इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

स्टेट पी.सी.एस.

  • 18 Dec 2021
  • 0 min read
  • Switch Date:  
उत्तर प्रदेश Switch to English

ऑल इंडिया मेयर्स कॉन्फ्रेंस का वर्चुअल माध्यम से आयोजन

चर्चा में क्यों?

17 दिसंबर, 2021 को उत्तर प्रदेश के जनपद वाराणसी में ऑल इंडिया मेयर्स कॉन्प्रेंस का वर्चुअल माध्यम से आयोजन किय गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शुभारंभ किया। यह ऑल इंडिया मेयर्स कॉन्फ्रेंस की पहली बैठक थी।

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑल इंडिया मेयर्स कॉन्फ्रेंस नगरीय क्षेत्रों के विकास को आगे बढ़ाने की एक सुनिश्चित योजना का हिस्सा है। देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लगभग 120 महापौर व्यवस्थित विकास के इस मॉडल को समझकर और अपने अनुभवों को इस कॉन्फ्रेंस में साझा करते हुए विकास के सस्टेनेबल मॉडल को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकते हैं। 
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि शहर अर्थव्यवस्था की प्रेरक शक्ति हैं। शहरों को वाइब्रेंट इकोनॉमी का हब बनाना चाहिये। एक समग्र प्रणाली विकसित की जानी चाहिए, जहाँ एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिये सभी सुविधाएँ एक साथ विकसित हों तथा जो आर्थिक गतिविधियों को आमंत्रित करने के साथ ही उन्हें बढ़ावा भी दें।
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की ‘एक जनपद एक उत्पाद’ स्वरोज़गार को विकसित करने की एक महत्त्वपूर्ण योजना है। इस योजना द्वारा ज़िले की परंपरागत कला, हस्तशिल्प, उद्यम कला को विशिष्ट पहचान और उसे उद्यम गतिविधियों से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
  • उन्होंने महापौरों से कहा कि वे अपने शहर के किसी विशिष्ट उत्पाद अथवा स्थान की विशिष्ट पहचान को विकसित करें। उन्होंने महापौरों से अपने शहर में रेहड़ी-पटरी दुकानदारों की एक सूची बनाने और उनको योजनाओं से जोड़ने तथा डिजिटल लेन-देन एवं वित्तीय साक्षरता प्रदान करने के निर्देश दिये।
  • प्रधानमंत्री ने महापौरों से कहा कि ‘सुगम्य भारत अभियान-सुलभ भारत अभियान’के तहत शहरों में दिव्यांगों के अनुकूल सुविधाओं को विकसित किया जाए

उत्तर प्रदेश Switch to English

28 अनाज गोदामों, साइबर सिक्योरिटी ऑपरेशन सेंटर एवं इंटरनेट बैंकिंग तथा कोऑपरेटिव बैंक की 13 नई शाखाओं का लोकार्पण

चर्चा में क्यों?

