उत्तर प्रदेश Switch to English
तीन दिवसीय ‘श्री अन्न महोत्सव’ का लखनऊ में 27 अक्तूबर को होगा शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
17 अक्तूबर 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार कृषि कुंभ 2.0 के पूर्व 27 से 29 अक्तूबर तक लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में तीन दिवसीय श्री अन्न महोत्सव व राज्यस्तरीय मिलेट्स कार्यशाला होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका शुभारंभ करेंगे।
प्रमुख बिंदु
- पहले दिन छह मंडल, दूसरे दिन पाँच मंडल व तीसरे दिन सात मंडल के किसान इसमें हिस्सा लेंगे। साथ ही इसमें कृषि विश्वविद्यालयों व दो कॉलेजों के शिक्षक-छात्र भी हिस्सा लेंगे।
- 27 अक्तूबर को लखनऊ, कानपुर, अयोध्या, बस्ती, आज़मगढ़ व देवीपाटन मंडल
- 28 अक्तूबर को सहारनपुर, मेरठ, अलीगढ़, आगरा व मुरादाबाद मंडल
- 29 अक्तूबर को गोरखपुर, बरेली, वाराणसी, झाँसी, चित्रकूट, प्रयागराज व मिर्ज़ापुर मंडल
- इस महोत्सव के ज़रिये राज्य सरकार प्रगतिशील किसानों को जहाँ सम्मानित करेगी, वहीं मिलेट्स उत्पादों के लिये अन्य किसानों को प्रेरित भी करेगी। साथ ही मिलेट्स फसलों के उत्पादन, उपभोग, विपणन, निर्यात आदि के बारे में भी जागरूक करेगी।
- सम्मेलन में प्रत्येक मंडल के प्रत्येक जनपद से 50 प्रगतिशील किसान, कृषक उत्पादक संगठन के 10 प्रतिनिधि व 10 प्राविधिक सहायक हिस्सा लेंगे।
- राज्यस्तरीय मिलेट्स कार्यशाला में 35 एफपीओ को सीड मनी के लिये प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। मुख्यमंत्री प्रत्येक एफपीओ को प्रति इकाई 4 लाख रुपए प्रदान करेंगे। साथ ही मिलेट्स आधारित प्रसंस्करण संयंत्र लगाने वाली सरकारी संस्थाओं को भी अनुदान राशि दी जाएगी। यहाँ श्री अन्न के उत्पादों के 40 स्टॉल भी लगेंगे। इसमें एफपीओ, प्रतिभागी व मिलेट्स पर काम करने वाली कंपनियों के स्टॉल लगेंगे। इसके ज़रिये लोग मिलेट्स उत्पादों के फायदों से अवगत होंगे।
बिहार Switch to English
बिहार में ‘गैर-आवासीय खेल प्रशिक्षण योजना’ की शुरुआत
चर्चा में क्यों?
17 अक्तूबर, 2023 को बिहार के कला संस्कृति मंत्री जितेंद्र कुमार राय ने खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने के लिये ‘गैर-आवासीय खेल प्रशिक्षण योजना’ की शुरुआत की है।
प्रमुख बिंदु
- कला संस्कृति मंत्री ने बताया कि इस योजना में आठ से 14 वर्ष तक के प्रशिक्षु खिलाड़ियों को खेल विद्या में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- इस योजना की सहायता से बिहार के खिलाड़ियों को आधुनिक प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की जाएगी।
- गैर-आवासीय खेल प्रशिक्षण योजना में निबंधित खिलाड़ी खेल प्रशिक्षण के निर्धारित समय पर प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थित होकर प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
- प्रत्येक ज़िले में इस योजना का संचालन होगा। पंचायतों, प्रखंड, ज़िलों के मुख्य आउटडोर स्टेडियम, ज़िला खेल भवन, खेल मैदान व स्कूलों में इस योजना का संचालन होगा। प्रत्येक कार्य दिवस को चार घंटे की प्रशिक्षण अवधि रहेगी।
हरियाणा Switch to English
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अटेली के मनीष सैनी को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया
चर्चा में क्यों?
