उत्तर प्रदेश Switch to English
स्वदेशी सर्च इंजन ‘भारत सर्च’
चर्चा में क्यों?
हाल ही में छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर की इन्क्युबेटेड कंपनी भारत टेक ने अत्याधुनिक स्वदेशी सर्च इंजन ‘भारत सर्च’ का विकास किया है।
प्रमुख बिंदु
- जिस प्रकार गूगल स्पाइडर अल्गोरिदम से विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद विषय वस्तु को अपने प्लेटफॉर्म पर लाता है उसी प्रकार भारत सर्च ने रेट अल्गोरिदम तैयार किया है।
- सर्च इंजन एक प्रोग्राम है जो एक डेटाबेस में उपयोगकर्त्ता द्वारा निर्दिष्ट की वर्ड या वर्णों से मेल खाते हुए विषय की खोज करता है और उन्हें पहचानता है। इसका उपयोग विशेष रूप से वर्ल्ड वाइड वेब पर विशेष साइटों को खोजने के लिये किया जाता है।
- सर्च इंजन वेब क्रॉलिंग, इंडेक्सिंग तथा सर्चिंग आदेश से संचालित होता है।
- इसके अतिरिक्त कंपनी द्वारा विश्व का मानचित्र देखने के लिये बी-मैप्स, ई-मेल भेजने के लिये बी-मेल, ऑनलाइन मीटिंग एवं डाटा शेयरिंग के लिये यूनियन तथा पढ़ाई के लिये बी-बुक एप्लीकेशन तैयार किये गये हैं।
बिहार Switch to English
राजगीर जू सफारी
चर्चा में क्यों?
16 फरवरी, 2022 को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर में जू सफारी का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि 480 एकड़ में फैले जू सफारी का निर्माण 176 करोड़ रुपए से किया गया है जिसका शिलान्यास वर्ष 2016 में किया गया था।
- सफारी में व्याख्या केंद्र एवं 180 डिग्री थ्री डी थिएटर का भी निर्माण किया गया है। व्याख्या केंद्र में मानव के विकास क्रम और वन्यजीवों के जीवन चक्र से जुड़ी प्रतिमा स्थापित की गई है। इस थिएटर में मुख्यमंत्री के समक्ष ‘द ओसियन बॉयोस्कोप’ फिल्म प्रदर्शित की गयी।
- इस जू सफारी में बाघ, शेर, तेंदुआ, भालू और हिरण रखने का निर्णय किया गया है जिनके लिये पाँच अलग-अलग बड़े एन्क्लोजार (बाड़े) बनाए गए है।
- उल्लेखनीय है कि राजगीर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये ग्लास स्काई वाक का भी निर्माण किया गया है।
राजस्थान Switch to English
आरपीएससी एवं विभिन्न बोर्ड के अध्यक्षों ने पदभार ग्रहण किया
चर्चा में क्यों?
16 फरवरी, 2022 को राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) एवं राजस्थान के विभिन्न बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्षों एवं उपाध्यक्षों ने पदभार ग्रहण किये।
प्रमुख बिंदु
- राजस्थान लोक सेवा आयोग अध्यक्ष नवनियुक्त संजय कुमार श्रोत्रिय ने कार्यभार ग्रहण किया।
- कार्यभार ग्रहण करने के बाद संजय कुमार श्रोत्रिय ने कहा कि परीक्षाओं व साक्षात्कारों का समयबद्ध आयोजन उनकी प्राथमिकता रहेगा। आयोग की प्रक्रियाओं तथा कठिनाइयों के संबंध में वर्तमान सदस्यों व अधिकारियों से जानकारी प्राप्त कर आगामी कार्ययोजना निर्धारित की जाएगी।
- उल्लेखनीय है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग की स्थापना 22 दिसंबर, 1949 को हुई थी। आरंभिक चरण में आयोग में एक अध्यक्ष एवं दो सदस्य थे। राजस्थान के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश सर एस. के. घोष को अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
- राज्य के आर्थिक पिछड़ा वर्ग बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष के रूप में अनिल शर्मा ने अंबेडकर भवन में पदभार ग्रहण किया।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2020 के बजट में आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग (ईबीसी) के उत्थान एवं कल्याण के लिये प्रभावी नीति का निर्धारण करने के लिये इस बोर्ड के गठन की घोषणा की थी।
- राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के नव मनोनीत अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी ने भी बोर्ड का पदभार ग्रहण किया तथा समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों से परिचय प्राप्त कर बोर्ड की पशुधन विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली।
- इस दौरान राजेंद्र सिंह सोलंकी ने सभी अधिकारियों से पशुधन के समग्र विकास के लिये समुचित सहयोग करने का आवह्वान करते हुए कहा कि पशुधन विकास की विभिन्न योजनाओं एवं उनके लाभ संबंधित जानकारियाँ राज्य के प्रत्येक किसान व पशुपालक तक पहुँचाना हमारी प्राथमिकता होगी।
- ज्ञातव्य है कि राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के नव मनोनीत उपाध्यक्ष चुन्नीलाल राजपुरोहित ने भी हाल ही में पदभार ग्रहण किया है।
- पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह ने भी सचिवालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में राज्य स्तरीय सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर समिति के उपाध्यक्ष पद पर रामसहाय बाजिया ने भी पदभार ग्रहण किया।
राजस्थान Switch to English
प्रदेश के कारागृहों में कॉनफैड द्वारा ‘बंदी कैंटीन’की होगी शुरुआत
चर्चा में क्यों?
