ग्लेशियर पर अतिक्रमण | उत्तराखंड | 18 Jul 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में स्वयंभू बाबा योगी चैतन्य आकाश ने उत्तराखंड के सुंदरढूंगा ग्लेशियर पर 5,000 मीटर की ऊँचाई पर एक अनधिकृत मंदिर का निर्माण किया।
- स्थानीय ग्रामीणों द्वारा अतिक्रमण पर रोष व्यक्त किये जाने के बाद राजस्व, वन और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम जाँच करेगी।
मुख्य बिंदु
- स्वयंभू धर्मगुरु ने दावा किया कि उसे एक दैवीय शक्ति द्वारा पहाड़ पर मंदिर बनाने का निर्देश दिया गया था।
- यह स्थान पारिस्थितिक दृष्टि से संवेदनशील है, जहाँ तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों के लिये एक पवित्र कुंड है।
- हर बारह वर्षों में नंदा राज यात्रा के दौरान लोग कुंड देखने आते हैं।
- यह उत्तराखंड का एक प्रसिद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन है, जो तीर्थयात्रियों द्वारा पैदल ही बहुत लंबी दूरी तय करने के लिये प्रसिद्ध है। सबसे हालिया नंदा राज यात्रा वर्ष 2014 में हुई थी।
- पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील और धार्मिक रूप से महत्त्वपूर्ण क्षेत्र में निर्मित एक अनधिकृत मंदिर ने स्थानीय प्राधिकारियों तथा उत्तराखंड सरकार के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिक्रमण विरोधी प्रयासों के बारे में चिंताएँ उत्पन्न कर दी हैं।