17 दिसंबर, 2021 को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम द्वारा निर्मित 28 अनाज गोदामों, उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक मुख्यालय पर साइबर सिक्योरिटी ऑपरेशन सेंटर एवं इंटरनेट बैंकिंग, कोऑपरेटिव बैंक की 13 नई शाखाओं का लोकार्पण तथा नाबार्ड से वित्त पोषित 294 पैक्स में कम्प्यूटराइज़ेशन कार्य का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर उन्होंने उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक के मुख्यालय भवन तथा ए.सी.एस.टी.आई. के मीटिंग हॉल एवं 32 कक्षों के हॉस्टल के जीर्णोद्धार कार्यों का भी उद्घाटन किया।
  • केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य भंडारण निगम द्वारा 28 नए गोदाम बनाए हैं। यहाँ लगभग डेढ़ लाख मीट्रिक टन अनाज की वैज्ञानिक तरीके से भंडारण की व्यवस्था होगी। इसके तहत पीलीभीत, मिर्ज़ापुर, बस्ती, बहराइच, सिद्धार्थनगर, अमरोहा, बिज़नौर, रामपुर, महोबा, हमीरपुर, जालौन, झाँसी, बदायूँ, बरेली, महराजगंज, भदोही, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कौशांबी और फतेहपुर में भंडार गृह बनाए गए हैं।
  • उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक की 13 नई शाखाओं- फतेहपुर, कानपुर देहात, औरैया, कन्नौज, मथुरा, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़, अमरोहा, संभल, अमेठी, अंबेडकरनगर, गोरखपुर तथा महराजगंज का उद्घाटन किया गया है। साथ ही मुख्यालय का लोकार्पण भी किया गया है।
  • कृषि प्रशिक्षण संस्थान हब तथा नाबार्ड के वित्तपोषण से प्रदेश के लगभग 300 पैक्स में कंप्यूटराइज़ेशन का कार्य हुआ है। पैक्स में कम्प्यूटराइज़ेशन से भ्रष्टाचार की संभावनाएँ समाप्त हो जाएंगी। पैक्स को ज़िला कोऑपरेटिव बैंक से, ज़िला कोऑपरेटिव बैंक को स्टेट कोऑपरेटिव बैंक से और स्टेट कोऑपरेटिव बैंक को नाबार्ड से जोड़ा जाएगा।
  • उत्तर प्रदेश सहकारिता विभाग ने लगभग 46,000 से अधिक कोऑपरेटिव्स- गन्ना, मत्स्य, रेशम, खादी ग्रामोद्योग, हैण्डलूम, उद्यान, खाद्य प्रसंस्करण, डेयरी, हाउसिंग या पैक्स सभी में पारदर्शिता लाने के लिये बहुत बड़ा अभियान संचालित किया है। इससे आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश को बहुत बड़ा फायदा मिलेगा।
  • ज्ञातव्य है कि 19 प्रतिशत एग्रीकल्चर फाइनेंस, उर्वरक वितरण लगभग 35 प्रतिशत सहकारिता विभाग के माध्यम से किया जाता है। 25 प्रतिशत खाद का उत्पादन सहकारिता समितियों द्वारा किया जाता है। लगभग 22 प्रतिशत दूध की खरीद एवं उत्पादन सहकारिता के माध्यम से होता है। गेहूँ की 22 प्रतिशत खरीद, 20 प्रतिशत धान की खरीद तथा 21 प्रतिशत मत्स्य संबंधी कार्य सहकारिता के माध्यम से किये जाते हैं।
  • लगभग 8 लाख 55 हज़ार सहकारी समितियाँ देश भर में अनेक क्षेत्रों में फैली हैं। यह समितियाँ छोटे-छोटे लोगों को जोड़कर बहुत बड़ा कार्य कर रही हैं। लिज्जत पापड़, अमूल दूध, इफ्को व कृभको खाद एक कोऑपरेटिव सोसाइटी बनाती हैं।

मध्य प्रदेश Switch to English

मध्य प्रदेश पुलिस स्थापना दिवस समारोह

चर्चा में क्यों?

17 दिसंबर, 2021 को भोपाल स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में मध्य प्रदेश पुलिस स्थापना दिवस समारोह मनाया गया, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्य अतिथि के रूप में परेड के निरीक्षण एवं मार्च पास्ट के बाद उत्कृष्ट सेवा के लिये पुलिस अधिकारियों को पदक प्रदान किये। 

