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डॉ. भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय का शिलान्यास
चर्चा में क्यों?
16 नवंबर, 2022 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के जयपुर ज़िले के बगरू के दहमीकलां में डॉ. भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय परिसर का शिलान्यास किया। यह विश्वविद्यालय 387 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य सभी विधि महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिया जाना है। विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर बन जाने से शिक्षकों और विद्यार्थियों को बेहतर वातावरण मिल सकेगा और इस विश्वविद्यालय से जुड़े कॉलेजों के विद्यार्थी वकालत और न्यायिक क्षेत्रों में जाकर समाज को बेहतर सेवाएँ देंगे और पीड़ित को न्याय दिलाने में अग्रणी रहेंगे।
- मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में सुदृढ़ कानून-व्यवस्था स्थापित होने पर ही पीड़ित को सम्मान के साथ न्याय मिल सकेगा। इसी क्रम में प्रदेश के सभी थानों में स्वागत कक्ष स्थापित किये गए तथा एफआईआर अनिवार्य की गई है। अब फरियादी सम्मान के साथ थाने में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा रहे हैं।
- उल्लेखनीय है कि डॉ. भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय परिसर का निर्माण बगरू के दहमीकलां में कुल 26 एकड़ के क्षेत्रफल में किया जायेगा। प्रथम चरण के कार्यों के लिये कुल 119.21 करोड़ रुपए फरवरी, 2022 में स्वीकृत किये गए थे।
- प्रथम चरण में इस परिसर में प्रशासनिक भवन, दो एकेडमिक ब्लॉक, गेस्ट हाउस, गर्ल्स हॉस्टल, बॉयज हॉस्टल, डाईनिंग हॉल, फैकल्टी एवं नॉन टीचिंग ब्लॉक, हेल्थ केयर एवं अन्य सुविधाएँ विकसित की जा रही हैं।
- उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि विधि शिक्षा के क्षेत्र में 23 राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय और 1650 से अधिक विधि महाविद्यालय हैं। देश में तमिलनाडु और कर्नाटक के बाद राजस्थान में ऐसा विश्वविद्यालय स्थापित हुआ जिससे प्रदेश के सभी विधि महाविद्यालय जुड़े हुए हैं।
- विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. देव स्वरूप ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप प्रदेश के 84 विधि महाविद्यालय इस विश्वविद्यालय से संबद्ध हो चुके हैं तथा 28 हज़ार से अधिक विद्यार्थियों का पंजीकरण हो चुका है और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में यह एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
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