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बिहार स्टेट पी.सी.एस.

  • 17 Apr 2023
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बिहार में जाति गणना के दूसरे चरण का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

15 अप्रैल, 2023 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में 2 करोड़ 59 लाख परिवारों की जाति आधारित गणना की शुरूआत बख्तियारपुर स्थित अपने पुस्तैनी घर जाकर परिवार के सभी आँकड़े दर्ज करवाकर की।

प्रमुख बिंदु

  • जाति गणना का यह दूसरा चरण 15 मई, 2023 तक चलेगा। इस गणना के लिये पूरे राज्य में 5 लाख 19 हज़ार कर्मचारी लगाए गए हैं।
  • इस चरण में राज्य के समस्त परिवारों से 17 प्रकार की जानकारी मांगी जा रही है। प्रत्येक जानकारी के लिये एक कोड निश्चित किया गया है, जिसे एप पर दर्ज किया जाएगा।
  • उल्लेखनीय है बिहार में जातीय गणना का प्रथम चरण 7 से 22 जनवरी के मध्य चला, इसमें लोगों के मकानों की जानकारी एकत्रित की गई।
  • गौरतलब है कि बिहार में कई राजनीतिक दलों द्वारा लंबे समय से जातीय गणना की मांग की जा रही थी। जिसके चलते 18 फरवरी, 2019 और फिर 27 फरवरी, 2020 को बिहार विधानसभा और विधान परिषद् में जातीय गणना कराने से संबंधित प्रस्ताव पेश किया गया, जिसे समस्त दलों ने समर्थन दिया था।
  • भारत सरकार ने भी वर्ष 2011 की जनगणना में जातीय गणना की थी लेकिन आँकड़ों को सार्वजनिक नहीं किया था।
  • बिहार की इस जातीय गणना पूरी होने के बाद इसकी रिपोर्ट राज्य की विधानसभा और विधान परिषद् में पेश की जाएगी और फिर इसे सार्वजनिक किया जाएगा।
  • इस जातीय गणना से राज्य में जातियों की संख्या, उनकी आर्थिक स्थिति का पता चल सकेगा जिससे सरकार को आरक्षण का प्रावधान करने एवं विभिन्न योजनाओं के सही क्रियान्वयन में मदद मिल सकेगी।

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