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स्टेट पी.सी.एस.

  • 17 Mar 2022
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उत्तर प्रदेश Switch to English

अमर उजाला वुमेन अचीवर्स अवार्ड

चर्चा में क्यों?

16 मार्च, 2022 को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ में सुशांत गोल्फ सिटी स्थित होटल सेंट्रम में आयोजित अमर उजाला वुमेन अचीवर्स अवार्ड समारोह में समाज सेवा, चिकित्सा, स्वास्थ्य, शिक्षा, साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट भूमिका निभाने वाली महिलाओं को सम्मानित किया।

प्रमुख बिंदु 

  • सम्मानित होने वाली महिलाओं को बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि हर महिला को आर्थिक रूप से सशक्त होने और स्वावलंबी बनने का अवसर मिलना चाहिये। महिलाओं की प्रतिष्ठा व बराबरी के दर्जे में कोई कमी नहीं आनी चाहिये, क्योंकि वे परिवार में विशिष्ट भूमिका अदा करती हैं।
  • अमर उजाला वुमेन अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित महिलाएँ हैं- 
    • डॉ. मंदाकिनी प्रधान, हेड, मेटरनल एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ डिपार्टमेंट, एजीपीजीआई, लखनऊ
    • डॉ. विद्या बिंदु सिंह, पदमश्री के लिये नामांकित, वरिष्ठ हिन्दी साहित्यकार
    • पुष्पा बेलानी, कंपनी सेक्रेटरी, जीएम एचआर, लीगल हेड और सीपीआरओ, उत्तर प्रदेश मेट्रो
    • मधु भार्गव, सामाजिक कार्यकर्त्ता और सामाजिक उद्यमी
    • इं. पूजा अग्रवाल, प्रति कुलपति, श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय
    • डॉ. राजुल त्यागी, संस्थापक जावित्री हॉस्पिटल
    • सुनीता सिंह, निदेशाक, दयाल ग्रुप एंड कुँवर ग्लोबल स्कूल
    • अस्मिता सिंह, कार्यकारी निदेशक, चंदन हॉस्पिटल
    • लोरी शुक्ला, प्रबंध निदेशक, रेस आईएएस
    • अपराजिता, सहनिदेशक, टाइम कोचिंग
    • डॉ. समता बाफला, कार्यकारी निदेशक, हिमालयन ग्रुप ऑफ कॉलेजेज
    • डॉ. हिमानी झा, फिजिशियन और डायबेटोलॉजिस्ट
    • डॉ. ऋचा मिश्रा, निदेशक-चेयर पर्सन, शेखर हॉस्पिटल/हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
    • छवि रैतानी, संस्थापक प्रबंधक, गुरु कृपा डिवाइन स्कूल, बहराइच
    • नंदिनी गोयल, संस्थापक इनायत स्वयंसेवी संस्था

राजस्थान Switch to English

‘राजस्थान में टिड्डी नियंत्रण’पुस्तक का विमोचन

चर्चा में क्यों?

16 मार्च, 2022 को राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने पंत कृषि भवन में ‘राजस्थान में टिड्डी नियंत्रण’पुस्तक का विमोचन किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • इस पुस्तक में राजस्थान में वर्ष 2019 एवं 2020 में फसलों पर टिड्डी हमले के दौरान नियंत्रण के लिये कृषि विभाग की ओर से उठाए गए कदमों एवं नवाचारों की जानकारी दी गई है।
  • इसके साथ ही पुस्तक में टिड्डी से संबंधित विस्तृत तकनीकी जानकारी एवं नियंत्रण के लिये किये जाने वाले उपायों को बताया गया है। 
  • उल्लेखनीय है कि राजस्थान राज्य के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर, नागौर, दौसा तथा भरतपुर और उत्तर प्रदेश के झाँसी एवं महोबा ज़िलों में अपरिपक्व गुलाबी टिड्डियों  तथा वयस्क पीली टिड्डियों के झुंड सक्रिय रहते हैं।
  • केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में टिड्डी नियंत्रण अभियान चलाया गया। इस अभियान की शुरुआत राजस्थान से 11 अप्रैल, 2020 को हुई थी। 
  • जुलाई, 2020 में राजस्थान के 6 ज़िलों - जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर, नागौर और दौसा के 25 स्थानों तथा उत्तर प्रदेश के झाँसी ज़िले में दो स्थानों पर लोकल सर्किल कार्यालयों (एलसीओ) द्वारा टिड्डी नियंत्रण अभियान चलाया गया था। 
  • इसके अलावा, टिड्डियों के छोटे-छोटे समूहों को खत्म करने के लिये उत्तर प्रदेश के झाँसी और महोबा ज़िलों में 4 स्थानों पर तथा राजस्थान के भरतपुर में 2 स्थानों पर राज्य कृषि विभागों द्वारा नियंत्रण अभियान चलाया गया।
  • भारत सरकार के टिड्डी चेतावनी संगठन (एलडब्ल्यूओ) और दस टिड्डी वृत्त कार्यालय (एलसीओ) राजस्थान (जैसलमेर, बीकानेर, फलौदी, बाड़मेर, जालौर, चूरू, नागौर, सूरतगढ़) और गुजरात (पालनपुर एवं भुज) में स्थित हैं, जो मुख्यरूप से राजस्थान और गुजरात के 2 लाख वर्ग किमी. अनुसूचित रेगिस्तान क्षेत्र में टिड्डी सर्वेक्षण एवं नियंत्रण करते हैं।