17 अक्तूबर, 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार वितरण समारोह में हरियाणा के महेंद्रगढ़ ज़िले के मंडी अटेली कस्बे के निवासी मनीष सैनी को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में विभिन्न श्रेणियों में 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में वर्ष 2021 के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये। उन्होंने वहीदा रहमान को वर्ष 2021 के लिये दादा साहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भी सम्मानित किया।
- हरियाणा के महेंद्रगढ़ ज़िले के अटेली कस्बे के रहने वाले मनीष सैनी को उनकी गुजराती फिल्म ‘गांधी एंड कंपनी’के लिये राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किया गया है। लेखक और निर्देशक के तौर पर यह उनकी दूसरी फिल्म है।
- उनकी फिल्म ‘गांधी एंड कंपनी’ एक गुजराती कॉमेडी बाल फिल्म है, जो मनोरंजक तरीके से ईमानदारी और सद्भाव के गांधीवादी मूल्यों की पृष्ठभूमि के साथ एक कहानी कहती है। यह फिल्म आने वाली उम्र का पारिवारिक ड्रामा है, जो पारिवारिक दर्शकों के लिये है।
- उल्लेखनीय है कि मनीष सैनी एक लेखक और निर्देशक हैं, जिनको इससे पहले भी राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। मनीष सैनी ने गुजराती फिल्म ‘ढह’ का भी निर्देशन किया था। इसे भी राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा मनीष सैनी को इंटरनेशनल लेवल पर भी काफी सारी फिल्मों के लिये सम्मानित किया जा चुका है।
- मनीष सैनी मूलरूप से हरियाणा के अटेली विधानसभा के रहने वाले हैं। मनीष सैनी ने अपनी शिक्षा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन अहमदाबाद से पूरी की है।
हरियाणा Switch to English
ग्लोबल सिटी के रूप में विकसित होगा अग्रोहा
चर्चा में क्यों?
16 अक्तूबर, 2023 को हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने पत्रकार वार्ता में बताया कि अग्रोहा के पुरातात्त्विक स्थल के उत्खनन की अनुमति मिलने के बाद अग्रोहा को ग्लोबल सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि अग्रोहा के 20 किलोमीटर परिधि के दायरे में यह शहर विकसित होगा, जो सिंगापुर, मॉरीशस की तरह अपनी पहचान बनाएगा।
- अग्रोहा कल्चरल टूरिज्म को विश्व स्तर पर पहचान देने का काम करेगा। इसमें महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डा भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
- शहरी निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने अग्रोहा को लेकर अपना विज़न डाक्यूमेंट मीडिया से साझा करते हुए बताया कि अग्रसेन ग्लोबल सिटी कनेक्टिविटी के हिसाब से बेहद महत्त्वपूर्ण लोकेशन है, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर के धार्मिक पर्यटन का केंद्र बन सकती है। यहाँ आभ्या महालक्ष्मी का 108 फीट ऊँचा मंदिर बनाया जा रहा है, जिस पर 100 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
- पुरातत्त्व तथा धार्मिक महत्त्व और हड़प्पा संस्कृति के जुड़ाव के चलते यहाँ पर्यटन की अपार संभावनाएँ हैं। इंडस सरस्वती साइट्स के अलावा राखीगढ़ी, बनावली, बिरडाना, कुनाल, हिसार के साथ-साथ अग्रोहा भी पर्यटन के लिहाज से दुनिया के सबसे बड़े सर्किट में से एक होगा।
- डॉ. गुप्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार राखीगढ़ी की तर्ज़ पर यहाँ एक बड़ा म्यूजियम विकसित करने की योजना बना रही है। अग्रोहा पुरातत्त्व स्थल की खुदाई का कार्य भारतीय सर्वेक्षण की उत्खनन शाखा (एएसआई) व हरियाणा राज्य पुरातत्त्व विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।
- मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने बताया कि अग्रोहा टीले की खुदाई के संबंध में केंद्र सरकार ने स्वीकृति दे दी है। उन्होंने बताया कि 1888-89 में पहली बार ब्रिटिश काल में टीले की खुदाई हुई थी। दूसरी बार 1938-39 में तथा तीसरी बार 1978-79 में खुदाई हुई थी। अब चौथी बार खुदाई का काम शुरू होगा।
- सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना के तहत अग्रोहा विश्व स्तर के पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित होगा, जिसमें महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट अहम भूमिका निभाएगा। हिसार एयरपोर्ट को फेज 2 में 7200 एकड़ में विकसित किया जा रहा है। भविष्य में इसके साथ लगती करीब 10 हज़ार एकड़ ज़मीन को भी इंटीग्रेटिड एविएशन हब के लिये उपयोग किया जाएगा।
हरियाणा Switch to English
हरियाणा की आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता श्रीमती सुदेश यादव बेस्ट आंगनवाड़ी वर्कर अवॉर्ड से सम्मानित
चर्चा में क्यों?
