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बिहार स्टेट पी.सी.एस.

  • 17 Sep 2021
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बिहार में ज़मीन से जुड़े विवादों की सुनवाई फिर शुरू करेंगे DCLR

चर्चा में क्यों?

16 सितंबर, 2021 को बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह द्वारा भूमि सुधार उप-समाहर्ता (Deputy Collector Land Reforms- DCLR) को फिर से ज़मीन से जुड़े विवादों की सुनवाई करने के अधिकार दिए जाने के संबंध में आदेश जारी किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • करीब आठ साल से चल रहे अदालती विवाद में सुप्रीम कोर्ट दखल के बाद DCLR को यह अधिकार मिला है। 
  • अब DCLR किसी विवादित ज़मीन के बारे में यह तय करेंगे कि इसका वास्तविक मालिक कौन है? इसे टाइटिल सूट या स्वत्ववाद कहते हैं। वे रैयती मामलों से संबंधित वादों की सुनवाई शुरू करेंगे तथा पूर्व के मामलों में पारित आदेशों का कार्यान्वयन भी करेंगे। 
  • गौरतलब है कि बिहार भूमि विवाद निराकरण अधिनियम, 2009 के ज़रिये DCLR को भूमि विवाद की सुनवाई करने का अधिकार दिया गया था। इस अधिनियम को महेश्वर मंडल नामक रैयत ने 2013 में पटना हाई कोर्ट में चुनौती दी थी।
  • पाँच साल बाद 2018 में हाईकोर्ट के दिये आदेश पर अमल करते हुए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने नवंबर 2018 में आदेश जारी कर DCLR को अदालती सुनवाई करने से रोक दिया था।

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बिहार के 40 कलाकारों को सरकार ने दिया सम्मान

चर्चा में क्यों?

16 सितंबर, 2021 को बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज़ हुसैन ने उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के तत्वावधान में बिहार संग्रहालय में आयोजित राज्य पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान राज्य भर के 40 शिल्पियों और कलाकारों को वर्ष 2017-18 के लिये पुरस्कार प्रदान किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर उद्योग मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार राज्य के हर ज़िले में एक हस्तशिल्प को विकसित करेगी। इसे ज़िले की पहचान बनाया जाएगा। 
  • उन्होंने कहा कि राज्य पुरस्कार की राशि 22 हज़ार से बढ़ाकर 50 हज़ार रुपए कर दी गई है। साथ ही राज्य मेधा पुरस्कार की राशि अब 11 हज़ार से बढ़ाकर 25 हज़ार रुपए की गई है। शिल्पकारों की मदद के लिये सरकार ने एक करोड़ 31 लाख रुपए का रिवाल्विंग फंड तैयार किया है।
  • राज्य पुरस्कार प्राप्त करने वाले कलाकार हैं- हेमा देवी (पेपरमेशी), पवन कुमार सागर (मंजूषा कला), सांत्वना सिंह (मेटल क्राफ्ट), राजेंद्र साह (लाह शिल्प), पप्पू कुमार (सिक्की कला), रूपेश कुमार (टेराकोटा), खुशबू कुमारी (टिकुली कला), गोपाल प्रसाद (काष्ठ कला), गणेश प्रसाद (पाषाण कला), नूतन बाला (मिथिला पेंटिंग), नलिनी शाह (मिथिला पेंटिंग), दिनेश कुमार पासवान (मिथिला पेंटिंग), सुरेंद्र पासवान (मिथिला पेंटिंग), अंजु देवी मिश्र (मिथिला पेंटिंग), इंद्रकांत झा (मिथिला पेंटिंग), डॉ. रानी झा (मिथिला पेंटिंग), ममता देवी (मिथिला पेंटिंग), अमित कुमार झा (मिथिला पेंटिंग), प्रियांशु कुमार (मिथिला पेंटिंग), रौशन कुमार (मिथिला पेंटिंग)।
  • राज्य मेधा पुरस्कार से सम्मानित कलाकार हैं- मीना देवी (एप्लिक), नीलम भारती (एप्लिक), रिंकू देवी (सूजनी कला), सोनी कुमारी (सूजनी कला), कुमारी किरण (वेणु शिल्प), जितेंद्र कुमार राय (सिक्की कला), दिनेश पंडित (टेराकोटा), शिव शंकर पंडित (टेराकोटा), सोनी कुमारी (टिकुली कला), उमेश ठाकुर (काष्ठ कला), रूपा कुमारी (जूट शिल्प), विभा श्रीवास्तव (क्रोशिया शिल्प), सुशील विश्वकर्मा (बुनाई शिल्प), अनिता पांडेय (भोजपुरी पेंटिंग), संजीव कुमार झा (मिथिला पेंटिंग), पूजा कुमारी (मिथिला पेंटिंग), रजनी कुमारी (मिथिला पेंटिंग), स्नेहा दास (मिथिला पेंटिंग), रंजू देवी (मिथिला पेंटिंग), परीक्षण पासवान (मिथिला पेंटिंग)।

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