मध्य प्रदेश Switch to English

‘ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज’प्रतियोगिता में देश के शीर्ष 11 में प्रदेश के 4 शहर का चयन

चर्चा में क्यों?

हाल ही में एफएसएसएआई की ‘ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज’प्रतियोगिता में देश के शीर्ष 11 में प्रदेश के 4 शहर- इंदौर, उज्जैन, सागर और जबलपुर चयनित हुए हैं। प्रतियोगिता में देश के 180 और प्रदेश के 9 ज़िलों ने भाग लिया था। इन शहरों को एफएसएसएआई द्वारा पुरस्कृत किया गया है।

प्रमुख बिंदु 

  • खाद्य सुरक्षा पारितंत्र को मज़बूत करने और आम नागरिकों में गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थों के उपभोग की संस्कृति को विकसित करने के लिये ‘ईट समार्ट सिटी चैलेंज’प्रतियोगिता हुई। 
  • इसमें खाद्य सुरक्षा से जुड़ी विविध गतिविधियों में रेग्यूलेटरी नमूना संग्रहण, खाद्य लाइसेंसों एवं पंजीयन में बढ़ोतरी, सार्वजनिक स्थलों पर खाद्य सुरक्षा को प्रोत्साहित करना, सोशल मीडिया से आम नागरिकों को खाद्य सुरक्षा की जानकारी देना, क्लीन स्ट्रीट फूड हब, क्लीन वेजीटेबल मार्केट, भोग, ईट राइट स्कूल, ईट राइट कैंपस, हाईजीन रेटिंग आदि शामिल रहीं।
  • प्रदेश में खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा आम नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्यप्रद एवं पौष्टिक खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के लिये खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के विरुद्ध ‘मिलावट से मुक्ति’अभियान चलाया जा रहा है।
  • प्रदेश में खाद्य पदार्थों की जाँच के लिये 15 चलित प्रयोगशाला संचालित हैं। चलित प्रयोगशाला से मात्र 10 रुपए में आम नागरिक अपने खाद्य पदार्थ की जाँच करा सकते हैं। जाँच क्षमता बढ़ाने के लिये इंदौर, ग्वालियर एवं जबलपुर में आधुनिक प्रयोगशालाओं का निर्माण किया जा रहा है।
  • देश में प्रथम सर्टिफिकेशन प्राप्त करने वाले प्रदेश के संस्थानों में ईट राइट कैंपस प्राप्त करने वाला प्रथम एयरपोर्ट- राजा भोज एयरपोर्ट भोपाल है। ‘भोग’(BHOG) प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाला प्रथम मंदिर- महाकाल मंदिर, उज्जैन और ‘भोग’(BHOG) प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाली प्रथम मस्जिद/दरगाह- दरगाह-ए-हकीमी, बुरहानपुर है। 
  • ईट राइट स्कूल प्रमाण-पत्र प्राप्त करने वाला प्रथम स्कूल- सन्मति हायर सेकेंडरी स्कूल, इंदौर, ईट राइट कैंपस प्राप्त करने वाला प्रथम इनकम टैक्स ऑफिस- भोपाल एवं ईट राइट कैंपस प्राप्त करने वाला प्रथम मूक बधिर संस्थान- शासकीय मूक बधिर विद्यालय, रीवा है।

मध्य प्रदेश Switch to English

कॉलेजों को मिलेगा दो वर्ष का प्रोविजनल एक्रीडिटेशन

चर्चा में क्यों?

