राजस्थान ने प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिये आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की | राजस्थान | 19 Jan 2024
चर्चा में क्यों?
राजस्थान सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह के कारण 22 जनवरी को राज्य में आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है।
- मुख्य बिंदु:
- राज्य का यह आदेश केंद्र द्वारा 22 जनवरी को अपने सभी कर्मचारियों के लिये आधे दिन की छुट्टी की घोषणा के बाद आया है।
- 22 जनवरी को अयोध्या में राम लला के 'प्राण-प्रतिष्ठा' समारोह की तैयारियों में शामिल हैं:
- राम मंदिर के प्रवेश द्वार पर हाथी, शेर, भगवान हनुमान और भगवान विष्णु के 'वाहन' गरुड़ की मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं।
- अभिषेक समारोह के लिये निमंत्रण कार्ड वीवीआईपी, पुजारियों, दानदाताओं और कई राजनेताओं सहित मेहमानों को भेज दिये गए हैं।
- मंदिर के उद्घाटन की तैयारी में शहर में बड़े सुधार हुए हैं:
- राम मंदिर के उद्घाटन से पहले, अयोध्या में होटल की कीमतें कथित तौर पर बढ़ गईं और कई पहले से ही बुक हैं।
- वंदे भारत एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख मंदिरों - राम जन्मभूमि और गोरखनाथ को जोड़ेगी।
- एयरलाइंस दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे प्रमुख शहरों से सेवा प्रदान करेंगी।
- राम मंदिर के निर्माण से पहले ही अयोध्या की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। ज़िले में आने वाले पर्यटकों की बढ़ती संख्या स्थानीय लोगों के लिये रोज़गार के नए अवसर उत्पन्न करती है।
पुलिस महानिदेशकों का अखिल भारतीय सम्मेलन | राजस्थान | 19 Jan 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री ने जयपुर, राजस्थान में पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षकों के 58वें अखिल भारतीय सम्मेलन में भाग लिया।
मुख्य बिंदु:
- यह तीन दिवसीय कार्यक्रम था जिसे हाइब्रिड मोड में पुलिस महानिदेशक (DGP), पुलिस महानिरीक्षक (IGP) तथा केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों के साथ आयोजित किया गया था।
- आयोजित सम्मेलन में साइबर अपराध, पुलिस व्यवस्था में प्रौद्योगिकी, आतंकवाद-रोधी चुनौतियाँ, वामपंथी उग्रवाद तथा जेल सुधार एवं आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
- सम्मेलन का एक अन्य प्रमुख एजेंडा नए आपराधिक कानूनों के कार्यान्वयन के लिये रोड मैप पर विचार-विमर्श है।
- इंटेलिजेंस ब्यूरो ने वर्ष 1920 में भारत में IGP का पहला सम्मेलन आयोजित किया था और तब से, ये सम्मेलन नियमित रूप से नई दिल्ली में आयोजित किये जा रहे हैं।
- आज़ादी के बाद आयोजित इस तरह के पहले सम्मेलन का उद्घाटन 12 जनवरी 1950 को देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया था।
- प्रारंभ में, यह एक द्विवार्षिक कार्यक्रम था, लेकिन वर्ष 1973 के बाद, यह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस संगठनों के साथ-साथ केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों के लिये एक वार्षिक बैठक बन गई।