16 अक्तूबर, 2023 को हरियाणा के सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता श्रीमती सुदेश यादव को पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन पर सौ प्रतिशत डाटा फीडिंग करने, पोषण वाटिका स्थापित करने एवं पोषण माह के दौरान अधिकाधिक गतिविधियाँ आयोजित करने के लिये बेस्ट आंगनवाड़ी वर्कर के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- हाल ही में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित बच्चों में कुपोषण के प्रबंधन के लिये प्रोटोकॉल लॉन्च कार्यक्रम में सुदेश यादव को यह सम्मान दिया गया।
- कार्यक्रम में राज्य के महिला एवं बाल विकास और आयुष मंत्री के साथ-साथ, महिला और बाल विकास एवं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिवों ने भी भाग लिया। इस कार्यक्रम में हरियाणा की ओर से महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त एवं सचिव अमनीत पी कुमार के साथ अन्य ज़िला अधिकारियों, 165 आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं ने भाग लिया।
- महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त अमनीत पी कुमार ने बताया कि यह प्रोटोकॉल एक तरह से समुदाय स्तर पर कुपोषित बच्चों की पहचान और प्रबंधन के लिये विस्तृत दिशा-निर्देश है जिसमें रेफरल, पोषण प्रबंधन और फॉलो-अप पर ध्यान देना शामिल है। यह दिशा-निर्देश हरियाणा राज्य में कुपोषण के प्रबंधन हेतु आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं को प्रशिक्षण देने में सहायक होगा।
- इस कार्यक्रम में देश भर से महिला एवं बाल स्वास्थ्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, यूनिसेफ, भारतीय मेडिकल संघ (आईएमए), अंतर्राष्ट्रीय बाल चिकित्सा संघ, भारतीय बाल चिकित्सा अकादमी, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ), विश्व बैंक और बिल मेलिंडा गेट्स जैसे अंतर्राष्ट्रीय और अन्य संगठनों के सदस्य भी उपस्थित रहे।
हरियाणा Switch to English
एचकेआरएन में लगे कर्मचारियों को मिलेगा स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ
चर्चा में क्यों?
16 अक्तूबर, 2023 को हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने शहरी स्थानीय निकाय में लगे कर्मचारियों को मेडिकल सेवाओं का लाभ देने के लिये आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हरियाणा कौशल रोज़गार निगम (एचकेआरएन) के तहत राज्य के विभिन्न विभागों में लगे कर्मचारियों को चिरायु योजना में स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दिया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि अब शहरी स्थानीय निकाय के जो कर्मचारी ईएसआई स्कीम में कवर नहीं होते और 21 हज़ार रुपए से अधिक सैलरी ले रहे हैं, उन्हें मेडिकल सेवाओं का लाभ दिया जाएगा।
- नगर परिषद, नगर पालिका एवं नगर निगमों में लगे कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान कोई दुर्घटना हो जाती है तो उसके इलाज का खर्च भी सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
- किसी सफाई कर्मचारी, सीवरमैन, फायरमैन, फायर ड्राइवर की अचानक मृत्यु हो जाती है तो उसे मुख्यमंत्री कर्मचारी दुर्घटना बीमा योजना के तहत 5 लाख रुपए का बीमा प्रदान किया जाता है। इसके साथ ही एडहॉक, डेलीवेज व कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी को भी 3 लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
