प्रधानमंत्री ने किया बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन | उत्तर प्रदेश | 18 Jul 2022
चर्चा में क्यों?
16 जुलाई, 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के इटावा ज़िले से निकलने वाले बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- इसके साथ ही बुंदेलखंड क्षेत्र लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के माध्यम से लखनऊ और यमुना एक्सप्रेसवे के ज़रिये दिल्ली से जुड़ गया है।
- इस एक्सप्रेसवे पर 250 से ज़्यादा ज़्यादा छोटे पुल, 15 से ज़्यादा फ्लाईओवर, 6 टोल प्लाजा और 12 से ज़्यादा बड़े पुल और 4 रेल पुल बनाए गए हैं। 24 घंटे पुलिस पेट्रोलिंग और एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
- राज्य में यह चौथी एक्सप्रेसवे परियोजना है, जो रिकॉर्ड 28 महीने में पूरी की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 फरवरी, 2020 को इस परियोजना की नींव रखी थी।
- उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के तत्त्वावधान में लगभग 14,850 करोड़ रुपए की लागत से इस 296 किलोमीटर फोर-लेन एक्सप्रेसवे का निर्माण किया गया है। बाद में इसे छह लेन तक भी विस्तारित किया जा सकता है।
- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट जिले के भरतकूप के पास गोंडा गाँव में NH-35 से शुरू होकर इटावा जिले के कुदरैल गाँव तक फैला हुआ है, जहाँ यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे में मिल जाता है।
- यह सात जिलों- चित्रकूट, बाँदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा से होकर गुजरता है।
- क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा, जिसके परिणामस्वरूप स्थानीय लोगों के लिये हजारों नौकरियों का सृजन होगा।