मध्य प्रदेश Switch to English
जगदीशपुर के नाम से जाना जाएगा इस्लामनगर
चर्चा में क्यों?
14 फरवरी, 2023 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के जगदीशपुर (इस्लामनगर) के चमन महल में गौरव दिवस कार्यक्रम के अवसर पर जगदीशपुर के नामकरण शिला का अनावरण किया। इस्लामनगर अब जगदीशपुर के नाम से जाना जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के राजस्व विभाग द्वारा 1 फरवरी, 2023 को राजपत्र पर अधिसूचना जारी की गई थी, जिसमें नाम में बदलाव की सूचना दी गई है। इस अधिसूचना में लिखा गया है कि गृह मंत्रालय के पत्र का संसूचित अनापत्ति के अनुसरण के बाद भोपाल ज़िले के इस्लाम नगर गाँव का नाम परिवर्तित किया जा रहा है। यह अधिसूचना मध्य प्रदेश राज्यपाल के नाम के से जारी की गई है।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 26 करोड़ 71 लाख 86 हज़ार रुपए के कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।
- उल्लेखनीय है कि जगदीशपुर भोपाल ज़िले में स्थित एक ग्राम पंचायत है। यह तहसील हुजूर में फंदा ब्लॉक के अंतर्गत आता है। पूर्व में जगदीशपुर (इस्लामनगर) भोपाल रियासत की राजधानी हुआ करती थी। जगदीशपुर देवड़ा राजपूतों का गढ़ था। जगदीशपुर को राजपूत शासकों ने बसाया था। वर्ष 1715 से पहले यहाँ के शासक नरसिंह देवड़ा चौहान थे।
- 308 साल पहले औरंगजेब की मौत के बाद उसकी सेना का एक सैनिक दोस्त मोहम्मद खान भागकर उत्तर प्रदेश, मालवा और मंगलगढ़ होते हुए जगदीशपुर पहुँच गया। पहले उसने जगदीशपुर पर हमला किया, जिसमें उसे करारी शिकस्त मिली। उसके बाद दोस्त मोहम्मद खान ने राजा नरसिंह देवड़ा को भोजन का निमंत्रण दिया था और भोजन करते समय उसकी हत्या कर दी। फिर दोस्त मोहम्मद खान ने जगदीशपुर पर अधिकार कर इसका नाम इस्लामनगर रख दिया था।
- जगदीशपुर का किला अपनी वास्तु-कला के लिये जाना जाता है। पर्यटन स्थल जगदीशपुर में गोंड महल, रानी महल एवं चमन महल प्रमुख हैं।
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राज्य रूपंकर कला पुरस्कार घोषित
चर्चा में क्यों?
14 फरवरी, 2023 को मध्य प्रदेश की संस्कृति विभाग की उस्ताद अलाउद्दीन खाँ संगीत एवं कला अकादमी द्वारा वर्ष 2022-23 के लिये प्रदेश में ललित कलाओं के क्षेत्र में राज्य रूपंकर कला पुरस्कार घोषित कर दिये गए हैं।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि 20 फरवरी, 2023 को खजुराहो में खजुराहो नृत्य समारोह के शुभारंभ अवसर पर राज्य रूपंकर कला पुरस्कार में 10 राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे।
- पुरस्कार के लिये घोषित कलाकारों को 51 हज़ार रुपए की सम्मान राशि और प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया जाएगा। साथ ही पुरस्कृत और चयनित कलाकृतियों की प्रदर्शनी 20 से 26 फरवरी, 2023 तक खजुराहो नृत्य समारोह स्थल में लगेगी।
- राज्य रूपंकर कला पुरस्कारों में वर्ष 2022-23 के लिये देवकृष्ण जटाशंकर जोशी पुरस्कार जबलपुर के अमित कुमार सिन्हा को उनकी कलाकृति ‘द शाइनिंग मेकर’के लिये दिया जाएगा तथा मुकुंद सखाराम भांड पुरस्कार भोपाल की समीक्षा राठौर को ‘शीर्षक विहिन’ के लिये प्रदान किया जाएगा।
- वहीं राज्य रूपंकर कला पुरस्कारों में वर्ष 2022-23 के लिये सैयद हैदर रजा पुरस्कार भोपाल के पॉपिल मन्ना को ‘डेप्थ ऑफ फेयरनेसन’के लिये, दत्तात्रेय दामोदर देवलालीकर पुरस्कार धार के प्रेम कुमार सिंह को ‘अनटाईटल-1’ के लिये, जगदीश स्वामीनाथन पुरस्कार भोपाल के मान सिंह व्याम को ‘जिंदगी एक सफर के लिये’, विष्णु चिंचालकर पुरस्कार इंदौर के उपेंद्र उपाध्याय को ‘सेमल की बहार’ के लिये, नारायण श्रीधर बेंद्रे पुरस्कार ग्वालियर के ओमप्रकाश माहौर को ‘रंगों का बचपन’ के लिये, रघुनाथ कृष्णराव फड़के पुरस्कार भोपाल के गिरीश बा. उरकुड़े को ‘अनटाईटल-2’ के लिये, राममनोहर सिन्हा पुरस्कार भोपाल की शिवानी दुबे को ‘हिस्टोरिसिटी-6’ के लिये और लक्ष्मीशंकर राजपूत पुरस्कार जबलपुर की अंजलि राउत को ‘प्रिंटेड क्वीन-1’ के लिये प्रदान किया जाएगा।
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