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एनएचएम और विश फाउंडेशन के बीच एमओयू
चर्चा में क्यों?
18 फरवरी, 2022 को राजस्थान के राजकीय चिकित्सालयों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड के अनुसार आवश्यक सुविधाओं और सेवाओं में सुधार के उद्देश्य से एनएचएम राजस्थान एवं तकनीकी पार्टनर संस्थान ‘विश’फाउंडेशन के बीच स्वास्थ्य भवन में एमओयू किया गया।
प्रमुख बिंदु
- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीना ने बताया कि तीन साल की अवधि वाले इस एमओयू के होने से प्रदेश के 100 स्वास्थ्य केंद्रों पर राष्ट्रीय मानकों के अनुसार उपलब्ध चिकित्सा सेवाओं और संसाधनों के समुचित उपयोग में आवश्यक सुधार लाए जाएंगे।
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रमों में शामिल मापदंडों के अनुसार राजकीय स्वास्थ्य केंद्रों की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं तथा सुविधाओं में और अधिक सुधार लाकर आमजन को सुलभ चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध करवाई जाएंगी।
- इन कार्यक्रमों के तहत विभिन्न स्तरों पर कुशल मॉनीटर्स द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया जाता है। मॉनीटरिंग के अनुसार प्रत्येक सेवा के लिये अंक दिये जाते हैं, जिनके आधार पर विजेता स्वास्थ्य संस्थानों को तीनवर्षीय प्रमाण-पत्र तथा प्रोत्साहनस्वरूप वित्तीय राशि प्रदान की जाती है।
- राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव आशुतोष एटी पेडणेकर की उपस्थिति में मिशन निदेशक एनएचएम एवं संयुक्त सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने तथा विश फाउंडेशन की ओर से मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश रंजन सिंह ने हस्ताक्षर किये।
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