। गांधी ने दुनिया को सत्याग्रह नामक हथियार दिया और साबित किया कि बिना हिंसा के भी जीवन का कोई भी युद्ध लड़ा जाना संभव है।
  • उन्होंने बताया कि गांधी साहित्य एक मार्गदर्शक है। जीवन में साधन और साध्य दोनों पवित्र होने चाहिये। गांधी जी के दिखाए रास्ते पर चलते हुए सभी को सत्य और अहिंसा का पालन करना चाहिये।
  • राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष और महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के ज़िला संयोजक दुलाराम सहारण ने प्रभा खेतान फाउंडेशन का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि गांधी दर्शन जीवन का पथ प्रेरक है और अशांति और हिंसा के इस माहौल में अहिंसा और शांति का वातावरण स्थापित करने में गांधी साहित्य एवं दर्शन कॉर्नर अत्यंत उपयोगी साबित होंगे।
  • उन्होंने कहा कि राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा भी बेहतर रूप से संचालित होने वाले कॉर्नर में पुस्तकें उपलब्ध करवाई जाएंगी क्योंकि गांधी साहित्य की किताबें व्यक्तित्व का निर्माण करती हैं।

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सूक्ष्म और लघु उद्यमों के डिजिटलीकरण के लिये राजस्थान निर्यात संवर्द्धन परिषद और आरोह कंसल्टिंग के बीच करार

चर्चा में क्यों?

19 जनवरी, 2023 को राजस्थान के सूक्ष्म और लघु उद्यमों के डिजिटलीकरण के लिये राजस्थान निर्यात संवर्द्धन परिषद और आरोह कंसल्टिंग के बीच द्विपक्षीय करार पर उद्योग भवन में आरईपीसी के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा और आरोह कंसल्टिंग की निदेशक अरुंधति मुखर्जी ने हस्ताक्षर किये।

प्रमुख बिंदु 

  • आरईपीसी के मुख्य कार्यकारी पी.आर शर्मा ने बताया कि द्विपक्षीय करार के अनुसार आरईपीसी और आरोह समूचे प्रदेश में एमएसएमई के लिये डिजिटलीकरण और निर्यात सुविधा जैसे क्षेत्रों में कार्यक्रम चलाने के लिये पाठ्यक्रम और संकाय प्रदान करने पर सहयोग करने के लिये सहमत हुए हैं।
  • आरोह कंसल्टिंग की संस्थापक निदेशक अरुंधति मुखर्जी ने बताया कि सूक्ष्म और लघु उद्यमों को बढ़ाने, विदेशी बाज़ारों में विस्तार करने और एमएनसी के रूप में जाने जाने वाले एमएसएमई टैग को हटाने में मदद करने के लिये संस्था तत्पर रहेगी।
  • आरोह कंसल्टिंग के पास अपने बाज़ारों का विस्तार करने और अपनी प्रक्रियाओं को स्वचालित करने के लिये एमएसएमई का समर्थन करने में 7 वर्षों से अधिक का अनुभव है।
  • पी.आर शर्मा ने बताया कि समझौते के एक हिस्से के रूप में, आरोह सभी आकार के एमएसएमई के डिजिटलीकरण के लिये कम लागत वाले समाधान लाने हेतु प्रौद्योगिकी प्रदाताओं के साथ गठजोड़ करेगा। यह प्रशिक्षण के लिये एजेंडा भी विकसित करेगा और अगले 2 वर्षों में इसके लिये योग्य और अनुभवी फैकल्टी प्रदान करेगा।
  • उन्होंने बताया कि आरोह विभिन्न देशों के खरीदारों और व्यापार प्रतिनिधिमंडलों के साथ समन्वय करने के लिये भारत और विश्व स्तर पर संघों के साथ काम करेगा। राजस्थान में सूक्ष्म उद्यमों द्वारा नए-पुराने आईटी उपकरणों की सुविधा और उनका उपयोग करते हुए उन्हें व्यापार प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने में मदद करेगा।
  • उन्होंने बताया कि इससे सूक्ष्म और लघु उद्यमों को अपने व्यवसायों को बेहतर बनाने के लिये डेटा रहित निर्णय लेने के लिये आवश्यक सभी व्यावसायिक डेटा तक पहुँच बनाने में मदद मिलेगी। इससे प्रदेश की एमएसएमई इकाईयाँ अपने उत्पादों की मांग और उपलब्धता के आधार पर देश-विदेश में कारोबार को नई दिशा दे सकेगी।

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