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सुरक्षा, ड्रग माफिया का पूरी तरह सफाया और साइबर क्राइम पर प्रभावी कार्यवाही मध्य प्रदेश पुलिस के सामने प्रमुख चुनौतियाँ हैं। मध्य प्रदेश पुलिस को जो भी दायित्व सौंपा गया है, वह पूरी दक्षता, दृढ़ता, कर्त्तव्यनिष्ठा और ज़िम्मेदारी से निभाया गया है। 
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि ने अदम्य साहस और कर्त्तव्यनिष्ठा से अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए स्थापना वर्ष 1956 से लेकर 2020 तक 877 पुलिस कर्मियों ने शहादत दी है। इन पुलिसकर्मियों ने प्रदेश की जनता को सुरक्षित रखने की महान परंपरा स्थापित की।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1956 से लेकर 26 जनवरी, 2021 तक 429 वीरता, 229 विशिष्ट सेवा और 1508 मेधावी पदक पुलिस के सदस्यों ने प्राप्त किये हैं। 
  • मुख्यमंत्री ने वीरता के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक अरविंद सक्सेना (अपर परिवहन आयुक्त), धर्मवीर सिंह (पुलिस अधीक्षक, सतना) को प्रदान किया। 
  • विशिष्ट सेवा के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक अनुराधा शंकर (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण), प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला अपराध), संतोष कुमार उपाध्याय (उप पुलिस अधीक्षक यातायात, इंदौर), भरत कुमार भावसार (सेवानिवृत्त उप पुलिस अधीक्षक), राकेश मोहन दीक्षित (सेवानिवृत्त निरीक्षक), डॉ. फरीद बजमी (ग्रंथालय अधिकारी), नरेन्द्र कुमार गंगराड़े (निरीक्षक) और अजय तुरकई (निरीक्षक) को प्रदान किये।
  • मुख्यमंत्री ने सराहनीय सेवा के लिये राष्ट्रपति का पुलिस पदक आर.आर.एस. परिहार (पुलिस उप महानिरीक्षक, जबलपुर), मोनिका शुक्ला (पुलिस अधीक्षक, विदिशा) तथा मनोज कुमार सिंह (सहायक पुलिस महानिरीक्षक, भोपाल) सहित 32 पुलिस अधिकारी व पुलिस कर्मियों को प्रदान किये।
  • मुख्यमंत्री ने जगदीश सिंह सिद्धू (निरीक्षक थाना कोतवाली रायसेन), गौरी शंकर व्यास (प्रधान आरक्षक (चालक), थाना खुरई सागर), राजेश कुमार राजपूत (आरक्षक थाना बरेली, रायसेन), पुष्पेंद्र सिंह रावत (आरक्षक डीआपी लाईन, रायसेन) को जीवन रक्षा पुलिस पदक प्रदान किये।
  • मुख्यमंत्री ने सम्मान स्वरूप 32 बोर पिस्टल पुरस्कार स्व. संजीव कुमार सिंह (भारतीय पुलिस सेवा सेवानिवृत्त विशेष पुलिस महानिदेशक) की धर्मपत्नी ज्योति सिंह को प्रदान किया।
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश पुलिस गान का लोकार्पण भी किया।

मध्य प्रदेश Switch to English

‘वास्तुकला रचना प्रतियोगिता’ का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

17 दिसंबर, 2021 को मध्य प्रदेश के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने मैनिट के सिविल विभाग के सभागार में ‘भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीय वैज्ञानिकों का योगदान’विषय पर राष्ट्रीय स्तर की वास्तुकला रचना प्रतियोगिता का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जा रही इस वास्तुकला रचना प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भारतीय वैज्ञानिकों के अतुलनीय योगदान को एक स्मारक और संग्रहालय के रूप में प्रस्तुत कर न सिर्फ सम्मान और पहचान देना है, बल्कि भारतीयों की वर्तमान पीढ़ियों के समक्ष उस योगदान को एक अत्यंत रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत भी करना है। 
  • यह प्रतियोगिता वर्तमान में अध्ययनरत् स्कूली छात्रों के साथ-ही-साथ अध्ययनरत् और कार्यरत् वास्तुविदों एवं योजनाकारों को एक अनूठा मौका देगी, जिससे वे इन महान विभूतियों और उनके अतुल्य योगदानों को अपनी रचनात्मकता से एक बड़े स्तर पर प्रस्तुत कर जनसाधारण के बीच उनके जीवन और योगदान का संदेश प्रेषित कर प्रेरणा का संचार कर पाएंगे। 
  • इस प्रतियोगिता के अंतर्गत स्मारक और संग्रहालय के आकल्पन को उज्जैन के तारामंडल परिसर स्थित 6 एकड़ के स्थान के लिये प्रस्तावित किया जाएगा।
  • उल्लेखनीय है कि स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अंतर्गत होने जा रही इस प्रतियोगिता को मैनिट, मध्य प्रदेश विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद, विज्ञान भारती, आई.पी.एस. एकेडमी इंदौर एवं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद मिल कर आयोजित कर रही हैं।

