अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन व्यापार मेला ‘FITUR-2023’ में राजस्थान पर्यटन विभाग के प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया | राजस्थान | 19 Jan 2023
चर्चा में क्यों?
18 जनवरी, 2023 को राजस्थान पर्यटन विभाग के प्रतिनिधि मंडल ने स्पेन की राजधानी मैड्रिड में आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन व्यापार मेला ‘FITUR-2023’ में भाग लिया।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि इस अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन व्यापार मेला का आयोजन 18 से 22 जनवरी 2023 तक किया जाएगा।
- पाँच सदस्यी प्रतिनिधिमंडल के रूप में राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ सहित पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़, आरटीडीसी के प्रबंध निदेशक विजयपाल सिंह, पर्यटन विभाग के अतिरित्त निदेशक सलीम खान एवं उपनिदेशक नवकिशोर बसवाल ने भाग लिया।
- आरटीडीसी अध्यक्ष राठौड़ ने बताया कि राजस्थान में स्पेन सहित अन्य यूरोपीय देशों से पर्यटकों की वर्षभर आवक रहती है। इस फेयर में विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन विशेषज्ञों, ट्रेवल एजेंट्स, टूर एंड ट्रेवल ऑपरेटर्स एवं अन्य पर्यटन से जुडी एजेंसी से चर्चा की जाएगी ताकि राजस्थान के पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।
- उन्होंने कहा कि ‘FITUR-2023’ राजस्थान की पर्यटन के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर नई पहचान बनाने में मददगार होगा।
- आरटीडीसी अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक दृष्टि से समृद्ध प्रदेश है। राजस्थान की पर्यटन की संभावनाओं को वैश्विक स्तर पर अवगत करवाने के उद्देश्य से पर्यटन से जुड़ी सभी टूर, ट्रेवल एजेंसियों एवं पर्यटन विशेषज्ञों को ‘पधारो म्हारे देश’के माध्यम से राजस्थान आने के लिये आमंत्रित किया जाएगा।
राज्य में पहले कंपोजिट रीजनल सेंटर की स्थापना के लिये केंद्र एवं राज्य सरकार के मध्य एमओयू | राजस्थान | 19 Jan 2023
चर्चा में क्यों?
18 जनवरी, 2023 को दिव्यांगजनों को विभिन्न प्रकार की सेवाएँ एवं सुविधाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से केंद्र सरकार एवं राजस्थान राज्य सरकार के मध्य समझौता पत्र करार किया गया जिसके अंतर्गत राज्य में प्रथम कंपोजिट रीजनल सेंटर की स्थापना जामडोली, जयपुर में की जाएगी।
प्रमुख बिंदु
- राजस्थान के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली की उपस्थिति में केंद्र सरकार और राज्य सरकार के मध्य समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किये गए। केंद्र सरकार की ओर से मनीष वर्मा, निदेशक राष्ट्रीय दृष्टिबाधित दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान, देहरादून एवं राज्य सरकार की ओर से डॉ. समित शर्मा, शासन सचिव सामाजिक न्याय अधिकारिता ने हस्ताक्षर किये।
- कंत्री टीकाराम जूली ने बताया कि एमओयू के पश्चात् अस्थायी रूप से कंपोजिट रीजनल सेंटर का संचालन भारत सरकार द्वारा किया जाएगा। शीघ्र ही राज्य सरकार द्वारा कंपोजिट रीजनल सेंटर के स्थायी संचालन हेतु भूमि केंद्र सरकार को उपलब्ध करवाई जाएगी और चिन्हित भूमि पर भारत सरकार द्वारा कंपोजिट रीजनल सेंटर के भवन का निर्माण करवाया जाएगा।
- इस केंद्र के संचालन से राज्य के दिव्यांगजन लाभान्वित होंगे। दिव्यांगजनों को इस केंद्र से नि:शुल्क कृत्रिम अंग एवम् उपकरण की सुविधा प्राप्त होगी।
- इस केंद्र के माध्यम से दिव्यांगजनों को चिन्हित करना, फिजियोथैरेपी,ऑक्यूपेशनल थेरेपी इत्यादि की सुविधाएँ भी नि:शुल्क प्रदान की जाएगी, साथ ही साथ दिव्यांगजनों को यूडीआईडी कार्ड जारी करवाने में भी इस केंद्र की महत्त्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
राज्यपाल ने ‘एग्जाम वॉरियर्स’ पुस्तक का किया लोकार्पण | राजस्थान | 19 Jan 2023
चर्चा में क्यों?
18 जनवरी, 2023 को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘एग्जाम वॉरियर्स’ के हिंदी और अंग्रेजी संस्करण का राजभवन में लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी) द्वारा इस पुस्तक का भारत भर में उपयोग सुनिश्चित करने के लिये इसका विभिन्न भाषाओं में अनुवाद किया गया है।
- लोकार्पण के बाद राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों के लिये ही नहीं, यह शिक्षकों और अभिभावकों के लिये भी बहुत महत्त्वपूर्ण है। इस पुस्तक में प्रधानमंत्री ने मूलत: परीक्षा के दौरान बच्चों में होने वाले तनाव के संदर्भ में लेखन किया है, साथ ही इसमें जीवन प्रबंधन पर भी विशिष्ट जानकारियाँ दी गई हैं।
- इस पुस्तक में विद्यार्थियों की सहायता के लिये योग के कई आसनों के साथ ही परीक्षा को उत्सव, उमंग और उल्लास से देने, परीक्षा पर हँसते हुए जाने और मुस्कराते हुए आने, वर्तमान में रहने, खेलों से जीवन सँवारने आदि पर भी महती सूत्र दिये गए हैं।
- इस पुस्तक में शिक्षकों को पत्र लिखने के साथ ही ज्ञान को स्थायी संपदा बताते हुए इसे जीवन भर सीखने का आह्वान किया गया है।
- एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा असमी, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु, उर्दू आदि भारतीय भाषाओं में इसके अनुदित संस्करण प्रकाशित किये गए हैं।
- उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ संवाद प्रयोजन से इस पुस्तक को लिखा था।