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स्व. सर शिवसागर रामगुलाम जी की जयंती पर राजकीय समारोह का आयोजन
चर्चा में क्यों?
- 18 सितंबर, 2023 को पटना के गांधी मैदान में मारिशस के प्रथम मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री एवं छठे गवर्नर-जनरल स्व. सर शिवसागर रामगुलाम की प्रतिमा के समीप राजकीय समारोह का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्व. सर शिवसागर रामगुलाम जी की जयंती के अवसर पर उनकी आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
- इस अवसर पर सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती पूजन, भजन-कीर्तन एवं बिहार गीत का गायन किया गया।
- सर शिवसागर रामगुलाम
- सर शिवसागर रामगुलाम मारिशस के प्रथम मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री एवं छठे गवर्नर-जनरल थे।
- वे 1968 से 1982 तक मारिशस के प्रधानमंत्री थे। वे हिन्दू धर्म के अनुयायी, हिन्दी भाषा के पक्षधर और भारतीय संस्कृति के पोषक थे।
- इनके कार्यकाल में हिन्दी के पठन-पाठन में बहुत प्रगति हुई। विपरीत परिस्थितियों और अभाव के रहते हुए भी उन्होंने हिन्दी के विकास में कोई कमी नहीं रखी।
- उन्होंने ही सर्वप्रथम विश्व हिन्दी सचिवालय की स्थापना का विचार दिया था।
- सर शिवसागर राम गुलाम को मॉरीशस के राष्ट्रपिता का दर्जा प्राप्त है।
- बिहार के भोजपुर ज़िले के हरिगाँव को मॉरीशस के राष्ट्रपिता सर शिवसागर रामगुलाम के पुर्वजों की भूमि के नाम से भी जाना जाता है।
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पटना में खुलेगा जीएसटी ट्रिब्यूनल बेंच
चर्चा में क्यों?
- 18 सितंबर, 2023 को बिहार की राजधानी पटना में जीएसटी ट्रिब्यूनल जल्द ही शुरू करने की अधिसूचना जारी कर दी गई है। जीएसटी ट्रिब्यूनल बेंच बनने के बाद कारोबारी पटना हाइकोर्ट के बदले जीएसटी ट्रिब्यूनल में जा सकेंगे।
प्रमुख बिंदु
- जीएसटी कानून के तहत विभागीय कार्रवाई में कारोबारियों पर निकाली गई डिमांड पर पहली अपील कमिश्नर के पास की जाती है अगर कोई कारोबारी कमिश्नर की सुनवाई से संतुष्ट न हो तो उन्हें पटना हाइकोर्ट जाना पड़ता है।
- जीएसटी ट्रिब्यूनल में रजिस्ट्रशन रिजेक्ट रिफंड, इ-वे बिल,आइटीसी से संबंधित मामले और विवादित जीएसटी संबंधित मामलों का कम समय में निबटारा होगा।
- जीएसटी ट्रिब्यूनल में 4 सदस्यों की नियुक्ति होगी, जिसमें दो न्यायिक और दो टेक्निकल सदस्य होंगे।
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वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बनेगा गैंडा और गिद्ध संरक्षण केंद्र, बिहार सरकार ने बनाई ‘राइनो टास्क फोर्स’
चर्चा में क्यों?
- 17 सितंबर, 2023 को मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बिहार सरकार ने वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में गैंडों के संरक्षण के उपाय सुझाने के लिये ‘राइनो टास्क फोर्स’ गठित करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसकी सिफारिशों के आधार पर वीटीआर में गैंडा संरक्षण योजना शुरू होगी।
प्रमुख बिंदु
- सूत्रों के अनुसार बिहार में गैंडा और गिद्ध संरक्षण को केंद्र सरकार ने अपनी योजना में शामिल कर लिया है। साथ ही आर्थिक मदद के तौर पर पहली किस्त की राशि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को भेजने की शुरुआत भी कर दी है।
- विभाग ने गैंडा और गिद्ध का संरक्षण फिलहाल वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में करने की योजना बनाई है। इस पर सैद्धांतिक रूप से काम शुरू हो गया है। अगले दो वर्षों में वीटीआर में गैंडा बाहुल्य क्षेत्रों को पाँच प्रतिशत तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
- गैंडों को भीड़-भाड़ वाले इलाकों से बाहर निकाला जाएगा और वीटीआर में चिह्नित क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाएगा। संभावित क्षेत्रों के रूप में गनौली और मदनपुर की पहचान की गई है।
- इस योजना का उद्देश्य गैंडों को प्रजनन और अपनी संख्या बढ़ाने के लिये अधिक जगह उपलब्ध कराना है। फिलहाल वीटीआर में केवल एक गैंडा और पटना चिड़ियाघर में 14 गैंडे हैं।
- विलुप्त हो रहे गिद्धों को राज्य में संरक्षण के लिये वीटीआर का चयन किया गया है। वहाँ ऐसे स्थानों की पहचान की जा रही है जहाँ गिद्ध दिखते हैं। उन जगहों पर गिद्धों के खाने की व्यापक व्यवस्था की जाएगी। साथ ही टावर बनाकर गिद्धों पर निगरानी रखी जाएगी। एंटी पोचिंग कैंप बनाए जाएंगे। राज्य में फिलहाल गिद्ध वीटीआर के अलावा सुपौल ज़िले में कुछ संख्या में दिखते हैं।
- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एपीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) प्रभात कुमार गुप्ता ने बताया कि बाघ के बाद राज्य में गैंडा और गिद्ध संरक्षण को केंद्र सरकार ने अपनी योजना में शामिल कर लिया है। अब हर साल आर्थिक मदद मिल सकेगी।
- गिद्ध संकटग्रस्त प्रजातियों की श्रेणी में आ गए हैं। इनको बचाने के लिये दुनियाभर में प्रयास हो रहे हैं। इनके सहित ‘गैंडा संरक्षण योजना’ पर पिछले साल राज्य योजना से खर्च की गई थी। इसे बचाने के लिये क्षेत्र का चयन किया गया और लोगों में जागरूकता का प्रयास शुरू हुआ।
- पटना जू में 20 से 22 सितंबर तक ‘राइनो वीक’ मनाया जाएगा। जू प्रशासन ने बताया कि असम से लाए गए ब्लैक पैंथर और राइनो के एडॉप्शन के लिये इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और एसबीआई को प्रस्ताव भेजा गया है। अगर उनकी सहमति हुई, तो 22 सितंबर को इनका एडॉप्शन समारोह होगा।
- 20 सितंबर को एक्सपर्ट मीट का आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न जू जैसे असम जू, वेस्ट बंगाल, उत्तर प्रदेश, नयी दिल्ली के राइनो एक्सपर्ट भाग लेंगे। 21 सितंबर को राइनो क्विज, राइनो केयर का डिस्प्ले, थीमेटिक पॉट पेंटिंग कंपीटिशन का आयोजन किया जाएगा।
- विदित है कि हर साल 22 सितंबर को ‘विश्व राइनो दिवस’ मनाया जाता है। पटना जू का राइनो के संरक्षण में अहम योगदान रहा है। यहाँ राइनो ब्रीडिंग सेंटर भी है। ऐसे में यहाँ आने वाले लोगों को इसके बारे में जानने का मौका मिलेगा।
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