लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

राजस्थान स्टेट पी.सी.एस.

  • 19 Sep 2022
  • 0 min read
  • Switch Date:  
राजस्थान Switch to English

512 नवीन इंदिरा रसोइयों का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

18 सितंबर, 2022 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 512 नई इंदिरा रसोइयों का शुभारंभ किया। इन नवीन रसोइयों के संचालन के बाद प्रदेश में इंदिरा रसोइयों की संख्या बढ़कर 870 हो जाएगी।

प्रमुख बिंदु 

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के विभिन्न ज़िलों के इंदिरा रसोई संचालकों को सम्मानित भी किया। उन्होंने उत्कृष्ट कार्य कर रहीं सहयोगी संस्थाओं, पैंथर एजुकेशन सोसायटी जोधपुर, विद्या जन-जागरण संस्थान धौलपुर, श्रीनाथ शिक्षण प्रशिक्षण व स्वास्थ्य एवं सोशल वेलफेयर सोसायटी रावतसर के प्रतिनिधियों को प्रोत्साहन राशि, मोमेन्टो तथा साफा पहनाकर एवं श्री मानव सेवा समिति भीलवाड़ा, टच स्टोन फाउंडेशन जयपुर तथा मेवाड़ विकलांग सेवा संस्थान चित्तौड़गढ़ के प्रतिनिधियों को प्रशस्ति-पत्र एवं मोमेन्टो देकर सम्मानित किया।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में स्व. इंदिरा गांधी ने सबसे पहले गरीबों, पिछड़ों एवं वंचितों के कल्याण के लिये ‘गरीबी हटाओ’का नारा दिया था। इसी भाव से आमजन को पूरे सम्मान एवं सेवा भाव के साथ पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिये राज्य सरकार द्वारा ‘इंदिरा रसोई योजना’का संचालन किया जा रहा है।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘कोई भूखा न सोए’के संकल्प के साथ शुरू की गई ‘इंदिरा रसोई योजना’के माध्यम से कोरोना काल में 72 लाख लोगों को सरकार द्वारा पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया गया। कोरोना काल में आर्थिक रूप से कमज़ोर लोगों के लिये नि:शुल्क भोजन की भी व्यवस्था की गई।
  • इस योजना का लाभ विद्यार्थियों एवं श्रमिकों सहित सभी वर्ग के लोगों को मिल रहा है। इस योजना के माध्यम से आमजन को मात्र 8 रुपए में पौष्टिक एवं भरपेट भोजन उपलब्ध हो रहा है। सरकार इस योजना में 17 रुपए प्रति थाली अनुदान दे रही है।
  • अब तक 358 इंदिरा रसोइयों से 7 करोड़ से ज़्यादा पौष्टिक एवं स्वादिष्ट भोजन की थालियाँ आमजन को परोसी जा चुकी हैं। 512 नई रसोइयों की स्थापना से इस संख्या को लगभग 14 करोड़ तक पहुँचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जल्द ही और रसोइयाँ शुरू कर बजट घोषणा के अनुसार इंदिरा रसोइयों की संख्या 1000 की जाएगी।

राजस्थान Switch to English

जोधपुर में स्थापित होगी क्रिकेट अकादमी

चर्चा में क्यों?

18 सितंबर, 2022 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर के बरकतुल्लाह खाँ स्टेडियम में नवीनीकरण कार्यों के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए जोधपुर में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की क्रिकेट अकादमी स्थापित करने की घोषणा की।