झारखंड Switch to English

ICJS अवार्ड में झारखंड पुलिस की CCTNS को देश में मिला तीसरा स्थान

चर्चा में क्यों?

17 दिसंबर, 2021 को नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से नई दिल्ली में आयोजित दोदिवसीय (16-17 दिसंबर) इंटिग्रेटेड क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (आईसीजेएस) अवार्ड कार्यक्रम में झारखंड पुलिस व तेलंगाना पुलिस को जॉइंट रूप से तीसरा स्थान मिला।

प्रमुख बिंदु

  • यह पुरस्कार क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (सीसीटीएनएस) के क्षेत्र में झारखंड पुलिस के बेहतर प्रदर्शन के लिये मिला है। हालाँकि, पहले स्थान पर मध्य प्रदेश और दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र पुलिस रही।
  • क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (सीसीटीएनएस) से झारखंड पुलिस, कोर्ट व जेल एक स्क्रीन पर, एक क्लिक पर किसी भी क्रिमिनल की डिटेल एक मिनट में प्राप्त कर सकते हैं। यह व्यवस्था आम पब्लिक के लिये नहीं है। 
  • इससे राज्य के लगभग 592 पुलिस स्टेशन जुड़े हुए हैं। केवल आठ पुलिस स्टेशन में यह व्यवस्था नहीं है। जिन आठ पुलिस स्टेशन में सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट काम नहीं कर रहा है, वहाँ रेल-टेल के माध्यम से भी जोड़ने की कोशिश की जा रही है।

छत्तीसगढ़ Switch to English

सीसीटीएनएस और आईसीजेएस में गुड प्रेक्टिस के लिये देशभर में छत्तीसगढ़ को मिला दूसरा स्थान

चर्चा में क्यों?

17 दिसंबर, 2021 को नई दिल्ली में भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ को सीसीटीएनएस (क्राईम एंड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क सिस्टम) और आईसीजेएस (इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम) में बेहतर क्रियान्वयन हेतु द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।  

प्रमुख बिंदु 

  • 16-17 दिसंबर तक आयोजित दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में आईसीजेएस योजना के अंतर्गत फॉरेंसिक में बेहतर क्रियान्वयन हेतु राष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा की गई, जिसमें पूरे देश में छत्तीसगढ़ को दूसरा स्थान प्रदान किया गया। वहीं प्रथम स्थान उड़ीसा एवं तृतीय स्थान मध्य प्रदेश राज्य को प्रदान किया गया। 
  • उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में सीसीटीएनएस, फॉरेंसिक, कोर्ट, अभियोजन एवं जेल को डिजिटल प्लेटफार्म पर आईसीजेएस के माध्यम से आपस में इंटीग्रेशन का कार्य पूर्ण हो गया है। 
  • राज्य फॉरेंसिक प्रयोगशाला द्वारा ई-फॉरेंसिक सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन विकसित किया गया है, जिसके माध्यम से केस रजिस्ट्रेशन से लेकर रिपोर्ट तैयार करने तक की समस्त कार्यवाही अपलोड की जाती है। यह डेटा आईसीजेएस के अन्य स्तंभ को साझा कर रहा है।
  • भारत सरकार, गृह मंत्रालय, एनसीआरबी, नई दिल्ली द्वारा इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस  सिस्टम (ICJS) के माध्यम से सीसीटीएनएस, अभियोजन, जेल, कोर्ट एवं फॉरेंसिक एवं फिंगर प्रिंट के डिजिटल डेटा को आपस में इंट्रीगेट किया जा रहा है, ताकि उक्त सभी विभागों के डाटा आपस में साझा किया जा सकें।

