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स्टेट पी.सी.एस.

  • 18 Jan 2022
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उत्तर प्रदेश Switch to English

कथक नृत्य सम्राट पंडित बिरजू महाराज का निधन

चर्चा में क्यों?

17 जनवरी, 2022 को पारंपरिक भारतीय नृत्य शैली ‘कथक’को विश्व पटल पर ले जाने वाले एवं पद्म विभूषण, नृत्य शिरोमणि, संगीत नाटक अकादमी सरीखे अनगिनत सम्मानों से सम्मानित प्रख्यात कथक नर्तक बिरजू महाराज का निधन हो गया।

प्रमुख बिंदु

  • भारत के सबसे प्रसिद्ध एवं पसंदीदा कलाकारों में से एक, बृज मोहन नाथ मिश्रा (पंडित बिरजू महाराज के नाम से मशहूर) शास्त्रीय कथक नृत्य के लखनऊ के कालका-बिंदादिन घराना से ताल्लुक रखते थे। इनका जन्म 4 फरवरी, 1938 को लखनऊ में हुआ था।
  • बिरजू महाराज के पिता और गुरु अच्छन महाराज, चाचा शंभु महाराज और लच्छू महाराज भी प्रसिद्ध कथक नर्तक थे।
  • पंडित बिरजू महाराज की कलात्मक शख्सियत ऐसी रही है, जो तर्क से परे मानी जाती है। वे गुरु, नर्तक, कोरियोग्राफर, गायक और कंपोजर थे। वे तालवाद्य बजाते थे, कविता लिखते थे और चित्रकारी भी करते थे। उनके शिष्य जाने-माने कलाकार हैं और दुनियाभर में फैले हैं।
  • 1983 में पद्म विभूषण से सम्मानित बिरजू महाराज ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में भी डांस कोरियोग्राफ किया, जिनमें उमराव जान, डेढ़ इश्किया, बाजीराव मस्तानी जैसी फिल्में शामिल हैं। पद्म विभूषण के अलावा उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कालिदास सम्मान भी मिल चुका है। 
  • वहीं 2012 में ‘विश्वरूपम’फिल्म में कोरियोग्राफी के लिये उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा बाजीराव मस्तानी के ‘मोहे रंग दो लाल’गाने की कोरियोग्राफी के लिये उन्हें वर्ष 2016 में फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था।
  • इनके साथ ही इन्हें काशी हिंदू विश्वविद्यालय एवं खैरागढ़ विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी मिली।

राजस्थान Switch to English

प्रदेश के सभी ज़िलों में पेयजल जाँच प्रयोगशालाओं को मिला ‘एनएबीएल एक्रीडिशन’

चर्चा में क्यों?

17 जनवरी, 2022 को राजस्थान के जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी ने बताया कि जन-स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के तहत प्रदेश में पेयजल गुणवत्ता जाँच के लिये समस्त ज़िलों में संचालित पेयजल गुणवत्ता जाँच प्रयोगशालाओं को ‘एनएबीएल एक्रीडिशन’ प्रमाणीकरण मिल गया है।