16 मार्च, 2022 को आयुक्त, उच्च शिक्षा दीपक सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद ने कॉलेजों की मूल्यांकन प्रक्रिया में बदलाव किया है। अब जिन महाविद्यालयों ने स्थापना के एक वर्ष पूर्ण कर लिये हैं, उन्हें प्रोविजनल एक्रीडिटेशन मिलेगा। 

प्रमुख बिंदु

  • दीपक सिंह ने यह बात सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रोविजनल एक्रीडिटेशन प्रशिक्षण पर एकदिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही।
  • उन्होंने कहा कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान के ओवरऑल परफॉरमेंस के मूल्यांकन के बाद नैक (NAAC) एक्रीडिटेशन मिलता है। नए स्थापित कॉलेजों के लिये पैक (PAC) एक अच्छी पहल है। 
  • उन्होंने प्रशिक्षण में आए हुए भोपाल एवं सागर संभाग के महाविद्यालयों के प्राचार्य और प्राध्यापकों को अपने-अपने महाविद्यालय को नैक मूल्यांकन के लिये तैयार करने का निर्देश दिया। प्रशिक्षण में 55 महाविद्यालयों के 110 प्राचार्य और प्राध्यापक शामिल हुए।
  • उल्लेखनीय है कि प्रोविजनल एक्रीडिटेशन का प्रशिक्षण भोपाल, उज्जैन, जबलपुर तथा ग्वालियर में दिया जा रहा है।

हरियाणा Switch to English

हरियाणा के मुख्यमंत्री कोविड-19 कमिटमेंट अवार्ड से सम्मानित

चर्चा में क्यों?

16 मार्च, 2022 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को एशिया वन मैग्ज़ीन ने कोविड-19 कमिटमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। एशिया वन मैग्ज़ीन की टीम द्वारा चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर पहुँचकर यह अवॉर्ड दिया गया।

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को यह सम्मान कोरोना महामारी के चुनौतीपूर्ण माहौल के बावजूद प्रदेश की अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार और समाज के सामूहिक कल्याण में योगदान के लिये दिया गया। 
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हरियाणा के उन सभी कोरोना वॉरियर्स का सम्मान है, जिन्होंने अपनी ज़िंदगी की परवाह न करते हुए दिन-रात मरीज़ों की सेवा की और लोगों को महामारी के प्रति जागरूक किया।
  • लॉकडाउन के बावजूद लोगों ने घर-घर जाकर दैनिक आवश्यकताओं की चीज़ों और दवाइयाँ पहुँचाने का काम किया। लोगों ने घर से दूर फँसे जरूरतमंदों के लिये आवास और भोजन की व्यवस्था की। 
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स की बदौलत प्रदेश कोविड-19 महामारी पर नियंत्रण पाने में सफल रहा।

उत्तराखंड Switch to English

उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग और केरल के मेडिट्रिना के बीच समझौता ज्ञापन

चर्चा में क्यों?

16 मार्च, 2022 को उत्तराखंड राज्य सरकार ने राज्य में हृदय रोग के इलाज के लिये केरल के मेडिट्रिना अस्पतालों के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया है। मेडिट्रिना देहरादून में दीन दयाल उपाध्याय (कोरोनेशन) अस्पताल में अपनी सेवाएँ प्रदान करेगा।

प्रमुख बिंदु 

  • राज्य स्वास्थ्य सेवाओं की महानिदेशक (डीजी) डॉ. तृप्ति बहुगुणा और मेडिट्रिना अस्पतालों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) डॉ. एन. प्रताप कुमार ने राज्य स्वास्थ्य निदेशालय में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
  • सात साल की अवधि के लिये अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गए हैं। इसके तहत राज्य सरकार के सेवारत् और सेवानिवृत्त कर्मचारी, आयुष्मान भारत योजना, बीपीएल, ईएसआईसी, ईसीएसएच और सीजीएचएस कार्ड धारकों को मुफ्त इलाज मिलेगा तथा सामान्य श्रेणी के रोगियों को रियायती दरों पर इलाज मिलेगा। बच्चों में हृदय रोग से संबंधित उपचार और सर्जरी भी की जाएगी। 
  • वर्तमान में, मेडिट्रिना समूह देश के बाहर चार राज्यों और दो स्थानों में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से हृदय रोगियों का इलाज करता है।
  • उल्लेखनीय है कि मेडिट्रिना ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स अपनी नैतिक चिकित्सा पद्धतियों के लिये जाना जाता है, जो इसे रोगियों के लिये पसंदीदा विकल्प बनाती हैं।
  • इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नैदानिक परिणाम प्राप्त करते हुए मेडिट्रिना अस्पताल अंतर्राष्ट्रीय लागत के एक अंश पर उन्नत प्रक्रियाओं को सुलभ बनाता है।

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