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स्टेट पी.सी.एस.

  • 16 Nov 2021
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उत्तर प्रदेश Switch to English

अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन

चर्चा में क्यों?

13-14 नवंबर, 2021 को उत्तर प्रदेश के जनपद वाराणसी के बड़ा लालपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय द्वारा दोदिवसीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन किया गया।

प्रमुख बिंदु 

  • सम्मेलन का उद्घाटन 13 नवंबर को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किया था।
  • आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत पहली बार अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन देश की राजधानी नई दिल्ली से बाहर किया गया।
  • इस सम्मेलन में विभिन्न सत्रों में राजभाषा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
  • इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य राजभाषा हिन्दी का प्रचार-प्रसार करना है।
  • इस अवसर पर गृहमंत्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन की स्मारिका का भी विमोचन किया।

उत्तर प्रदेश Switch to English

आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास

चर्चा में क्यों?

13 नवंबर, 2021 को केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के जनपद आजमगढ़ में आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर अमित शाह ने कहा कि वर्ष 2017 के घोषणा पत्र में उत्तर प्रदेश में 10 नए विश्वविद्यालय बनाने का वादा किया गया था। विगत 05 वर्षों में 10 नए विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है।
  • ये 10 विश्वविद्यालय हैं- माँ शाकुंभरी विश्वविद्यालय सहारनपुर, राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़, राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़, अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय प्रयागराज, मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय मेरठ, युनाइटेड विश्वविद्यालय प्रयागराज, गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर तथा उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज।
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय 49.42 एकड़ में बनाया जा रहा है। प्रथम चरण की लागत 108.05 करोड़ रुपए है।
  • इस परियोजना की अवधि 18 माह है और निर्माण कार्य जून, 2023 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
  • विश्वविद्यालय का निर्माण कराने वाली कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग है।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय से आजमगढ़ व मऊ जनपद के 400 महाविद्यालयों को संबद्ध किया जाएगा, जिससे 2.66 लाख विद्यार्थियों को इस विश्वविद्यालय से डिग्री मिलेगी।

राजस्थान Switch to English

दुबई एक्सपो में राज्य प्रतिनिधिमंडल ने किये 24 एमओयू और 17 एलओआई पर हस्ताक्षर

चर्चा में क्यों?

15 नवंबर, 2021 को राजस्थान के प्रतिनिधिमंडल ने लॉजिस्टिक, सिरेमिक, स्टोन, रियल एस्टेट, पेट्रोलियम, एग्रो एंड फूड प्रोसेसिंग, ई-वेस्ट रिसाइक्लिंग, मेडिकल, इंफ्रास्ट्रक्चर, आईटी और पर्यटन क्षेत्रों से संबंधित 37 हज़ार 828 करोड़ रुपए के 24 एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) और 17 एलओआई (लेटर ऑफ इंटेंट) किये हैं।

प्रमुख बिंदु 

  • इस प्रतिनिधिमंडल में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा और उद्योग राज्य मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया के अतिरिक्त फेडरेशन ऑफ राजस्थान एक्सपोर्टर्स के अध्यक्ष राजीव अरोड़ा, राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव, रीको ईडी रूक्मणि रियार के साथ ही राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, उद्योग संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हैं।
  • उद्योग मंत्री ने बताया कि राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाओं को देखते हुए निवेशकों के अनुरुप नीतियाँ बनाई गई हैं। रिप्स-2019 और एमएसएमई नीतियों से बहुत अधिक निवेश आकर्षित हो रहा है। 
  • वन स्टॉप शॉप के माध्यम से उद्योग से जुड़ी सभी अनुमतियाँ एक ही जगह मिलने से निवेशक राज्य पर भरोसा जता रहे हैं। दुबई एक्सपो में अब तक 37 हज़ार 800 करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू और एलओआई पर हस्ताक्षर हो चुके हैं।
  • उल्लेखनीय है कि दुबई एक्सपो में स्थित इंडियन पैवेलियन में राजस्थान पैवेलियन का उद्घाटन किया गया है। यहां 18 नवंबर तक राज्य प्रतिनिधिमंडल द्वारा निवेशकों को राज्य की निवेश संभावनाओं से अवगत कराया जा रहा है। प्रवासी राजस्थानियों के साथ ही एक्सपो में आए विभिन्न देशों के निवेशकों को ‘इन्वेस्ट राजस्थान’ के लिये आंमत्रित किया जा रहा है।

मध्य प्रदेश Switch to English

रानी कमलापति रेलवे स्टेशन

चर्चा में क्यों?