प्रमुख बिंदु

  • पीएचईडी में राजधानी जयपुर में मुख्यालय पर राज्यस्तरीय पेयजल गुणवत्ता जाँच प्रयोगशाला स्थापित है, इसके अलावा अन्य 32 ज़िलों में ज़िलास्तरीय प्रयोगशालाएँ चलाई जा रही हैं। अब इन सभी 33 प्रयोगशालाओं को राष्ट्रीय स्तर की स्वतंत्र संस्था ‘नेशनल एक्रीडिशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड केलिब्रेशन लेबोरेट्रीज’(एनएबीएल) से प्रमाणीकरण मिल गया है।
  • देश में एनएबीएल जाँच प्रयोगशालाओं के प्रमाणीकरण के लिये राष्ट्रीय स्तर की एक स्वतंत्र संस्था है। इसके द्वारा आईएसओ/आईईसी:17025 के तहत परीक्षण प्रयोगशालाओं को एनएबीएल प्रमाणीकरण दिया जाता है। 
  • यह संस्था भारत सरकार में ‘क्वालिटी काऊंसिल ऑफ इंडिया’के तहत स्थापित है, जो लेबोरेट्रीज के ‘एनएबीएल एक्रीडिशन’के लिये थर्ड पार्टी एजेंसी के रूप में प्रयोगशालाओं की लीगल आईडेंटिटी, इसमें कार्यरत् मानव श्रम की संख्या के साथ ही उनकी योग्यता और अनुभव, उपकरणों के समयबद्ध केलिब्रेशन (जाँच में दक्षता की परख) आदि बिंदुओं के आधार पर ‘परफॉरमेंस ऑडिट’के बाद प्रमाणीकरण करती है। 
  • राज्य सरकार द्वारा आमजन के स्तर पर पेयजल गुणवत्ता जाँच को बढ़ावा देने के लिये एक महत्त्वपूर्ण निर्णय के तहत सभी नागरिकों हेतु 16 बिंदुओं पर आधारित पेयजल गुणवत्ता परीक्षण की दर 1000 रुपए से घटाकर 600 रुपए की गई है। इससे प्रदेश की सभी ‘एनएबीएल एक्रीडेटेड’ज़िलास्तरीय गुणवत्ता जाँच प्रयोगशालाओं में लोगों को फ्लोराइड, नाईट्रेट, थर्मो टॉलरेंट कॉलीफॉर्म बैक्टीरिया, टोटल कोलोफॉर्म बैक्टीरिया, आर्सेनिक, आयरन, सल्फेट, क्लोराइड, रेजिड्यूअल क्लोरीन, टोटल हार्डनेस, टोटल अल्केलिनिटी, टर्बिनिटी, टोटल डिजोल्वड सॉलिड, पीएच, कलर और ऑडर के 16 बिंदुओं पर आधारित गुणवत्ता जाँच की सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
  • डॉ. जोशी ने बताया कि प्रदेश में जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2024 तक सभी परिवारों को ‘हर घर जल’कनेक्शन उपलब्ध कराने के साथ ही वाटर क्वालिटी मॉनिटरिंग एंड सर्विलियंस (डब्ल्यूक्यूएमएस) प्रोगाम में पेयजल गुणवत्ता की दृष्टि से प्रदेश में चालू वित्तीय वर्ष में 102 नई ब्लॉकस्तरीय पेयजल गुणवत्ता जाँच प्रयोगशालाएँ भी स्थापित की जाएंगी।
  • डॉ. जोशी ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के लिये स्वीकृत परियोजनाओं में ‘हर घर जल’कनेक्शन के माध्यम से स्वच्छ एवं गुणवत्तापूर्ण पेयजल आपूर्ति की मॉनिटरिंग हेतु 11 हज़ार 343 ग्राम पंचायतों में वितरण के लिये 12 हज़ार से अधिक ‘फील्ड टेस्टिंग किट’की खरीद की गई है। इस किट का उपयोग करते हुए राज्य के 43 हज़ार 323 गाँवों में गठित ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति (वीडब्ल्यूएससी-विलेज वाटर एंड सेनिटेशन कमेटी) के सदस्य जेजेएम में ‘हर घर जल’कनेक्शन के माध्यम से पेयजल आपूर्ति में गुणवत्ता की समयबद्ध जाँच कर सकेंगे।

मध्य प्रदेश Switch to English

प्रदेश के दो नेशनल पार्क में एयर सफारी

चर्चा में क्यों?

17 जनवरी, 2022 को निजी एयरो स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर्स कंपनी के सीईओ मनीष सैनी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रदेश के दो राष्ट्रीय उद्यानों- कान्हा और बांधवगढ़ में एयर सफारी प्रारंभ करने के संबंध में जानकारी दी। साथ ही मुख्यमंत्री को एयर सफारी सेवा के शुभारंभ के लिये आमंत्रण भी दिया।

प्रमुख बिंदु

  • सैनी ने बताया कि पहली बार एयर सफारी की योजना क्रियान्वित होगी। इसके लिये 2 से 14 सीटर के एयर क्रॉफ्ट उपयोग में लिये जाएंगे, जिनका निर्माण भी मध्य प्रदेश में हो, इसके प्रयास किये जा रहे हैं। 
  • विमानन विभाग के सहयोग से आगामी दो माह में इसकी शुरुआत की योजना है। साथ ही प्रथम स्पोर्ट्स एयर क्रॉफ्ट एयर शो पर भी विचार किया जा रहा है।
  • मुख्यमंत्री ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए आशा व्यक्त की कि कोविड की लहर थमते ही पर्यटन की गतिविधियों का विस्तार होगा और तब बांधवगढ़ नेशनल पार्क एवं कान्हा नेशनल पार्क के भ्रमण के लिये आने वाले पर्यटक हवाई पर्यटन का आनंद भी ले सकेंगे।