छत्तीसगढ़ Switch to English

वरिष्ठ सर्जन डॉ. फैजुल को मिला स्वास्थ्य रत्न पुरस्कार

चर्चा में क्यों? 

हाल ही में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरगुजा जिले के अंबिकापुर के सुप्रसिद्ध सर्जन एवं फिरदौसी अस्पताल संचालक डॉ. फैजुल हसन फिरदौसी को रायपुर में एक निजी समारोह में स्वास्थ्य रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • डॉ. फिरदौसी को यह पुरस्कार कोरोना काल में सरगुजा अंचल में लोगों की लेप्रोस्कोपिक विधि से सर्जरी करने के लिये मिला है।
  • उन्होंने लोगों की सर्जरी आयुष्मान भारत योजना एवं डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना के माध्यम से की, जिससे आम आदमी का इलाज मुफ्त में हुआ। 
  • उल्लेखनीय है कि लेप्रोस्कोपिक विधि से सर्जरी करने से हितग्राही तत्काल स्वस्थ होकर अपने काम पर लौट जाता है, जिससे उसे आर्थिक नुकसान नहीं होता।
  • विदित है कि डॉ. फैजुल हसन फिरदौसी लेप्रोस्कोपिक सर्जन स्वर्गीय डॉ. एन. एच. फिरदौसी के पुत्र हैं एवं डॉक्टर फिरदौसी अस्पताल खरसिया रोड के संचालक हैं।

छत्तीसगढ़ Switch to English

केशकाल एडवेंचर फेस्टिवल का शुभारंभ

चर्चा में क्यों? 

17 दिसंबर, 2021 को छत्तीसगढ़ के कोंडागांव ज़िले के केशकाल में स्थित टाटामारी पर्यटन क्षेत्र में तीनदिवसीय केशकाल एडवेंचर फेस्टिवल का शुभारंभ हुआ। इस एडवेंचर फेस्टिवल में कर्नाटक, पश्चिम बंगाल सहित राज्य के कोने-कोने से आए ट्रैवल ब्लॉगर एवं पर्यटकों का आदिवासी परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया। 

प्रमुख बिंदु 

  • पर्यटकों को मांझिनगढ़ स्थित विभिन्न व्यू पॉइंट, झरने, गुफा, विलक्षण वनस्पतियाँ एवं प्रागैतिहासिक शैलचित्र दिखाए गए। प्रागैतिहासिक शैल चित्रों एवं आदिम जनजातीय संस्कृति की झलक को देखकर सैलानी अभिभूत हो गए। 
  • आगामी दो दिनों में इस फेस्टिवल में बस्तर की पुरानी राजधानी बड़ेडोंगर, प्राचीन भोंगापाल के बौद्ध विहारों, शिल्पग्राम, पारधी जनजातीय ग्राम का भ्रमण, जलप्रपात दर्शन तथा स्थानीय व्यंजनों के साथ एडवेंचर स्पोर्ट के रूप में रॉक क्लाइंबिंग, पैरामोटर, रैपेलिंग, जीपलाईन, कैंपिंग एवं ट्रैकिंग की व्यवस्था की गई है। 
  • इसके अतिरिक्त प्रत्येक शाम विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया जाएगा। 
  • इस फेस्टिवल के द्वारा ज़िला प्रशासन ज़िले में उपलब्ध पर्यटन की क्षमताओं का विकास कर पर्यटन मानचित्र में इसे पहचान दिलाने का प्रयास कर रहा है। 
  • केशकाल अपने प्राकृतिक संसाधनों, मनोरम जलप्रपातों एवं विशिष्ट जनजातीय संस्कृति के लिये समूचे प्रदेश के साथ-साथ देशभर में प्रसिद्ध है। 
  • उल्लेखनीय है कि केशकाल के टाटामारी में दो पहाड़ियों को जोड़कर एक काँच का पुल तैयार किया जा रहा है, जो छत्तीसगढ़ में बनने वाला पहला काँच का पुल होगा।