- मुख्य सचिव ने कहा कि जो कर्मचारी कौशल रोज़गार दायरे से बाहर हैं, उन्हें भी स्वास्थ्य लाभ देने पर विचार किया गया। ऐसे कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ देने के लिये जल्द ही मुख्यमंत्री से अनुमति ली जाएगी, ताकि शहरी स्थानीय निकाय व अन्य विभागों के सभी कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।
झारखंड Switch to English
स्कूली बच्चों के लिये ऑनलाइन एजुकेशन ऐप ‘जे गुरुजी ऐप’
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राँची में आयोजित कार्यक्रम में ऑनलाइन एजुकेशन के लिये ‘जी गुरुजी मोबाइल एप’की लॉन्चिंग की।
प्रमुख बिंदु
- झारखंड के शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिये ऑनलाइन शिक्षा मोबाइल ऐप तैयार कराया है। इस ऐप में लॉगिन के लिये विद्यार्थियों को ‘स्टूडेंट आइडी’ मिलेगी। लॉगिन के बाद छात्र ऑनलाइन क्लास भी कर सकेंगे।
- ऐप पर कक्षा एक से 12वीं तक की सभी किताबें भी उपलब्ध रहेंगी। ऐप में प्रत्येक चैप्टर के अनुरूप सवाल भी दिये गए हैं, जिन्हें विद्यार्थी ऑनलाइन हल कर सकते हैं।
- इस ऐप को कुछ इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि छात्रों को एक क्लिक पर किताब से लेकर टेस्ट सीरीज़ और सवालों के जवाब मिल जाएंगे।
- इस ऐप में सवालों के जवाब देने के दौरान किसी प्रश्न का उत्तर गलत होने पर उसके सही उत्तर की जानकारी भी दी जाएगी। साथ ही छात्रों को ये भी बताया जाएगा कि सही उत्तर के लिये वे किताब के किस चैप्टर को देखें।
- वहीं इसमें तकरीबन 2700 ऑनलाइन वीडियो भी अपलोड हैं। ऐप पर विद्यार्थी की पढ़ाई के अनुरूप उन्हें राज्य स्तर पर रैंक भी दी जाएगी।
उत्तराखंड Switch to English
उत्तराखंड की सृष्टि लखेरा को फिल्म ‘एक था गाँव’ के लिये मिला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
17 अक्तूबर, 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार वितरण समारोह में उत्तराखंड के टिहरी ज़िले के कीर्तिनगर ब्लॉक के सेमला गाँव निवासी सृष्टि लखेरा को उनकी फिल्म ‘एक था गाँव’के लिये बेस्ट नॉन फीचर फिल्म की केटेगरी में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में विभिन्न श्रेणियों में 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में वर्ष 2021 के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये। उन्होंने वहीदा रहमान को वर्ष 2021 के लिये दादा साहेब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से भी सम्मानित किया।
- सृष्टि लखेरा ने फिल्म ‘एक था गाँव’का प्रोडक्शन और निर्देशन किया है। इससे पहले यह फिल्म मुंबई एकेडमी ऑफ मूविंग इमेज (मामी) फिल्म महोत्सव के इंडिया गोल्ड श्रेणी में जगह बना चुकी है।
- सृष्टि के पिता एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. केएन लखेरा ने बताया कि सृष्टि करीब 13 साल से फिल्म लाइन के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं।
- गढ़वाली और हिन्दी भाषा में बनी इस फिल्म में घोस्ट विलेज (पलायन से खाली हो चुके गाँव) की कहानी है। उत्तराखंड में पलायन की पीड़ा को देखते हुए सृष्टि ने यह फिल्म बनाई।
- डॉ. केएन लखेरा ने बताया कि पहले उनके गाँव में 40 परिवार रहते थे और अब पाँच से सात लोग ही बचे हैं। लोगों को किसी-न- किसी मज़बूरी से गाँव छोड़ना पड़ा। इसी उलझन को उन्होंने एक घंटे की फिल्म के रूप में पेश किया है। फिल्म के दो मुख्य पात्र हैं- 80 वर्षीय लीला देवी और 19 वर्षीय किशोरी गोलू।
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