हरियाणा Switch to English
महाभारतकालीन रेत और क्रिस्टल की प्राप्ति
चर्चा में क्यों?
हाल ही में कुरुक्षेत्र के गाँव बिहोली में सरस्वती सरोवर की खुदाई के दौरान हिमालय में पाई जाने वाली महाभारतकालीन रेत और क्रिस्टल मिले हैं।
प्रमुख बिंदु
- ओएनजीसी और केंद्रीय जल आयोग के शोध के अनुसार यह रेत सरस्वती नदी के बहने वाले मार्ग पर मिलती है।
- उल्लेखनीय है कि ऐसी रेत व क्रिस्टल सरस्वती नदी के प्रवाह मार्ग में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान व गुजरात में भी मिले हैं।
- वेदों और महाभारत में यह कहा गया है कि सरस्वती नदी रेगिस्तान (संभवत: थार के मरूस्थल) में सूख गई थी। यद्यपि हिंदू मत यह है कि सरस्वती नदी का प्रवाह आज भी भूमि के नीचे होता है और यह प्रयागराज में गंगा और यमुना से मिलती है। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि दक्षिणी अफगानिस्तान की हेलमंड नदी सरस्वती नदी के समान है।
- सिंधु सभ्यता के दौरान सरस्वती एक बड़ी नदी थी, जिसे सतलज और यमुना से जल की प्राप्ति होती थी। परंतु इस क्षेत्र में हुई भूगर्भीय हलचलों के कारण सिंधु तंत्र से यमुना पृथक् हो गई। इसके पश्चात् सरस्वती में जल का प्रवाह कम हो गया तथा इसके अपवाह क्षेत्र में कमी आ गई और यह सूख गई।
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