16 फरवरी, 2022 को राजस्थान के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने केंद्रीय कारागार जयपुर में कॉनफैड द्वारा बंदियों के लिये संचालित की जाने वाली बंदी कैन्टीन के उद्घाटन के साथ सीकर, श्रीगंगानगर, भीलवाड़ा, धौलपुर, कोटा, चित्तौड़गढ़, भरतपुर, दौसा एवं कोटपूतली में भी बंदी कैंटीन का वर्चुअल उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- उदयलाल आंजना ने कहा कि सहकारिता एवं जेल प्रशासन के द्वारा कैदियों के लिये बंदी कैंटीन की शुरुआत से बंदियों के लिये खाद्य सामग्री, कन्फैक्शनरी, कॉस्मेटिक्स, टॉयलेट्री के अतिरिक्त नोटबुक, पेंसिल एवं दैनिक उपयोग में आने वाली लगभग 43 से 58 प्रकार की सामग्री उपलब्ध होगी।
- कैंटीन की शुरुआत से ही पारदर्शिता के साथ बंदियों के लिये सही सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी तथा 6 माह उपरांत इसकी समीक्षा की जाएगी और सुझाव भी आमंत्रित किये जाएंगे ताकि कैदियों को कैंटीन के माध्यम से और बेहतर सुविधाएँ दी जा सकें। इस मॉडल को राज्य के सभी कारागृहों में शुरू किया जाएगा।
- प्रबंध निदेशक कॉनफैड वी.के. वर्मा ने बताया कि बंदी कैंटीन में जेल में बने वार्ड के अनुसार निर्धारित दिन को बंदी बॉयोमैट्रिक सत्यापन से अपना सामान क्रय कर सकेगा।
- इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा कारागार मंत्री टीकाराम जूली ने बंदियों की मांग पर कैन्टीन से प्रतिमाह दो हज़ार पाँच सौ रुपए की सीमा तक क्रय की जाने वाली सामग्री की सीमा को तीन हज़ार पाँच सौ रुपए बढ़ाने की घोषणा की।
- उल्लेखनीय है कि राजस्थान राज्य की 140 जेलों में लगभग 23 हज़ार बंदी हैं।
मध्य प्रदेश Switch to English
भोपाल स्थित ग्लोबल स्किल पार्क का नाम संत शिरोमणि रविदास जी महाराज
चर्चा में क्यों?
