उत्तर प्रदेश Switch to English
संजय गांधी पीजीआई में रोबोट से दो बच्चों का जटिल ऑपरेशन
चर्चा में क्यों?
18 फरवरी, 2022 को संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस लखनऊ (पीजीआई) में पहली बार रोबोट से दो बच्चों का जटिल ऑपरेशन कर डॉक्टरों ने उन्हें नया जीवन दिया।
प्रमुख बिंदु
- पीजीआई, लखनऊ रोबोट के माध्यम से बच्चों के ऑपरेशन की उपलब्धि प्राप्त करने वाला प्रदेश का यह पहला संस्थान बन गया है। दोनों बच्चियों के ऑपरेशन चंडीगढ़ पीजीआई के पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. रवि कनौजिया की अगुवाई में लखनऊ पीजीआई के डॉक्टरों ने किया। दोनों बच्चों की सेहत में सुधार है।
- पीजीआई लखनऊ के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. बसंत कुमार के अनुसार पहले ऑपरेशन में एक घंटे और दूसरे में डेढ़ घंटे लगे। प्रत्येक बच्चे के ऑपरेशन में करीब एक-एक लाख रुपए का खर्च आया है।
- सोनभद्र ज़िले की निवासी साढ़े तीन साल की मासूम जन्मजात बीमारी ‘पित्त की थैली में गांठ’से पीड़ित थी। इस बीमारी को चिकित्सा विज्ञान में कोलोडेकल सिस्ट कहते हैं। इसकी वजह से पित्त की नलियाँ फूल गई थीं तथा पेट में दर्द हो रहा था। रोबोट से ऑपरेशन कर पित्त की थैली को निकाल दिया गया तथा नली को आँत से जोड़ दिया गया।
- दूसरा ऑपरेशन झाँसी की पाँच साल की बच्ची के खाने की नली और पेट में रुकावट थी, जिसकी वजह से उल्टी और डकार आ रही थी। इस बीमारी को चिकित्सा विज्ञान में एक्लीजिया कार्डिया कहते हैं। ऑपरेशन के बाद इस समस्या का समाधान कर दिया गया है।
- डॉ. बसंत ने बताया कि रोबोट से सटीक एवं सुरक्षित ऑपरेशन होता है। इसमें जोखिम कम है। रक्तस्राव व दर्द के साथ अस्पताल में रुकना भी कम पड़ता है।
- गौरतलब है कि देश में सिर्फ पाँच संस्थानों में रोबोट से बच्चों के ऑपरेशन हो रहे हैं।
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