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रोहतक और गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा के बीच समझौते का हुआ आदान-प्रदान
चर्चा में क्यों?
16 मई, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में नगर निगम रोहतक की 15.37 एकड़ भूमि गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा को 2 लाख रुपए प्रति वर्ष की दर से 33 वर्षों की लीज पर आवंटित करने हेतु नगर निगम रोहतक और गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा के बीच समझौता हुआ और दस्तावेज़ एक्सचेंज किये गए।
प्रमुख बिंदु
- गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा की लंबे समय से चली आ रही इस मांग को पूरा किया गया है, जिससे इस भूमि का उपयोग मौज़ूदा शैक्षणिक संस्थान के विस्तार के लिये किया जाएगा।
- सभा के पदेन सचिव डॉ. जयपाल शर्मा ने बताया कि सभा 100 से अधिक शिक्षण संस्थाएँ चला रही हैं और समाज के सभी वर्गों को शिक्षा प्रदान कर रही है। वर्तमान में संस्था द्वारा एक स्नातक महाविद्यालय, 1 बी.ए. महाविद्यालय तथा 1 विद्यालय चलाया जा रहा है। इन संस्थानों में लगभग 3700 छात्र अध्ययन कर रहे हैं।
- विदित है कि गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा को वर्ष 2008 में पहरावर ज़मीन लीज़ पर दी गई थी, लेकिन उसके बाद नगर निगम रोहतक बना और यह ज़मीन निगम के अधीन आ गई। लीज़ राशि का भी भुगतान नहीं हुआ। इस बीच हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने ज़मीन का अधिग्रहण किया, विवाद बढ़ा और एचएसवीपी ने ज़मीन को रिलीज़ कर दिया।
- हाल ही में करनाल में आयोजित भगवान परशुराम महाकुंभ में इस ज़मीन को नए सिरे से गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा को देने की घोषणा की गई थी। कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव को मंज़ूरी देकर अब स्वीकृति-पत्र एवं लीज़ दस्तावेज़ सभा को सौंपे गए हैं।
- सभा इस ज़मीन का उपयोग शिक्षण संस्थान बनाने के लिये करेगी। लीज़ में 5 साल का समय दिया गया है। यदि 5 साल में भी संस्थान का निर्माण नहीं हो पाता तो और 5 साल का समय दिया जाएगा।
- उल्लेखनीय है कि भगवान परशुराम महाकुंभ के दौरान कई घोषणाएँ की गई जिसमें से अधिकांश पूरी हो गई हैं। इनमें भगवान परशुराम के नाम पर एक विशेष स्मारक डाक टिकट जारी करना, कैथल में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का नाम भगवान परशुराम के नाम पर करना और परशुराम जयंती पर राजपत्रित अवकाश की घोषणा करना शामिल है।
- इसके अलावा, पुजारी-पुरोहित कल्याण बोर्ड की स्थापना का काम पाइपलाइन में है, जिसे जल्द ही पूरा किया जाएगा।
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हरियाणा वन विभाग लगाएगा 3 लाख 78 हज़ार 250 पौधे
चर्चा में क्यों?
16 मई, 2023 को हरियाणा वन विभाग के एक प्रवक्ता द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रदेश को हरा-भरा बनाने के लिये 90 किस्मों के 3 लाख 78 हज़ार 250 पौधे लगाए जाएंगे, जिन्हें मानसून की पहली बारिश के बाद लगाया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- पौधारोपण में मुख्य रूप से औषधीय पौधे, फल देने वाले, छाया देने वाले व लकड़ी देने वाले पौधे लगाए जाएंगे।
- प्रवक्ता ने बतया कि पंचायती ज़मीन, मुख्य मार्ग, स्कूल, कॉलेज, श्मशान घाट, खेल के मैदान, सरकारी शिक्षण संस्थान आदि में मानसून आने के बाद पौधारोपण किया जाएगा। पौधारोपण में पौधागिरि के तहत 75 हज़ार, जल शक्ति के तहत 1 लाख व 75 हज़ार पौधे नि:शुल्क दिये जाएंगे।
- इस कार्य में जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों, विद्यालयों का भी सहयोग लिया जाएगा।
- विदित है कि पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिये पौधारोपण ज़रूरी है। पौधे हवा को शुद्ध करते हैं, पानी का संरक्षण करते हैं, जलवायु नियंत्रण में मदद करते हैं व मिट्टी को संरक्षित करने के अलावा पर्यावरण को कई अन्य तरीकों से भी लाभान्वित करते हैं।
- पौधे जीवन देने वाली ऑक्सीजन प्रदान करते हैं और जानवरों द्वारा छोड़ी गई कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं। ये फल, लकड़ी, फाइबर, रबर आदि और भी बहुत कुछ प्रदान करते हैं। पेड़ हवा से कणों को फिल्टर भी करते हैं, इस प्रकार इसे स्वच्छ और जहरीले पदार्थों से मुक्त बनाते हैं।
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