मध्य प्रदेश Switch to English

उमरिया डुंगरिया औद्योगिक क्षेत्र के लिये बना अति उच्च दाब सब-स्टेशन बरगी हुआ ऊर्जीकृत

चर्चा में क्यों?

17 जनवरी, 2022 को मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि जबलपुर क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने बरगी क्षेत्र के चंदेरी ग्राम में 132 के.वी. के नए अति उच्च दाब सब-स्टेशन को ऊर्जीकृत कर दिया है। 

प्रमुख बिंदु

  • इस सब-स्टेशन के प्रारंभ हो जाने से जबलपुर के उमरिया डुंगरिया औद्योगिक क्षेत्र को काफी फायदा मिलेगा। साथ ही उमरिया डुंगरिया में फेस-एक, फेस-दो और फेस-तीन के प्रस्तावित उद्योगों के लिये विद्युत की सहज उपलब्धता रहेगी।
  • अब उमरिया डुंगरिया के साथ ही मानेगाँव क्षेत्र के क्रेशर, बरगी और चरगंवा क्षेत्र के घरेलू एवं कृषि उपभोक्ताओं को उचित वोल्टेज में गुणवत्तापूर्ण बिजली मिलेगी।
  • पहले इस औद्योगिक क्षेत्र सहित बरगी एवं चरगंवा क्षेत्र में मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के 2 फीडर से विद्युत आपूर्ति की जाती थी। अब बरगी सब-स्टेशन के प्रारंभ हो जाने से 6 फीडर से बिजली मिलेगी।
  • कंपनी के उमरिया डुंगरिया क्षेत्र में अब दो अति उच्च दाब सब-स्टेशनों से विद्युत सप्लाई का दोहरा विकल्प उपलब्ध रहेगा- एक 220 के.वी. जबलपुर से तथा दूसरा सीधे बरगी पावर हाउस से।
  • बरगी (चंदेरी) में सब-स्टेशन बनने से 33 के.वी. लाइनों की लंबाई भी कम होगी। जो पहले 40 कि.मी. थी, वो अब घटकर 12 कि.मी. की हो गई है। इससे उपभोक्ताओं को कम वोल्टेज पर सप्लाई की समस्याओं से छुटकारा तो मिलेगा ही, साथ ही घने जंगल और नर्मदा क्रॉसिंग के कारण विद्युत सुधार कार्य में आसानी होगी।
  • उमरिया डुंगरिया में 33 के.वी. के 2, 11 के.वी. के 6 तथा निम्न दाब के 60 उपभोक्ताओं के औद्योगिक कनेक्शन हैं। इन्हें प्रत्यक्ष रूप से फायदा तो मिलेगा ही, इसके अलावा तकरीबन 147 गाँवों के करीब 25 हज़ार 650 उपभोक्ता भी लाभान्वित होंगे।
  • 132 के.वी. बरगी (चंदेरी) के ऊर्जीकृत होने से जबलपुर ज़िले की पारेषण क्षमता में वृद्धि हुई है। जबलपुर ज़िले में अब 220 के.वी. के 4 तथा 132 के.वी. के 9 सब-स्टेशन हो गए हैं।
  • मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी का यह प्रदेश में 404वाँ अति उच्च दाब केंद्र है। प्रदेश में इस समय ट्रांसमिशन कंपनी के 400 के.वी. के 14 सब-स्टेशन, 220 के.वी. के 84 सब-स्टेशन तथा 132 के.वी. के 306 सब-स्टेशन क्रियाशील हैं। 

हरियाणा Switch to English

रेनू भाटिया बनीं राज्य महिला आयोग की नई अध्यक्ष

चर्चा में क्यों?

