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सहकारिता मंत्री ने की करनाल शुगर मिल के 48वें पिराई सत्र की शुरुआत
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2023 को हरियाणा के सहकारिता एवं जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने करनाल शुगर मिल मशीन में गन्ने डालकर 48वें पिराई सीजन की शुरुआत की। उन्होंने पिराई सत्र में सबसे पहले गन्ना लाने वाले इन किसानों को सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि इस चीनी मिल में 55 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई के साथ 10% चीनी रिकवरी का लक्ष्य रखा गया है। राज्य सरकार किसान का एक-एक गन्ना खरीदेगी और समय से पेमेंट भी देगी।
- उन्होंने कहा कि सरकार ने 14 रुपए प्रति क्विंटल गन्ने का दाम बढ़ाकर 386 रुपए देने का काम किया है, जो पूरे देश में सर्वाधिक है। इसके अलावा अगले साल के पिराई सीजन के लिये गन्ने के दाम 400 रुपए प्रति क्विंटल करने की पहले ही घोषणा कर दी गई है।
- डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि शुगर मिलों की क्षमता बढ़ाने का कार्य किया गया है। अब किसानों का गन्ना दूसरे प्रदेश में नहीं जाता। शुगर मिलों में चीनी के साथ-साथ एथनॉल प्लांट व बायोगैस प्लांट भी शुरू किये गए हैं। सहकारी समितियों में काफी सुधार किये गए हैं। पैक्स के कंप्यूटराइज़्ड होने से लोगों को लाभ मिलेगा।
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9वाँ भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव-2023
चर्चा में क्यों?
15 नवंबर, 2023 को भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2023 का 9वाँ संस्करण 17 से 20 जनवरी, 2024 तक हरियाणा के फरीदाबाद में आयोजित किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- भारत का मेगा विज्ञान मेला फरीदाबाद में ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (टीएचएसटीआई) और जैव प्रौद्योगिकी विभाग के क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र (आरसीबी) के परिसर में आयोजित किया जाएगा।
- वर्तमान संस्करण की विषय वस्तु ‘अमृत काल में विज्ञान और प्रौद्योगिकी सार्वजनिक लोक संपर्क’ है।
- आईआईएसएफ 2023 का उद्देश्य व्यापक स्तर पर लोगों को प्रेरित करना और छात्रों, शिक्षकों, वैज्ञानिकों, शोधकर्त्ताओं, उद्योग के पेशेवरों, उद्यमियों तथा विज्ञान संप्रेषकों जैसे विविध स्तर के हितों वाले व्यक्तियों के लिये एक मंच प्रदान करना है।
- आईआईएसएफ 2023 में प्रतिभागियों और आम जनता को विभिन्न लाभ प्रदान करने वाली वैज्ञानिक उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिये कुल 17 विषयवस्तु हैं।यह कार्यक्रम विभिन्न कार्यकलापों जैसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा संगोष्ठी, वक्ताओं के साथ परस्पर बातचीत, प्रदर्शनियों, प्रतियोगिताओं, कार्यशालाओं, ज्ञान-साझाकरण गतिविधियों, प्रौद्योगिकी शो आदि के माध्यम से सभी हितधारकों के बीच संयोजन रखता है।
- उल्लेखनीय है कि समृद्ध भारत की उन्नति हेतु विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवोन्मेषण में रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिये समर्पित यह कार्यक्रम विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सहयोगात्मक प्रयासों के माध्यम से विज्ञान भारती के सहयोग से आरंभ किया गया था।
- 2015 से आईआईएसएफ ने भारत के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में आठ संस्करणों का आयोजन किया है और एक विशाल विज्ञान महोत्सव के रूप में विस्तार किया है। 2021 में अंतरिक्ष विभाग और परमाणु ऊर्जा विभाग आईआईएसएफ का अभिन्न अंग बन गए।
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