झारखंड में नए साल से प्री-पेड मोड में काम करने लगेंगे स्मार्ट मीटर | झारखंड | 19 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
18 दिसंबर, 2022 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के राँची में जनवरी से स्मार्ट मीटर प्री-पेड मोड में काम करने लगेंगे। इसमें पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए एक हज़ार मीटरों को प्री-पेड स्मार्ट मीटर में बदला जाएगा, जिसकी शुरुआत 10 जनवरी से की जाएगी।
प्रमुख बिंदु
- झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) की आइटी सेल ने डाटा सैंपल सर्वे रिपोर्ट को सही पाया, जिसके बाद इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिल गयी है। राँची शहर के अंदर कुल 3.5 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। इसके पहले चरण के तहत 45 हज़ार स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
- स्मार्ट मीटर में चिप लगाई गई है तथा मोबाइल टावर्स के माध्यम से बिजली कंपनियों में लगे रिसीवर तक इसका सिग्नल पहुँचेगा। नेटवर्क की समस्या न रहे, इसके लिये बेसमेंट के बाहर मीटर लगाए जा रहे हैं।
- नेटवर्क फ्रिक्वेंसी के सहारे मीटर पहले हेड एंड सिस्टम (एचईएस) को डाटा ट्रांसफर करेगा। इसके बाद जेनरेट डाटा डिकोड होकर मीटर डाटा मैनेजमेंट सिस्टम से होते हुए बिलिंग साइकिल के तहत टैरिफ कैलकुलेशन के बाद सॉफ्टवेयर की मदद से फाइनल बिल के तौर पर उपभोक्ता के पास मैसेज चला जाएगा।
- स्मार्ट मीटरिंग के बाद राँची में बिजली चोरी व अन्य तरीके से जेबीवीएनएल को होने वाले लाइन लॉस से छुटकारा मिल जाएगा। वतर्मान में करीब 20 फीसदी बिजली लाइन लॉस में चली जाती है। इसके अलावा ऊर्जा मित्रों द्वारा मीटर रीडिंग के दौरान होने वाली चूक, गलत बिल आदि की समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा।
- उपभोक्ता प्रीपेड स्मार्ट मीटर पर लगे डिस्प्ले स्क्रीन के माध्यम से आसानी से वर्तमान, शेष बिजली बिल, बिजली की शेष राशि व खपत संबंधी आकलन स्वयं कर सकेंगे।
- इसमें 200 रुपए के न्यूनतम रिचार्ज पर उपभोक्ता बिजली का उपयोग कर सकेंगे तथा खपत के आधार पर यह अधिकतम 20 हज़ार या फिर विशेष परिस्थितियों में कमर्शियल यूज़र्स के लिये यह राशि ज़्यादा भी हो सकती है। राशि खत्म होने के बाद बिजली अपनेआप कट जाएगी। हालाँकि, जैसे-जैसे पैसे खत्म होते जाएंगे, वार्निंग के तौर पर उपभोक्तओं के मोबाइल पर लगातार मैसेज आता रहेगा।
- गौरतलब है कि जेबीवीएनएल की ओर से बकाए का भुगतान करने के बाद केंद्र सरकार द्वारा पावर एक्सचेंज व आधुनिक पावर से बिजली पर लगाई गई रोक हटा दी गई है।
तीनदिवसीय ‘गूंज महोत्सव’की शुरुआत | झारखंड | 19 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
18 दिसंबर, 2022 को झारखंड के राँची के सिल्ली में तीनदिवसीय ‘गूंज महोत्सव’की शुरुआत हुई, जिसका उद्घाटन झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस द्वारा किया गया।
प्रमुख बिंदु
- ‘गूंज महोत्सव’के उद्घाटन से पहले राज्यपाल रमेश बैस ने राँची के सिल्ली कॉलेज में उच्चस्तरीय लाइब्रेरी और स्टडी सेंटर का ऑनलाइन शुभारंभ किया। स्टडी सेंटर का संचालन झारखंड स्टेट ओपेन यूनिवर्सिटी द्वारा किया जाएगा।
- ‘गूंज महोत्सव’में एक साथ 5001 कलाकारों ने ‘छऊ नृत्य कार्निवाल’और 1500 युवाओं ने सांस्कृतिक प्रदर्शन किया।
- इस अवसर पर गूंज महोत्सव के संरक्षक सह विधायक सुदेश कुमार महतो ने बताया कि झारखंडी संस्कृति एवं परंपरा की विरासत का जतन करने की कोशिशों के साथ शुरू गूंज महोत्सव ने अपने यादगार सफर के साथ क्षेत्र के विकास और समाज के सशक्तीकरण में निर्णायक भूमिका अदा की है। इसके दारोमदार गूंज परिवार से 74 हज़ार परिवार जुड़े है।
- समारोह में शामिल इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के सुब्रतो दास ने छऊ नृत्य को पारंपरिक नृत्य के तौर पर इस रिकॉर्ड्स में शामिल करने की घोषणा की, इसके साथ ही उन्होंने सुदेश कुमार महतो को रिकॉर्ड्स से जुड़ा मेडल पहनाया।
- गूंज महोत्सव के आयोजन स्थल सिल्ली स्टेडियम में ग्रामीण परिवेश की थीम पर सिल्ली हाट का निर्माण किया गया है। इस हाट में लगभग 100 स्टॉल लगाए गए हैं। एसएचजी से जुड़ी महिलाओं ने भी कई स्टॉल लगाए हैं।