उत्तराखंड Switch to English

मुख्यमंत्री ने हवालबाग में दो दिवसीय आजीविका महोत्सव का शुभारंभ किया

चर्चा में क्यों?

17 दिसंबर, 2021 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अल्मोड़ा के हवालबाग में दोदिवसीय आजीविका महोत्सव का शुभारंभ किया। साथ ही हवालबाग में स्थित रूरल बिज़नेस इन्क्यूबेटर सेंटर का भी उद्घाटन किया। 

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रूरल बिज़नेस इन्क्यूबेटर सेंटर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को प्रोत्साहित करना एवं उद्यम स्थापना हेतु प्रारंभ से अंत तक उद्यमियों को सहयोग प्रदान करना है। इसके साथ-साथ युवाओं को रोज़गार सृजन, व्यवसाय सहयोग, नए विचार व तकनीक को बढ़ावा देना आदि इसके उद्देश्य हैं। 
  • इसके उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अल्मोड़ा व पौड़ी में रूरल बिज़नेस इन्क्यूबेटर सेंटर की स्थापना की गई है। इस सेंटर से आम आदमी को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। इससे पलायन रोकने में मदद मिलेगी। 
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अधिकारी व जनप्रतिनिधि उत्तराखंड की प्रगति के लिये मिलकर कार्य करें। सभी विभागीय अधिकारियों को 10 वर्ष तक का रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिये गए हैं, जिससे आने वाले उत्तराखंड के विकास की नींव रखी जा सके। 
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुल 49.19 करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया तथा 27 स्वयं सहायता समूहों को विभिन्न योजनाओं के तहत चेक भी वितरित किये।
  • आजीविका महोत्सव के दौरान उद्यान विभाग द्वारा यूरोपियन वेजिटेबल की खेती, पर्यटन विभाग द्वारा होमस्टे योजना, पशुपालन विभाग द्वारा व्यावसायिक मुर्गी पालन, उद्योग विभाग द्वारा मार्केटिंग एवं पैकेजिंग, एनआरएलएम व आजीविका द्वारा वैल्यू चैन व कृषि विभाग द्वारा वृक्ष आयुर्वेद कृषि पर कार्यशालाएँ आयोजित की गईं। 
  • ज़िलाधिकारी वंदना सिंह ने आजीविका महोत्सव का संक्षिप्त परिचय देते हुए बताया कि कि महोत्सव का मुख्य उद्देश्य अल्मोड़ा जनपद के अंतर्गत आजीविका के क्षेत्र में युवाओं, ग्रामीण महिलाओं, बेराज़गारों, कृषकों को बेहतर अवसर प्रदान करने के साथ ही विभिन्न सरकारी योजनाओं व उद्योग स्थापित करने के संबंध में ऋण प्राप्त करने की जानकारी देना है। 
  • इस कार्यक्रम में भूटेखान पार्टी बाडमेर राजस्थान द्वारा राजस्थानी लोक नृत्य पेश किये। इस कार्यक्रम में उद्यान, कृषि, आजीविका, ग्राम्या विभाग, महेन्द्रा क्लब, मोक्सा रिटैट, सहकारिता, चाय विकास बोर्ड, राजकीय किशोरी गृह बख, आजीविका मिशन, नेशनल रूरल लाइवहुड मिशन के स्टॉल भी लगाये गये।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2