प्रमुख बिंदु 

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आसीए) और जोधपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) के मध्य समझौता-पत्र (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किये गए। इसमें आरसीए तथा जेडीए के सचिव ने हस्ताक्षर किये। इसी के साथ स्टेडियम के प्रबंधन और संचालन की ज़िम्मेदारी जेडीए ने आरसीए को सौंप दी।
  • उल्लेखनीय है कि जोधपुर विकास प्राधिकरण द्वारा 31 करोड़ रुपए की लागत से बरकतुल्लाह खाँ स्टेडियम में विभिन्न नवीनीकरण कार्य करवाए गए हैं। इनमें खिलाड़ियों के लिये जिम, 26 हज़ार कुर्सियाँ, फिजियो रूम, एंटी डोपिंग रूम, प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल, मीडिया रूम के अलावा मुख्य मैदान और प्रैक्टिस मैदान में दो लाल मिट्टी और तीन काली मिट्टी की पिच अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप बनाई गई हैं।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाला बजट युवाओं को समर्पित होगा, जिनमें खिलाड़ी भी शामिल हैं। उन्होंने युवाओं को बजट को लेकर सुझावों की अपील की और कहा कि बजट के समय सुझावों पर गंभीरतापूर्वक विचार कर सर्वहितकारी बजट बनाया जाएगा।
  • उन्होंने वैश्विक ज़रूरतों के अनुरूप शिक्षा के लिये अंग्रेज़ी माध्यम स्कूलों के संचालन तथा ‘मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना’ का ज़िक्र करने के साथ ही प्रदेश की एक करोड़ 35 लाख महिलाओं को स्मार्ट फोन देने की बात कही, जिसमें 3 साल तक इंटरनेट सुविधा नि:शुल्क मिलेगी। इससे बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई आदि में सुगमता होगी।

राजस्थान Switch to English

प्रदेश की पहली हस्तशिल्प नीति और राजस्थान एमएसएमई नीति-2022 हुई जारी

चर्चा में क्यों?

17 सितंबर, 2022 को राजस्थान की उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत ने प्रदेश की पहली हस्तशिल्प नीति और राजस्थान एमएसएमई नीति-2022 जारी की। इससे न केवल प्रदेश में औद्योगिक विकास होगा, बल्कि शिल्पकार, दस्तकार और कारीगरों के रोज़गार के अवसर भी बढ़ेंगे।

प्रमुख बिंदु 

  • मंत्री शकुंतला रावत जयपुर में राजस्थान एमएसएमई दिवस के मौके पर आयोजित उद्योग रत्न एवं निर्यात पुरस्कार समारोह को संबोधित कर रही थीं। वाणिज्य मंत्री ने इस अवसर पर राजस्थान की हस्तकलाओं पर तैयार की गई कॉफी टेबल बुक ‘राजस्थानी कारीगरी’का विमोचन भी किया।
  • इस अवसर पर प्रदेश में निर्यात संवर्धन के प्रोत्साहन के लिये 29 निर्यातकों को निर्यात प्रोत्साहन अवार्ड्स और विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिये 13 उद्यमियों को उद्योग रत्न अवार्ड्स से भी सम्मानित किया गया।
  • इसके अलावा इन्वेस्ट राजस्थान समिट के लिये 29 उद्यमियों के साथ 14 हज़ार करोड़ रुपए के निवेश एमओयू का भी आदान-प्रदान हुआ।
  • उद्योग मंत्री ने कहा कि राज्य की प्रथम हस्तशिल्प नीति लागू होने से टेक्सटाइल, मेटल एंड वुड, कारपेट, दरी, नमदा, सेरेमिक एवं क्लेआर्ट, पेन्टिंग, लेदर क्राफ्ट, ज्वैलरी आदि के दस्तकारों को लाभ होगा एवं हस्तशिल्प के क्षेत्र में आगामी 5 वर्षों में 50 हज़ार से अधिक नए रोज़गार के अवसर उपलब्ध होंगे।
  • उन्होंने कहा कि राजस्थान हस्तशिल्प नीति-2022 का उद्देश्य हस्तशिल्पियों के उत्थान के लिये बेहतर मार्केटिंग की व्यवस्था, परंपरागत कलाओं एवं विलुप्त होती कलाओं को पुनर्जिवित करना और रोज़गार के नए अवसर सृजित करना है।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2