16 फरवरी, 2022 को संत रविदास जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में बनने वाले ग्लोबल स्किल पार्क का नाम संत शिरोमणि रविदास जी महाराज के नाम पर रखने की घोषणा की इस अवसर पर उन्होंने कई कार्यक्रमों और योजनाओं की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- भोपाल में स्थापित होने वाले ग्लोबल स्किल पार्क में युवा विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्म-निर्भर हो सकेगें।
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं को रोज़गार देने के लिये संत रविदास स्व-रोज़गार योजना, डॉ. भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना और मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति विशेष परियोजना तथा वित्त पोषण योजना आरंभ करने की घोषणा की।
- मध्य प्रदेश के प्रत्येक ज़िले के अनुसूचित जाति बहुल क्षेत्रों में संत रविदास सामुदायिक भवनों का निर्माण किया जाएगा। इससे सार्वजनिक कार्यक्रम व्यवस्थित हो सकेंगे।
- उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश की प्रत्येक ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत और ज़िला मुख्यालय पर संत रविदास जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
- संत रविदास (रैदास) का जन्म काशी में माघ पूर्णिमा को हुआ था। इसलिये प्रतिवर्ष माघ महीने की पूर्णिमा तिथि पर संत रविदास की जयंती मनाई जाती है।
- इनके पिता का नाम रग्घु तथा माता का नाम घुरविनिया था जबकि पत्नी का नाम लोना बताया जाता है।
- इनके माता-पिता एक चर्मकार थे। आजीविका के लिये अपने पैतृक कार्य को अपनाने के बावजूद ये हमेशा भगवान की भक्ति में लीन रहे।
- कबीर के बाद रविदास संत रामानंद के शिष्यों में अत्यधिक प्रसिद्ध हुए।
- इनके पद्य सिक्खों के पवित्र ग्रंथ ‘गुरुग्रंथ साहिब’में संगृहीत हैं।
- संत रविदास जी की वाणी सारगर्भित, अनूठी और प्रभावशाली थी। उन्होंने श्रम के महत्त्व, समानता, असहायों की सेवा के लिये जन-जन को प्रेरित किया।
- मध्य प्रदेश में अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं को रोज़गार के लिये विशेष पहल की गई है। संत रविदास स्व-रोज़गार योजना में अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं को मैन्युफेक्चरिंग इकाई की स्थापना के लिये एक लाख से 50 लाख रुपए तक की ऋण सहायता प्रदान की जाएगी। परियोजना के लिये 5 प्रतिशत की दर से ब्याज अनुदान दिया जाएगा।
- इसी प्रकार सर्विस सेक्टर और रिटेल ट्रेड के लिये भी योजना में एक लाख से 25 लाख तक ऋण की व्यवस्था होगी। योजना का संचालन मध्य प्रदेश राज्य सहकारी अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के माध्यम से किया जाएगा।
- मुख्यमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति विशेष परियोजना वित्त पोषण योजना में अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं को स्व-रोज़गार, कौशल उन्नयन, संवर्धन और नवाचार के लिये दो करोड़ रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा।
- अनुसूचित जाति वर्ग के हितग्राहियों के पूर्व से स्थापित सूक्ष्म, लघु और मध्यम श्रेणी के उद्योगों को कम लागत के उपकरण या कार्यशील पूंजी के लिये एक लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डॉ. भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना आरंभ की जा रही है। योजनाओं का संचालन मध्य प्रदेश राज्य सहकारी अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के माध्यम से किया जाएगा।
हरियाणा Switch to English
श्री कृष्ण वासुदेव गौशाला मुंडलाना के वार्षिकोत्सव का शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
16 फरवरी, 2022 को हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने ध्वजारोहण के साथ श्री कृष्ण वासुदेव गौशाला मुंडलाना के वार्षिकोत्सव का शुभारंभ किया और गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया।
प्रमुख बिंदु
- उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिये गौशालाओं में लघु उद्योगों की स्थापना की जानी चाहिये, जिससे गौशाला की खुद की आमदनी हो सके। साथ ही मुंडलाना गौशाला को भी इस दिशा में आगे बढ़ाने के लिये प्रोत्साहन देते हुए घोषणा की कि लघु उद्योग स्थापित करने के लिये सरकार आर्थिक मदद देगी।
- उप-मुख्यमंत्री ने मुंडलाना स्थित श्री कृष्ण वासुदेव गौशाला में नव-निर्मित मंदिर का भी लोकार्पण किया।
- उप-मुख्यमंत्री ने इस मौके पर हिसार तथा पिंजौर की गौशालाओं का उदाहरण देते हुए कहा कि अब गौशालाओं को स्वयं की आय अर्जन की ओर आगे बढ़ाना होगा। हिसार के लाडवा की गौशाला साबुन व सर्फ बनाती है और गौमूत्र की पैकिंग भी कर बिक्री करती है। पिंजौर गौशाला में गौमूत्र व गोबर से पेंट बनाया जाता है।
- नया गाँव में बायोगैस प्लांट की स्थापना का सफल प्रयोग रहा है, जिससे निर्मित गैस से पूरे गाँव को आपूर्ति की जाती है।
- उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंडलाना गौशाला में भी बायोगैस प्लांट लगवाएँ। इस दिशा में यह गाँव एक आदर्श गाँव के रूप में स्थापित हो। इसके लिये एक कमेटी का गठन किया जाए जो कि हिसार व पिंजौर आदि गौशालाओं का अध्ययन कर लघु उद्योग की ओर कदम बढ़ाए।
हरियाणा Switch to English
हरियाणा के सरकारी महाविद्यालयों में कार्यरत नॉन-टीचिंग स्टाफ ग्रुप-सी काडर के लिये ऑनलाइन स्थानांतरण नीति
चर्चा में क्यों?
