राजकीय कन्या महाविद्यालय रामगढ़ पचवारा का शिलान्यास | राजस्थान | 17 Jan 2022
चर्चा में क्यों?
15 जनवरी, 2022 को राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा और जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने ग्राम पंचायत बिडोली में राजकीय कन्या महाविद्यालय, रामगढ़ पचवारा के भवन का शिलान्यास किया।
प्रमुख बिंदु
- शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए मालवीय ने कहा कि पचवारा क्षेत्र के निजामपुरा व सलेमपुरा में एक एनीकट तथा कोलीवाडा व राहुवास में एक बड़े एनीकट का निर्माण करवाया जाएगा।
- एनीकट के बनने से आसपास के ग्रामीणों, किसानों व पशुपालकों को आर्थिक सहयोग मिलेगा तथा कृषि उत्पादन भी अधिक होगा।
- समारोह के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आने वाले बजट में पचवारा को फाइव स्टार के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को कन्या महाविद्यालय भवन को 10 माह में तैयार करने के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने किया गांधी बधिर महाविद्यालय जोधपुर का उद्घाटन | राजस्थान | 17 Jan 2022
चर्चा में क्यों?
15 जनवरी, 2022 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियों कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जोधपुर स्थित गांधी बधिर महाविद्यालय का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- 1982 में गठित जोधपुर बधिर कल्याण समिति द्वारा 1982 में ही मूक बधिर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से गाँधी बधिर विद्यालय की स्थापना की गई थी।
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पहले कार्यकाल में वर्ष 2002 में इस मूक बधिर विद्यालय को सेकेंडरी स्कूल का दर्जा मिला। 2010 में उनके दूसरे कार्यकाल में यह सीनियर सेकेंडरी स्कूल बना।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने इस वर्ष बजट में इसे महाविद्यालय में क्रमोन्नत करने की घोषणा की थी।
- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि बजट में मुख्यमंत्री द्वारा जयपुर एवं जोधपुर में मूक बधिर महाविद्यालय खोलने की घोषणा से मूक बधिर बच्चों को 12वीं से आगे की पढ़ाई में आसानी होगी।
- उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले तीन साल में विशेष योग्यजनों के कल्याण के लिये विभिन्न योजनाएँ एवं कार्यक्रम लागू किये हैं। भर्तियों में विशेष योग्यजनों का आरक्षण बढ़ाकर 5 प्रतिशत किया गया है। इसके अलावा विशेष योग्यजनों को स्कूटी वितरण भी शुरू किया गया है।
- महाविद्यालय संचालन समिति के मुख्य सलाहकार एवं पूर्व न्यायाधीश एलएन माथुर ने कहा कि इस महाविद्यालय में सांकेतिक भाषा के जानकार विशेष शिक्षकों, हियरिंग एड एवं स्मार्ट बोर्ड की मदद से मूक बधिर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाएगी।