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चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ उद्योग श्रेणी में एनटीपीसी बरौनी को मिला शीर्ष पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
17 जून, 2023 को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कार समारोह में एनटीपीसी बरौनी को सर्वश्रेष्ठ उद्योग श्रेणी में शीर्ष पुरस्कार प्रदान किया।
प्रमुख बिंदु
- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की उपस्थिति में एनटीपीसी के सीएमडी गुरदीप सिंह और एनटीपीसी बरौनी के परियोजना प्रमुख राजीव खन्ना को यह पुरस्कार प्रदान किया।
- यह देश का चौथा राष्ट्रीय जल पुरस्कार-2022 है। कार्यक्रम में 11 विभिन्न श्रेणी में 41 विजेताओं को सम्मानित किया गया।
- एनटीपीसी ने पर्यावरण को संरक्षित करने के लिये निरंतर और समर्पित प्रयास किये हैं तथा इन प्रयासों ने इसकी सफलता में एक प्रमुख भूमिका निभाई है।
- एनटीपीसी ने जल संसाधनों के संरक्षण और प्रभावी प्रबंधन के लिये कई नवीन पहलों को लागू किया है। एनटीपीसी की कोशिशों से न केवल पानी की बचत हुई है, बल्कि इससे पर्यावरणीय प्रभावों में भी कमी आई है।
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चतुर्थ राष्ट्रीय जल पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में बिहार को मिला तृतीय पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
17 जून, 2023 को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कार समारोह में सर्वश्रेष्ठ राज्यों की श्रेणी में बिहार को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया।
प्रमुख बिंदु
- उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की उपस्थिति में बिहार के ग्रामीण विकास विभाग के सचिव डॉ. एन. सरवण कुमार तथा जल जीवन हरियाली मिशन के मिशन निदेशक राहुल कुमार को यह पुरस्कार प्रदान किया।
- जल जीवन हरियाली मिशन के मिशन निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि जल जीवन हरियाली अभियान की प्रशंसा आज देश-दुनिया के कई मंचों से हो रही है। पर्यावरण संरक्षण तथा जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों को लक्षित ऐसा राज्यव्यापी अभियान चलाने वाला बिहार देश का पहला राज्य है। भारत सरकार के केंद्रीय भूमि जल बोर्ड ने भी अपनी रिपोर्ट में इस अभियान की सराहना करते हुए राज्य के भू-गर्भ जल में बढ़ोतरी प्रतिवेदित किया है।
- उन्होंने बताया कि साढ़े तीन वर्षों की संचालन अवधि में जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत लगभग तीस हज़ार सार्वजनिक तालाबों, पोखरों, आहरों, पईनों एवं कुँओं को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है। अस्सी हज़ार से अधिक सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं का जीर्णोद्धार कराया गया है।
- भू-गर्भ जल के स्तर में अभिवृद्धि के उद्देश्य से राज्य भर में सार्वजनिक कुँओं एवं चापाकलों के किनारे लगभग डेढ़ लाख सोख्ता का निर्माण कराया गया है। छोटी-छोटी नदियों, नालों एवं पहाड़ी क्षेत्रों के जल संग्रहण क्षेत्रों में लगभग दस हज़ार चेक डैम एवं जल संचयन की अन्य संरचनाओं का निर्माण कराया गया है।
- लगभग पैंतीस हज़ार नए जल स्रोत सृजित किये गए हैं। साढ़े तेरह हज़ार सार्वजनिक भवनों पर छत वर्षा जल संचयन का कार्य कराया गया है। अभियान के अंतर्गत कृषि कार्यों में सूक्ष्म सिंचाई पद्धति पर भी बल दिया जा रहा है।
- विदित है कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 2 अक्टूबर, 2019 को जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को कम करना तथा पर्यावरण संरक्षण है।
- इस अभियान के अंतर्गत राज्य भर में 11 चिह्नित अवयवों का क्रियान्वयन किया जा रहा है, जिसमें सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं को अतिक्रमण मुक्त कराना, उनका जीर्णोद्धार, छत वर्षा जल संचयन, व्यापक स्तर पर सोख्ता निर्माण, नए जल स्रोतों का सृजन तथा सूक्ष्म सिंचाई जैसे कार्य सम्मिलित हैं।
- राज्य के 15 विभागों के समन्वय से संचालित इस अभियान का का अनुश्रवण ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत जल-जीवन- हरियाली मिशन के स्तर से किया जा रहा है।
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