16 फरवरी, 2022 को हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने प्रदेश के सरकारी महाविद्यालयों में कार्यरत नॉन-टीचिंग स्टाफ (डिप्टी सुपरिटेंडेंट, असिस्टेंट, स्टेनो टाइपिस्ट, क्लर्क, लैबोरेटरी अटेंडेंट और (जूनियर लेक्चर असिस्टेंट) ग्रुप-सी काडर के लिये ऑनलाइन स्थानांतरण नीति को मंज़ूरी प्रदान कर दी है।
प्रमुख बिंदु
- यह नीति राजकीय कॉलेजों में नियमित आधार पर कार्यरत कॉलेज काडर ग्रुप- सी/मिनिस्ट्रीयल स्टाफ, जहाँ स्वीकृत पदों की संख्या 80 या उससे अधिक हो, पर लागू होगी।
- उच्चतर शिक्षा विभाग के अनुसार डिप्टी सुपरिटेंडेंट, असिस्टेंट, स्टेनो टाइपिस्ट, क्लर्क, लैबोरेटरी अटेंडेंट और घ्जूनियर लेक्चर असिस्टेंट की विभिन्न स्थानों पर निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से तैनाती सुनिश्चित करने तथा उनमें कार्य संतुष्टि बढ़ाने व उनके प्रदर्शन में सुधार लाने के उद्देश्य से इस नीति को तैयार किया गया है।
- इस नीति के अंतर्गत सामान्य स्थानांतरण वर्ष में केवल एक बार किए जाएंगे। हालाँकि, पदोन्नति, सीधी भर्ती और लोक हित में आवश्यकतानुसार पदों की भर्ती करने हेतु स्थानांतरण/नियुक्ति सक्षम प्राधिकारी द्वारा किसी भी समय किया जा सकता है। ऑनलाइन प्रक्रिया 31 मार्च तक पूरी करने के बाद या विभाग की अनिवार्यता के अनुसार क्रियान्वित किए जाएंगे।
- इस नीति के तहत पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने वाले कर्मचारी को किसी भी सरकारी कॉलेज या राज्य में कहीं भी या लोक हित में स्थानांतरित किया जाएगा।
- इस नीति के तहत स्थानांतरण/ नियुक्ति के लिये आयु और कम्पोजिट स्कोर को भी ध्यान में रखा जाएगा। रिक्ति के लिये आवंटन का निर्णय निर्धारित 80 अंकों में से कर्मचारी द्वारा अर्जित कुल संयुक्त अंकों के आधार पर किया जाएगा। अधिकतम अंक अर्जित करने वाला कर्मचारी किसी विशेष रिक्ति के खिलाफ स्थानांतरण का हकदार होगा।
- किसी रिक्ति के समक्ष कर्मचारी के दावे को तय करने के लिये आयु प्रमुख कारक होगी, क्योंकि इसमें कुल 80 अंकों में से 60 अंकों की वरीयता होगी। हालाँकि, विशेष श्रेणियों के कर्मचारियों द्वारा अधिकतम 20 अंकों के विशेष लाभ का दावा किया जा सकता है।
- यदि पति और पत्नी भारत सरकार या राज्य सरकार के अधीन किसी भी विभाग, बोर्ड, निगम में कार्यरत हैं, तो उस स्थिति में दोनों में से केवल एक ही पाँच अंकों के लाभ का दावा कर सकता है और उसके लिये उसे स्वयं घोषणापत्र (डेक्लारेशन) जमा करवाना होगा कि उसके पति या पत्नी ने इस श्रेणी (कपल केस) का लाभ नहीं लिया है। यह स्वयं घोषणापत्र ड्राइव में भाग लेते समय पोर्टल पर अपलोड करना होगा।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ के प्रत्येक ज़िले में आत्मानंद हिन्दी स्कूल खोलेगा
चर्चा में क्यों?
