‘हरियाणा अणु विद्युत परियोजना’ की समीक्षा बैठक | हरियाणा | 17 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
16 नवंबर, 2021 को हरियाणा बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) द्वारा फतेहाबाद ज़िला के गाँव गोरखपुर में स्थापित की जा रही 4700 मेगावाट क्षमता की ‘हरियाणा अणु विद्युत परियोजना’ की समीक्षा की।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर एनपीसीआईएल के डीजीएम (मानव संसाधन) ने बताया कि इस परियोजना पर अब तक 3400 करोड़ रुपए खर्च किये जा चुके हैं। परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड ने गत 18 नवंबर, 2020 को आवश्यक परमाणु एंव रेडियोलॉजिक सुरक्षा, औद्योगिक एवं अग्नि सुरक्षा और सिविल इंजीनियरिंग के पहलुओं की समीक्षा की तथा संतोषजनक पाए जाने पर जीएचएवीपी-1 और 2 के निर्माण की मंज़ूरी दी।
- न्यूक्लियर बिल्डिंग-1 व 2 क्षेत्र के नींव का कार्य पूरा कर लिया गया है और मुख्य इकाई का निर्माण कार्य उच्च स्तर पर शुरू कर दिया गया है। टरबाईन और उसके सहायक उपकरणों के निर्माण का कार्य बीएचईल को दिया गया है। प्रमुख रिएक्टर उपकरण, जैसे- एंडशील्ड पहले ही प्राप्त हो चुके हैं और कैलेंड्रिया एवं स्टीम जेनरेटर जैसे अन्य उपकरण प्राप्ति के विभिन्न चरणों में हैं।
- अग्रोहा में एनपीसीआईएल कॉलोनी का निर्माण अग्रिम चरण में है, जहाँ मार्च, 2022 तक आवास शुरू करने की योजना है। 700 मेगावाट की पहली इकाई का उत्पादन वर्ष 2026 में शुरू हो जाएगा और शेष तीन इकाईयों को बाद में प्रति वर्ष एक इकाई के हिसाब से चालू कर दिया जाएगा।
- एनपीसीआईएल ने सीएसआर के तहत आसपास के क्षेत्रों में अब तक लगभग 26 करोड़ रुपए विभिन्न गतिविधियों पर खर्च किये हैं और 8 करोड़ रुपए इस वित्तीय वर्ष (2021-22) में खर्च करने की योजना है।