मुख्यमंत्री ने ‘न्याय के चार साल’एवं ‘न्याय के रास्ते-सबके वास्ते’ पुस्तकों का किया विमोचन | छत्तीसगढ़ | 19 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
17 दिसंबर, 2022 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के अवसर पर अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में जन संपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित दो पुस्तकों ‘न्याय के चार साल’एवं ‘न्याय के रास्ते-सबके वास्ते’का विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु
- ‘न्याय के चार साल’ पुस्तक राज्य सरकार की चार वर्ष की उपलब्धियों और जनहितकारी फैसलों पर केंद्रित है। इस पुस्तक में छत्तीसगढ़ सरकार की फ्लैगशिप योजना के साथ अन्य जन-कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की जानकारी शामिल है।
- इसी प्रकार ‘न्याय के रास्ते-सबके वास्ते’पुस्तक शासन के विभिन्न विभागों द्वारा संचालित जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी पर केंद्रित है। इस पुस्तक में योजना का नाम, उद्देश्य, शर्त, पात्रता, प्रावधान एवं संपर्क सूत्र की जानकारी दी गई है।
- छत्तीसगढ़ सरकार के न्याय के संकल्प को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से जन-संपर्क विभाग द्वारा इन पुस्तकों का प्रकाशन किया गया है, ताकि लोगों को शासन के सभी विभागों द्वारा संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी हो तथा वे उनका लाभ उठाकर अपने जीवन-स्तर को बेहतर बना सकें।
‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’ | छत्तीसगढ़ | 19 Dec 2022
चर्चा में क्यों?
17 दिसंबर, 2022 को छत्तीसगढ़ गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में वृक्षों के व्यावसायिक उपयोग को बढ़ावा देने की अपार संभावनाओं को देखते हुए ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’लागू किये जाने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- इस योजना का उद्देश्य निजी भूमि पर वृक्षारोपण को प्रोत्साहन देकर काष्ठ आधारित उद्योगों को बढ़ावा देना तथा आय व रोज़गार के अवसर को बढ़ाना है।
- मुख्यमंत्री ने राज्य में निजी भूमि पर वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के संबंध में ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना’का प्रस्ताव तैयार कर मंत्रिपरिषद की आगामी बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
- मुख्यमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा’की घोषणा करते हुए इस योजना के लिये 100 करोड़ रुपए देने की घोषणा की।
- इसके अलावा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सभी शालाओं, छात्रावासों, आश्रमों, शासकीय भवनों के रखरखाव और उन्नयन के लिये 1000 करोड़ रुपए एवं तकनीकी शिक्षा के स्तर में सुधार हेतु औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं के उन्नयन के लिये ‘स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट आईटीआई योजना’की घोषणा करते हुए इस योजना हेतु 1200 करोड़ रुपए देने की घोषणा की।