16 फरवरी, 2022 को छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वामी आत्मानंद सरकारी अंग्रेज़ी माध्यम स्कूलों की लोकप्रियता के बाद, प्रत्येक ज़िले में कम से कम एक हिन्दी माध्यम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने का निर्णय लिया।
प्रमुख बिंदु
- आगामी शैक्षणिक सत्र से हिन्दी माध्यम के कुल 32 नए स्कूल अस्तित्व में आएंगे। निर्धारित स्कूलों के भवनों का नवीनीकरण किया जाएगा और स्कूलों को गुणात्मक के साथ सौंदर्य की दृष्टि से भी विकसित किया जाएगा।
- स्वामी आत्मानंद के नाम पर स्कूलों को बहुउद्देशीय स्कूलों में अपग्रेड किया जाएगा।
- ज्ञातव्य है कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ में 74 हज़ार छात्रों के साथ 171 अंग्रेज़ी माध्यम के स्कूल चल रहे हैं। जिसमें राज्य की राजधानी रायपुर में में ऐसे कुल तीन अंग्रेज़ी स्कूल शुरू किये गए हैं। इन विद्यालयों की स्थापना एक बड़ी सफलता सिद्ध हुई। पहले रायपुर के आरडी तिवारी स्कूल (हिन्दी) में केवल 57 बच्चे पढ़ रहे थे, लेकिन इसे स्वामी आत्मानंद सरकारी अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल के रूप में अपग्रेड करने के बाद, इसमें 1,000 छात्र हैं।
- इन स्कूलों में दाखिल बच्चे आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवारों से हैं। छात्रों की फीस, किताबें और यूनिफॉर्म का पूरा खर्च सरकार वहन करती है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
तीन नदियों के संगम पर शुरू हुआ ‘राजिम माघी पुन्नी मेला’
चर्चा में क्यों?
16 फरवरी, 2022 को छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने ‘राजिम माघी पुन्नी मेला’का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- ‘राजिम माघी पुन्नी मेला’ तीन नदियों (त्रिवेणी) के संगम पर शुरू हुआ, जिसमें भक्तों ने पवित्र स्नान किया और देवताओं की पूजा की। इसका समापन 1 मार्च को होगा।
- उल्लेखनीय है कि राजिम शहर और उसका मंदिर तीन नदियों- सोंदूर, पर्री और महानदी के संगम पर स्थित है जिसे छत्तीसगढ़ का ‘प्रयागराज’माना जाता है। प्रत्येक वर्ष ‘माघ पुन्नी’ के दौरान, भक्त संगम पर पवित्र डुबकी लगाते हैं।
- त्रिवेणी आरती के रचनाकार पंडित ब्रह्मदत्त शास्त्री ने बताया कि माघ के महीने में सभी नदियों का जल गंगा स्वरूप हो जाता है और महानदी तो साक्षात् गंगा है। पुराणों में चित्रोत्पला कहकर इसकी स्तुति की गई है। त्रेतायुग में जगदंबा जानकीजी के द्वारा श्रीराम वनगमनकाल में इसके संगम के बीचोबीच बालू की रेत से शिवलिंग प्रतिष्ठापित किया गया था और उनका चित्रोत्पलेश्चर कहकर पूजन-अभिषेक किया गया था, जो कालांतर में कुलेश्वर हो गया।
- इस मेले में राज्य और देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले संतों को ‘संत निवास’प्रदान किया गया है।
- इस 14 दिवसीय मेले के लिये विशेष परिवहन और स्वच्छता, पेयजल, शौचालय और पार्किंग क्षेत्र सुनिश्चित किया गया है।
- इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाएंगे, जिसके लिये राजीव लोचन मंदिर के पास मंच बनाया गया है।
उत्तराखंड Switch to English
आयुष्मान योजना
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तराखंड में आयुष्मान योजना के तहत इलाज की व्यवस्था में सरकार ने बदलाव करते हुए यह अनिवार्य कर दिया है कि अब मरीजों को सरकारी अस्पतालों से रेफर करने के बाद ही सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिल पाएगी।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने कोरोना काल में सीधे प्राइवेट अस्पताल में भर्ती होने की छूट दी थी लेकिन अब कोरोना संक्रमण के कम होते ही इस छूट को खत्म कर दिया गया है।
- स्टेट हेल्थ एजेंसी द्वारा पाँच लाख रुपये के निशुल्क इलाज वाली आयुष्मान योजना के लिये तो रेफरल अनिवार्य कर दिया गया है लेकिन सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिये चलाई जा रही केशलेस राज्य स्वास्थ्य योजना के तहत इलाज के लिये रेफरल अनिवार्य नहीं है अर्थात मरीज सीधे सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के लिये जा सकेंगे।
- हालाँकि राज्य के एनएवीएच मान्यता प्राप्त प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को सीधे ही इलाज की सुविधा मिल जाएगी।
- विदित है कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है, जो पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्तपोषित है।
- इसके तहत प्रत्येक लाभार्थी परिवार को सार्वजनिक व निजी सूचीबद्ध अस्पतालों में माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य उपचार के लिये प्रति वर्ष 5,00,000 रुपए का बीमा कवर प्रदान किया जाता है। इस योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने और बाद के खर्च (जैसे चिकित्सीय जाँच तथा दवाओं) को भी शामिल किया गया है।
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