आरपीएससी एवं विभिन्न बोर्ड के अध्यक्षों ने पदभार ग्रहण किया | राजस्थान | 17 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
16 फरवरी, 2022 को राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) एवं राजस्थान के विभिन्न बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्षों एवं उपाध्यक्षों ने पदभार ग्रहण किये।
प्रमुख बिंदु
- राजस्थान लोक सेवा आयोग अध्यक्ष नवनियुक्त संजय कुमार श्रोत्रिय ने कार्यभार ग्रहण किया।
- कार्यभार ग्रहण करने के बाद संजय कुमार श्रोत्रिय ने कहा कि परीक्षाओं व साक्षात्कारों का समयबद्ध आयोजन उनकी प्राथमिकता रहेगा। आयोग की प्रक्रियाओं तथा कठिनाइयों के संबंध में वर्तमान सदस्यों व अधिकारियों से जानकारी प्राप्त कर आगामी कार्ययोजना निर्धारित की जाएगी।
- उल्लेखनीय है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग की स्थापना 22 दिसंबर, 1949 को हुई थी। आरंभिक चरण में आयोग में एक अध्यक्ष एवं दो सदस्य थे। राजस्थान के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश सर एस. के. घोष को अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
- राज्य के आर्थिक पिछड़ा वर्ग बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष के रूप में अनिल शर्मा ने अंबेडकर भवन में पदभार ग्रहण किया।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2020 के बजट में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग (ईबीसी) के उत्थान एवं कल्याण के लिये प्रभावी नीति का निर्धारण करने के लिये इस बोर्ड के गठन की घोषणा की थी।
- राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के नव मनोनीत अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी ने भी बोर्ड का पदभार ग्रहण किया तथा समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों से परिचय प्राप्त कर बोर्ड की पशुधन विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली।
- इस दौरान राजेंद्र सिंह सोलंकी ने सभी अधिकारियों से पशुधन के समग्र विकास के लिये समुचित सहयोग करने का आवह्वान करते हुए कहा कि पशुधन विकास की विभिन्न योजनाओं एवं उनके लाभ संबंधित जानकारियाँ राज्य के प्रत्येक किसान व पशुपालक तक पहुँचाना हमारी प्राथमिकता होगी।
- ज्ञातव्य है कि राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के नव मनोनीत उपाध्यक्ष चुन्नीलाल राजपुरोहित ने भी हाल ही में पदभार ग्रहण किया है।
- पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह ने भी सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर समिति के उपाध्यक्ष पद पर रामसहाय बाजिया ने भी पदभार ग्रहण किया।
प्रदेश के कारागृहों में कॉनफैड द्वारा ‘बंदी कैंटीन’की होगी शुरुआत | राजस्थान | 17 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
16 फरवरी, 2022 को राजस्थान के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने केंद्रीय कारागार जयपुर में कॉनफैड द्वारा बंदियों के लिये संचालित की जाने वाली बंदी कैन्टीन के उद्घाटन के साथ सीकर, श्रीगंगानगर, भीलवाड़ा, धौलपुर, कोटा, चित्तौड़गढ़, भरतपुर, दौसा एवं कोटपूतली में भी बंदी कैंटीन का वर्चुअल उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- उदयलाल आंजना ने कहा कि सहकारिता एवं जेल प्रशासन के द्वारा कैदियों के लिये बंदी कैंटीन की शुरुआत से बंदियों के लिये खाद्य सामग्री, कन्फैक्शनरी, कॉस्मेटिक्स, टॉयलेट्री के अतिरिक्त नोटबुक, पेंसिल एवं दैनिक उपयोग में आने वाली लगभग 43 से 58 प्रकार की सामग्री उपलब्ध होगी।
- कैंटीन की शुरुआत से ही पारदर्शिता के साथ बंदियों के लिये सही सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी तथा 6 माह उपरांत इसकी समीक्षा की जाएगी और सुझाव भी आमंत्रित किये जाएंगे ताकि कैदियों को कैंटीन के माध्यम से और बेहतर सुविधाएँ दी जा सकें। इस मॉडल को राज्य के सभी कारागृहों में शुरू किया जाएगा।
- प्रबंध निदेशक कॉनफैड वी.के. वर्मा ने बताया कि बंदी कैंटीन में जेल में बने वार्ड के अनुसार निर्धारित दिन को बंदी बॉयोमैट्रिक सत्यापन से अपना सामान क्रय कर सकेगा।
- इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा कारागार मंत्री टीकाराम जूली ने बंदियों की मांग पर कैन्टीन से प्रतिमाह दो हज़ार पाँच सौ रुपए की सीमा तक क्रय की जाने वाली सामग्री की सीमा को तीन हज़ार पाँच सौ रुपए बढ़ाने की घोषणा की।
- उल्लेखनीय है कि राजस्थान राज्य की 140 जेलों में लगभग 23 हज़ार बंदी हैं।