बिहार में अब कॉमर्शियल वाहनों में डिवाइस लगाना हुआ अनिवार्य | बिहार | 18 Dec 2023
चर्चा में क्यों?
17 दिसंबर 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में अब प्रत्येक कॉमर्शियल वाहनों में व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन लगाना अनिवार्य हो गया है।
प्रमुख बिंदु
- परिवहन विभाग के अनुसार राज्य में सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों में महिलाओं एवं यात्रियों की सुरक्षा के उद्देश्य से व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन लगाना अनिवार्य किया गया है।
- इस डिवाइस के नहीं लगाये जाने पर परिवहन विभाग द्वारा वाहनों का फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं दिया जायेगा। साथ ही उस गाड़ी के मालिक पर पांच हजार का जुर्माना भी लगाया जायेगा।
- वर्तमान में पटना, गया, दरभंगा भागलपुर एवं मुजफफरपुर में तेजी से लगाया जा रहा है क्योंकि इन शहरों में सार्वजनिक गाड़ी की संख्या अधिक है।
- यह एक ऐसा डिवाइस है, जिससे यह पता चल पायेगा कि वाहन किस जगह है। इससे परिवहन विभाग के कंट्रोल रूम में प्रत्येक वाहनों के लोकेशन की सही जानकारी मिल पायेगी।
मुख्यमंत्री ने नवादा में गंगाजल आपूर्ति योजना का किया लोकार्पण | बिहार | 18 Dec 2023
चर्चा में क्यों?
15 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नवादा ज़िला के कादिरगंज के पौरा गांव में गंगाजल आपूर्ति योजना का लोकार्पण किया गया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 36 मिलियन लीटर क्लियर वाटर पंप हाऊस का उद्घाटन किया गया।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नवादा में हर घर तक गंगाजल को शुद्ध पेयजल पहुंचाने की शुरुआत भी किया गया।
- इस कार्यक्रम के दौरान गंगाजल आपूर्ति योजना पर आधारित एक लघु फिल्म मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुति दी गई।
- गंगाजल आपूर्ति योजना के अंतर्गत एक मास्टर अंडरग्राउण्ड रिजर्वायर (MUGR) का निर्माण किया गया है। इस रिजर्वायर से सीधे बुडको के चार संप हाऊस में पानी भेजा जाएगा। इसके बाद संप हाऊस से पंप के माध्यम से पानी को 4 वाटर टैंकों में भेजा जाएगा। प्रत्येक वाटर टैंक की क्षमता लगभग साढ़े चार लाख लीटर है।
- गंगाजल आपूर्ति योजना के अंतर्गत प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन 135 लीटर (8-9 बाल्टी) की दर से गंगाजल की आपूर्ति की जाएगी।
- गंगाजल आपूर्ति योजना के शुरू होने से नवादा शहर के लोगों के साथ-साथ होटल, धर्मशाला, शिक्षण संस्थान इत्यादि में भी पेयजल की आपूर्ति होगी।
- इसके साथ ही विद्युत आपूर्ति के लिए पौरा स्थित जल-शोधन संयंत्र के पास ही अलग से विद्युत सब-स्टेशन का भी निर्माण किया गया है।