15 नवंबर, 2021 को  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में पुनर्विकसित विश्वस्तरीय रानी कमलापति (पूर्व में हबीबगंज) रेलवे स्टेशन का लोकार्पण किया।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि रानी कमलापति रेलवे स्टेशन देश का पहला आईएसओ सर्टिफाइड एवं पीपीपी मॉडल पर विकसित रेलवे स्टेशन है। यह स्टेशन प्रदेश का प्रथम और देश का दूसरा विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन है।
  • इस दौरान भारतीय रेलवे द्वारा विकसित की गई परियोजनाओं पर केंद्रित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। फिल्म में स्टेशन पर मिलने अत्याधुनिक सुविधाओं के बारे में बताया गया।
  • रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को पीपीपी मॉडल पर पुनर्विकसित किया गया है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 450 करोड़ रुपए है। यह रेलवे स्टेशन सार्वजनिक-निजी साझेदारी के तहत बना देश का पहला मॉडल स्टेशन है। 
  • इस रेलवे स्टेशन पर एयर कॉनकोर बनाया गया है, जिसमें 700 यात्री एक साथ बैठकर ट्रेन का इंतज़ार कर सकते हैं। सभी पाँच प्लेटफॉर्म को इस कॉनकोर से एस्केलेटर और सीढ़ियों के ज़रिये जोड़ा गया है। ट्रेनों से आने वाले करीब 1500 यात्री एक साथ स्टेशन के अंडरग्राउंड सब-वे से गुज़र सकेंगे। स्टेशन में ऐसे दो सब-वे बनाए गए हैं, जिनके द्वारा भीड़ के दबाव को भी कम किया जा सकेगा। 
  • रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर फूड रेस्टोरेंट, एसी वेटिंग रूम से लेकर रिटायरिंग रूम और डॉरमेट्री समेत वीआईपी लाउंज भी बनाया गया है। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए स्टेशन पर लगभग 160 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जो स्टेशन के अंदर और बाहर 24 घंटे नज़र रखेंगे।
  • प्रधानमंत्री ने इस मौके पर रेलवे की चार परियोजनाएँ राष्ट्र को समर्पित कीं। इनमें गेज परिवर्तित एवं विद्युतीकृत उज्जैन-फतेहाबाद, चन्द्रावतीगंज ब्राडगेज रेलखंड, भोपाल-बरखेड़ा रेलखंड का तिहरीकरण, गेज परिवर्तित एवं विद्युतीकृत मथैला निमारखेड़ी ब्राडगेज रेल खंड एवं विद्युतीकृत गुना-ग्वालियर रेलखंड परियोजनाएँ शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने दो मेमू ट्रेनों उज्जैन-इंदौर एवं इंदौर-उज्जैन को वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर भी रवाना किया।
  • इन परियोजनाओं के शुभारंभ से रेलवे पर दवाब कम होगा एवं आमजनों को बेहतर सुविधाएँ मिल सकेंगी। भारतीय रेल सिर्फ दूरियों को कनेक्ट करने का माध्यम नहीं है, बल्कि ये देश की संस्कृति, देश के पर्यटन और तीर्थाटन को कनेक्ट करने का भी अहम माध्यम बन रहा है। 
  • इन परियोजनाओं से पर्यटकों के लिये अच्छी कनेक्टेविटी मिल सकेगी। महाकाल के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं एवं अप-डाउन करने वाले हज़ारों यात्रियों, व्यापारियों और किसानों को परियोजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा।
  • ज्ञातव्य है कि रानी कमलापति एक गोंड रानी थीं जिनका विवाह गिन्नौरगढ़ के राजा के साथ हुआ था। उन्हें गोंड राजवंश की अंतिम हिन्दू रानी माना जाता है।

मध्य प्रदेश Switch to English

भारत का पहला जनजातीय गौरव दिवस

चर्चा में क्यों?

15 नवंबर, 2021 को जंबूरी मैदान भोपाल में देश का पहला जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर जनजातीय कल्याण की विभिन्न योजनाओं की शुरूआत की। 

