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प्रदेश के 15 ज़िलों के 7834 ग्राम अभावग्रस्त घोषित
चर्चा में क्यों?
17 फरवरी, 2023 को राज्य सरकार ने अधिसूचना जारी कर प्रदेश के 15 ज़िलों के 7834 ग्राम अभावग्रस्त घोषित किये हैं। यह अधिसूचना 31 मार्च, 2023 तक लागू रहेगी।
प्रमुख बिंदु
- ज़िला कलेक्टरों से प्राप्त खरीफ फसल-2022 (संवत् 2079) नियमित / विशेष गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर बाढ़ से फसल खराब होने पर किसानों को राहत प्रदान करने के लिये इन ज़िलों के गाँव के लिये अधिसूचना जारी की गई है।
- आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार बारां ज़िले के 1231 ग्राम, भरतपुर के 957, बूंदी के 517, धौलपुर के 58, श्रीगंगानगर के 02, झालावाड़ के 1597, करौली के 13, नागौर के 347, सवाई माधोपुर के 14, टोंक के 716, कोटा के 766, बांसवाड़ा के 717, प्रतापगढ़ के 625, जोधपुर के 47, अजमेर के 227 ग्रामों को राहत प्रदान की गई है।
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जयपुर के मशहूर सिटी पार्क में होगा ‘रोज शो-2023’ का आयोजन
चर्चा में क्यों?
17 फरवरी, 2023 को आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि द रोज सोसाइटी ऑफ राजस्थान की ओर से 26 फरवरी को जयपुर के मशहूर सिटी पार्क में 48वाँ ‘रोज शो-2023’ का आयोजन किया जाएगा।।
प्रमुख बिंदु
- आवासन आयुक्त पवन अरोड़ा के साथ सोसाइटी के पदाधिकारियों ने बैठक कर कार्यक्रम की कार्ययोजना को साझा किया। आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि 48वाँ रोज शो में गुलाब की 500 से अधिक किस्मों को प्रदर्शित किया जाएगा।
- उन्होंने बताया कि सिटी पार्क में पूर्व में ही ‘जयपुर फ्लावर शो’का एरिया विकसित किया गया था, जो कि लोगों में खासा आकर्षण बना हुआ है। सोसायटी द्वारा हर वर्ष फरवरी माह में होने वाला ‘रोज शो’अब सिटी पार्क में ही आयोजित किया जाएगा, जोकि आने वाले दिनों में पर्यटकों के लिये भी आकर्षण का केंद्र बनेगा।
- सोसाइटी के संरक्षक एवं सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी ईश्वर चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि सोसाइटी द्वारा हर वर्ष सेंट्रल पार्क व यूथ हॉस्टल में रोज शो का आयोजन किया जाता रहा है, लेकिन इस बार शहर की धड़कन बन चुके सिटी पार्क में यह भव्य शो आयोजित किया जाएगा।
- उन्होंने बताया कि शो में आमजन भी उन्नत किस्म के गुलाब की कलम के साथ हिस्सा ले सकते हैं। अच्छे गुलाबों की किस्मों को सम्मानित भी किया जाएगा। इसके अलावा पेंटिंग कंपटीशन सहित कई अन्य रचनात्मक व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
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नाथद्वारा मंदिर (संशोधन) विधेयक, 2022 एवं श्री सांवलियाजी मंदिर (संशोधन) विधेयक, 2022 ध्वनिमत से पारित
चर्चा में क्यों?
17 फरवरी, 2023 को राज्य विधानसभा ने नाथद्वारा मंदिर (संशोधन) विधेयक, 2022 एवं श्री सांवलिया जी मंदिर (संशोधन) विधेयक, 2022 को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
प्रमुख बिंदु
- देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने दोनों विधेयक चर्चा के लिये सदन में प्रस्तुत किये। सदन में विधेयकों पर हुई चर्चा के बाद देवस्थान मंत्री ने विधेयकों के उद्देश्यों एवं कारणों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि दोनों विधेयक उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार लाए गए हैं।
- उन्होंने कहा कि इस संशोधन से पहले दोनों मंदिरों के बोर्ड में गूंगे, बहरे एवं कुष्ठ रोगी सदस्य नहीं बन सकते थे। उनके मन में इस कारण कुंठा होती थी। उन्होंने कहा कि दोनों विधेयक उनकी भावनाओं को सम्मान देने के साथ ही उनकी हीन भावना समाप्त करेंगे।
- मंत्री शकुंतला रावत ने बताया कि इन विधेयकों के पारित होने से अब गूंगे, बहरे एवं कुष्ठ रोगी भी इन मंदिरों के बोर्ड में अध्यक्ष एवं सदस्य बन सकेंगे तथा धार्मिक अनुष्ठान में हिस्सा ले सकेंगे।
- उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पुजारियों के मानदेय में वृद्धि की है। देवस्थान विभाग के माध्यम से कोरोना के दौरान मोक्ष-कलश योजना चलाई गई एवं वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के माध्यम से प्रदेशवासियों को तीर्थ यात्रा करवाई जा रही है।
- इससे पहले दोनों विधेयकों को सदस्यों द्वारा जनमत जानने के लिये प्रचारित करने के प्रस्ताव को सदन ने ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया था।
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