17 जनवरी, 2022 को हरियाणा सरकार ने एनआईटी फरीदाबाद की रेनू भाटिया को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति तीन वर्ष के लिये हुई है। 

प्रमुख बिंदु

  • महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रधान सचिव जी. अनुपमा ने उनकी नियुक्ति का आदेश जारी किया। इस नियुक्ति के साथ ही एक साल से खाली चला आ रहा महिला आयोग अध्यक्ष का पद भर गया है।
  • इससे पहले महिला आयोग की अध्यक्ष का कार्यभार आयोग की उपाध्यक्ष प्रीति भारद्वाज संभाल रही थीं। प्रीति भारद्वाज को पुनः राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है तथा उनका कार्यकाल एक वर्ष बढ़ाया गया है। दोनों ही पदों पर नियुक्ति के नियम व शर्तें बाद में जारी की जाएंगी। 
  • रेनू भाटिया भाजपा नेत्री एवं फरीदाबाद निवासी हैं। वो काफी लंबे समय से भाजपा में सक्रिय हैं और वह फरीदाबाद नगर निगम की डिप्टी मेयर भी रह चुकी हैं।
  • राज्य आयोग की पूर्व अध्यक्ष प्रतिभा सुमन के बाद प्रीति भारद्वाज ने ही कार्यकारी अध्यक्ष का ज़िम्मा संभाला था। उन्होंने अनेक मामलों में स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की, जिसमें विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष के प्रदर्शनों में महिला अधिकारों के हनन का मामला भी शामिल रहा।

झारखंड Switch to English

धनबाद को मिला दूसरा महिला थाना

चर्चा में क्यों?

16 जनवरी, 2022 को धनबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजीव कुमार ने बाघमारा प्रखंड के तिलटांड इलाके में ज़िले के दूसरे महिला पुलिस स्टेशन का उद्घाटन किया। ज़िले के सदर थाना परिसर में एक महिला थाना पहले से ही कार्यरत् है।

प्रमुख बिंदु

  • एसएसपी ने कहा कि 2016 से इस थाना को स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा था। नया महिला पुलिस स्टेशन महिलाओं और उनके परिवार के सदस्यों को अत्याचारों के बारे में बिना किसी झिझक के शिकायत करने में मदद करेगा, क्योंकि प्रभारी अधिकारी एक महिला पुलिस अधिकारी होगी। 
  • सोनिका वर्मा को इस थाने का पहला प्रभारी नियुक्त किया गया है। मीडिया से बात करते हुए सोनिका वर्मा ने कहा कि अब कोई भी महिला पीड़ित होने पर सीधे थाने में मदद के लिये आ सकती है।
  • यह पुलिस स्टेशन पूरे बाघमारा पुलिस सब डिवीज़न में रहने वाली आबादी को आच्छादित करेगा।

छत्तीसगढ़ Switch to English

आईआईआईटी-नया रायपुर के निदेशक को मिला लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार

चर्चा में क्यों?

17 जनवरी, 2022 को इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IIIT) नया रायपुर के निदेशक डॉ. प्रदीप के. सिन्हा को सोसाइटी फॉर डेटा साइंस (S4DS) द्वारा डेटा साइंस एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उनके योगदान के लिये लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

प्रमुख बिंदु

  • इस पुरस्कार की घोषणा वर्चुअल मोड में आयोजित ‘इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन डेटा मैनेजमेंट, एनालिटिक्स एंड इनोवेशन 2022 (ICDMAI 2022)’ के समापन सत्र के दौरान की गई।
  • उल्लेखनीय है कि डॉ. प्रदीप सिन्हा पिछले 35 सालों से आईटी प्रोफेशनल के तौर पर सेवाएँ दे रहे हैं। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में वे 6 पुस्तकें लिख चुके हैं। 2015 में ट्रिपलआईटी नया रायपुर के निर्माण में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही।
  • इससे पहले वे सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (सी-डेक) में सुपर कंप्यूटिंग, ग्रिड कंप्यूटिंग और स्वास्थ्य सूचना विज्ञान जैसे क्षेत्रों में राष्ट्रीय कार्यक्रमों का नेतृत्व कर चुके हैं। 
  • 2019 में उन्होंने ट्रिपलआईटी में डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बीटेक तथा एमटेक प्रोग्राम शुरू करने की पहल की थी। 

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