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि हाल ही में भारत सरकार ने फैसला किया है कि पूरे देश में 15 नवंबर को हर वर्ष मनाई जाने वाली गांधी-पटेल-अंबेडकर जयंती की तरह ही वृहद पैमाने पर भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा तथा जनजातीय समाज के योगदान को जन-जन तक पहुँचाया जाएगा। 
  • इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने ‘राशन आपके ग्राम’ योजना का शुभारंभ करते हुए डिंडोरी के अनिल तथा मंडला के लक्ष्मीनारायण को राशन वाहनों की चाबी सौंपी। इस योजना में राशन गाँव- मजरे, टोलों, फलियों में पहुँचाया जाएगा।
  • इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सिकल सेल रोग उन्मूलन मिशन का शुभारंभ करते हुए झाबुआ की हशीला, अलीराजपुर की सीना डुडवे तथा झाबुआ के मनीष सिंह सिकरवार को जेनेटिक काउंसलिंग कार्ड प्रदान किये।
  • प्रधानमंत्री के सम्मुख राशन आपके ग्राम योजना, मध्य प्रदेश सिकलसेल मिशन और प्रदेश में टीकाकरण उपलब्धि तथा शत-प्रतिशत कोविड-19 वेक्सीनेशन उपलब्धि वाले जनजातीय बहुल ग्राम नरसिंहरूंडा ज़िला झाबुआ पर आधारित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। 
  • प्रधानमंत्री ने 50 एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों का वर्चुअल भूमि पूजन और रतलाम ज़िले के बाजना में बने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का लोकार्पण किया।
  • गौरतलब है कि भगवान बिरसा का जन्म 15 नवंबर, 1875 को हुआ था। 19वीं सदी में उन्होंने ब्रिटिश राज द्वारा थोपी गई सामंती व्यवस्था के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था। इस आंदोलन को उलगुलान (संपूर्ण क्रांति) नाम दिया गया था। भगवान बिरसा ने आदिवासियों को संगठित किया और अंग्रेजों को कर, ब्याज आदि देने से मना कर दिया था। 
  • वर्ष 1900 के जून महीने में बिरसा मुंडा का रांची के कारावास में निधन हो गया था। आदिवासियों के साथ हो रहे भेदभाव के खिलाफ भगवान बिरसा के संघर्ष के कारण ही वर्ष 1908 में अंग्रेजी शासन ने छोटानागपुर क्षेत्र में काश्तकारी अधिनियम पारित किया गया था।

हरियाणा Switch to English

40वें भारतीय राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में हरियाणा मंडप

चर्चा में क्यों?

14 नवंबर से 27 नवंबर, 2021 तक नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित किये जा रहे 40वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में हरियाणा मंडप का इस वर्ष का थीम ‘आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर हरियाणा’ है।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि हरियाणा राज्य देश के सर्वाधिक प्रगतिशील राज्यों में शामिल है। हरियाणा प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में हुई उन्नति को एक ‘आदर्श निवेश गंतव्य-अंतहीन अवसर’ के संदेश के साथ हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं आधारभूत संरचना विकास निगम के विभिन्न मेगा फूड पार्क, फुटवियर पार्क, आईएमटी व अन्य औद्योगिक क्षेत्रों का विवरण प्रदर्शित किया गया है।
  • हरियाणा मंडप में हरियाणा कृषि एवं व्यवसाय नीति, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग नीति तथा हरियाणा उद्यम एवं रोज़गार नीति, एक खंड-एक उत्पाद, एकीकृत विमानन हब, कौशल विकास प्रशिक्षण के मिशन के रूप में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का विवरण प्रदर्शित किया गया है।
  • मंडप में परिवार पहचान-पत्र योजना का विस्तृत विवरण प्रदर्शित किया गया है। परिवार पहचान-पत्र बनाने वाला हरियाणा देश का प्रथम राज्य है। वॉलंटियर सेवा के विस्तार की दिशा में ‘समर्पण’ कार्यक्रम को शानदार रूप से प्रदर्शित किया गया है। साथ ही, मंडप में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार का विवरण दर्शाया गया है।
  • विद्युत क्षेत्र में हरियाणा के विद्युत निगमों का लाभ में होने तथा ‘म्हारा गाँव जगमग गाँव’ योजना के परिणामस्वरूप हरियाणा के दस ज़िलों में चौबीस घंटे विद्युत आपूर्ति को दर्शाया गया है। हरियाणा के 5367 गाँवों में 24 घंटे व 1658 गाँवों में 16 घंटे से 18 घंटे विद्युत आपूर्ति का विवरण प्रदर्शित किया गया है।
  • हरियाणा को खेलों के एक हब के रूप में प्रदर्शित किया गया है। ओलंपिक व पैरालंपिक के विजेता खिलाड़ियों को दी गई पुरस्कार राशि व अन्य सुविधाओं का भी विवरण दिया गया है।

हरियाणा Switch to English

‘जागृति यात्रा’ साइकिल

चर्चा में क्यों?

