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राज्य के विश्वविद्यालयों में एनईपी लागू करने के लिये ड्राफ्ट तैयार
चर्चा में क्यों?
हाल ही में झारखंड राज्य सरकार द्वारा यूजीसी की ओर से एनईपी लागू करने के लिये दिये गए प्रारूप के आधार पर राज्य के सभी सात विश्वविद्यालयों में इसी अकादमिक सत्र से नई शिक्षा नीति-2022 (एनईपी) लागू करने के लिये ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है।
प्रमुख बिंदु
- इसके अनुसार स्नातक अब चारवर्षीय होगा। साथ ही एक वोकेशनल विषय पढ़ना अनिवार्य होगा। इसके अलावा कोर में दो नए अनिवार्य विषय शामिल किये गए हैं।
- ड्राफ्ट उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग को सौंपा जाना है। इस पर स्वीकृति मिलने के बाद सभी विश्वविद्यालय सिलेबस तैयार कर सब्जेक्ट मैपिंग करेंगे, जिसके बाद यह चांसलर पोर्टल पर डाला जाएगा।
- गौरतलब है कि उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग की ओर से राज्य के विश्वविद्यालयों में एनईपी-2022 लागू करने के लिये एक कमेटी गठित की गई थी, जिसकी बैठक 2 से 14 जुलाई तक चली।
- प्रारूप के तहत चारवर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम 160 क्रेडिट का होगा, प्रति सेमेस्टर 20 क्रेडिट होंगे। तीन सेमेस्टर तक वोकेशनल का एक विषय और कोर के दो नए विषय पढ़ना अनिवार्य होगा। इसके बाद जिस विषय में प्रदर्शन अच्छा होगा, उसी में आगे की पढ़ाई विद्यार्थी कर सकेंगे।
- विषयों को बहुविषय (मल्टीडिसिप्लीनरी) बनाया गया है। कोर में जो दो नए विषय जुड़ने जा रहे हैं, उनमें अंडरस्टैंडिंग इंडिया और मैथेमेटिकल एनालिसिस एंड कंप्यूटेशनल थिंकिंग शामिल हैं।
- वोकेशनल विषयों में बीबीए, बीसीए, हेल्थ एंड हाइजीन एंड योगा वेलनेस अनिवार्य विषय के रूप में डाले गए हैं। इनमें एक विषय पढ़ना होगा।
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