झारखंड का पहला ‘बर्तन बैंक’ खुला | झारखंड | 17 Jan 2023
चर्चा में क्यों?
16 जनवरी, 2023 को झारखंड के गुमला ज़िले के डीसी सुशांत गौरव और गुमला नगर परिषद अध्यक्ष दीप नारायण उरांव ने शहर में झारखंड के पहले बर्तन बैंक का उद्घाटन संयुक्त रूप से किया। सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ एक कदम आगे बढ़ाते हुए गुमला नगर परिषद ने यह पहल की है।
प्रमुख बिंदु
- गुमला ज़िले के डीसी सुशांत गौरव ने बर्तन बैंक को सर्कुलर इकोनॉमी का बेहतर उदाहरण देते हुए नगर परिषद की इस पहल को अभिनव तथा अनुकरणीय बताया है।
- नगर परिषद अध्यक्ष दीपनारायण उरांव ने बताया कि ज़्यादातर लोग शादी-ब्याह, सालगिरह और बर्थडे पार्टी जैसे आयोजनों में भोजन-पानी सर्व करने के लिये थर्मोकोल प्लेट और प्लास्टिक गिलास जैसे सस्ते साधन उपयोग करते हैं। फिर उस आयोजन के बाद यही थर्माकोल और प्लास्टिक बर्तन प्रदूषित कूड़ा बनकर शहर को गंदा करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाते हैं।
- प्लास्टिक और थर्माकोल के बर्तनों को मात देने और पर्यावरण संरक्षण के लिये नगर परिषद प्रशासन ने शहर के जरूरतमंद नागरिकों को स्टील के बर्तन उपलब्ध करवाने के लिये यह बर्तन बैंक खोला है।
- नगर परिषद उपाध्यक्ष कलीम अख्तर ने बताया कि नगर परिषद ने अपने खर्चे पर बड़ी संख्या में स्टील की थाली, गिलास, चम्मच, कटोरी आदि खरीदे हैं। लोगों की मांग पर उन्हें कुछ शर्तों पर ये स्टील के बर्तन सेट महज एक रुपया दर पर या अत्यंत गरीब होने पर नि:शुल्क भी उपयोग करने के लिये उपलब्ध होगा। लेकिन, लोगों की भी ज़िम्मेदारी रहेगी कि वे थर्माकोल और प्लास्टिक गिलासों का उपयोग न करें।
- कार्यपालक पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि इस बर्तन बैंक के संचालन का ज़िम्मा महिला स्वयं सहायता समूह को दिया गया है, ताकि बर्तन के प्रतीकात्मक किराये से आने वाली राशि से संबंधित महिला समूह की आय में कुछ न कुछ वृद्धि हो सके।
- सदर एसडीओ रवि जैन ने कहा कि शहर को साफ-सुथरा रखना और पर्यावरण की रक्षा करना सबका दायित्व है और इस दायित्व को निभाने में कुछ न कुछ भूमिका यह बर्तन बैंक भी जरूर निभाएगा।
- डीसी सुशांत गौरव ने बताया कि खिलौना बैंक और बर्तन बैंक की तर्ज पर गुमला में पुस्तक बैंक भी बनाया जा सकता है।