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61 हज़ार बेटियों को मिलेगा ‘नंदा गौरा योजना’ का लाभ
चर्चा में क्यों?
15 जून, 2022 को उत्तराखंड की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि राज्य सरकार ने ‘नंदा गौरा योजना’ का लाभ देने के लिये बजट में 500 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है।
प्रमुख बिंदु
- इससे वर्ष 2022-23 के लिये राज्य के गरीब परिवारों की 61 हज़ार से अधिक बेटियों को ‘नंदा गौरा योजना’ का लाभ मिल सकेगा। योजना के माध्यम से सामान्य श्रेणी से लेकर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाली बेटियों के जन्म पर 11 हज़ार और इंटर पास करने पर 51 हज़ार की धनराशि दी जाती है, ताकि बेटियाँ इंटर पास करने के बाद आगे की पढ़ाई जारी रख सकें।
- इस कल्याणकारी योजना में बजट की कमी के चलते वर्ष 2019-20 से वर्ष 2021-22 तक गरीब परिवारों की 61,890 बेटियों को ‘नंदा गौरा योजना’ का लाभ नहीं मिल पाया। विभाग की ओर से वर्ष 2019-20 में 1421 बेटियों को, वर्ष 2020-21 में 16,336 एवं वर्ष 2021-22 में 44,133 बेटियों को योजना का लाभ नहीं मिला।
- विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2019-20 में 27,239 वर्ष 2020-21 में मात्र 31,043 बेटियों को योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता दी गई है, जबकि वर्ष 2021-22 में एक भी पात्र बेटी को योजना का लाभ नहीं मिला।
- विभागीय अधिकारियों के मुताबिक बेटियों को योजना का लाभ मिल सके, इसके लिये सरकार से 375 करोड़ रुपए की मांग की गई थी, लेकिन इसके विपरीत मात्र 60 करोड़ रुपए मिले।
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