15 नवंबर, 2021 को हरियाणा के पुलिस महानिदेशक पी.के. अग्रवाल ने पुलिस मुख्यालय में राज्य भर में महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण के बारे में सामाजिक जागरूकता बढ़ाने के लिये हरियाणा पुलिस द्वारा शुरू की गई एक महीने की साइकिल रैली ‘जागृति यात्रा’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

प्रमुख बिंदु

  • हरियाणा डीजीपी ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य लोगों को, विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करके और महिलाओं की सुरक्षा में पुलिस सहित विभिन्न एजेंसियों की भूमिका के बारे में शिक्षित करके महिला सुरक्षा को बढ़ावा देना है। 
  • ‘जागृति यात्रा’ हरियाणा के सभी ज़िलों को कवर करेगी और साथ ही वहाँ इस रैली के आगमन पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। रैली में भाग लेने वाली महिला पुलिस साइकिल चालकों की टीम कार्यक्रम में मौजूद महिलाएँ व कॉलेज/स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों को अपराध की रोकथाम युक्तियों, महिला सशक्तीकरण के प्रति संवेदनशील व विभिन्न एजेंसियों की भूमिकाओं के बारे में बताएगी।
  • गौरतलब है कि पंचकुला की एसीपी ममता सोढ़ा के नेतृत्व में 16 महिला पुलिस साइकिल चालकों की टीम हरियाणा के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों को कवर करते हुए करीब 1194 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। पंचकूला से शुरू हुई ‘जागृति यात्रा’ 10 दिसंबर 2021 को पुलिस मुख्यालय में समापन समारोह के साथ समाप्त होगी।
  • जागृति यात्रा के ‘जागरूक नारी, शक्ति हमारी’ के नारे के साथ, हरियाणा पुलिस का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों और राज्य में मौजूद सहायता सुविधाओं के बारे में जागरूक करना है। 

झारखंड Switch to English

झारखंड स्थापना दिवस

चर्चा में क्यों?

15 नवंबर, 2021 को झारखंड में 21वाँ राज्य स्थापना दिवस मनाया गया। आज ही के दिन भगवान बिरसा मुंडा की जयंती भी मनाई जाती है।

प्रमुख बिंदु

  • गौरतलब है कि 15 नवंबर, 2000 को बिहार के दक्षिणी हिस्से को विभाजित कर झारखंड राज्य का सृजन किया गया था।
  • भारत के उत्तर पूर्वी भाग में स्थित झारखंड को ‘जंगल ऑफ फारेस्ट’ या ‘बुशलैंड’ भी कहा जाता हैं।
  • इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंडवासियों को बधाई दी तथा राँची स्थित भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का ऑनलाइन उद्घाटन किया।
  • इस अवसर पर प्रोजेक्ट भवन में आयोजित कार्यक्रम में पँश्री से सम्मानित झारखंड के तीन विभूतियों और भगवान बिरसा मुंडा के वंशजों को सम्मानित किया गया।
  • सार्वभौमिक पेंशन योजना के साथ नक्सल प्रभावित ज़िलों खूंटी, प्श्चिम सिंहभूम, गुमला, सरायकेला और सिमडेगा में युवक युवतियों को खेल से जोड़ने के लिये ‘सहाय योजना’ को लॉन्च किया गया।
  • इसके अलावा ‘पूलों झानों आशीर्वाद अभियान’ के दूसरे चरण का शुभारंभ, पंच नवजीवन सखी दीदियों को सम्मान और इससे संबंधित नए वेब पोर्टल का लोकार्पण किया गया।
  • मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खूंटी ज़िले में ‘आपके अधिकार, आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरूआत और इससे संबंधित ऐप की लॉन्चिंग भी की।

छत्तीसगढ़ Switch to English

छत्तीसगढ़ जनजातीय क्राफ्ट मेला

चर्चा में क्यों?

15 नवंबर, 2021 को छत्तीसगढ़ के आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय टेकाम ने वीर जननायक बिरसा मुंडा की जयंती पर रायपुर के हाट बाजार पंडरी में राज्य स्तरीय तीन दिवसीय जनजातीय क्राफ्ट मेला का शुभारंभ किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण नवा रायपुर द्वारा भारत सरकार जनजातीय कार्य मंत्रालय के सहयोग से इस जनजातीय क्राफ्ट मेला का आयोजन 15 से 17 नवंबर तक किया जा रहा है।
  • जनजातीय क्राफ्ट मेला के आयोजन का उद्देश्य जनजातीय शिल्प एवं कला कौशल को संरक्षित रखना, इनका संवर्धन करना और जनजातीय कौशल को सामान्य जनों के बीच प्रचारित-प्रसारित करना है। 
  • मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि मेला में जनजातीय लोक कलाकारों को अपने कौशल का प्रदर्शन करने तथा शिल्पकारों को उनके उत्पाद को विक्रय करने का अवसर मिलेगा। विभिन्न सांस्कृतिक दलों का प्रतिदिन यहाँ मंच पर प्रदर्शन होगा, जिसमें उन्हें अपने सांस्कृतिक विचारों का आदान-प्रदान करने का भी अवसर भी प्राप्त होगा। 
  • उन्होंने बताया कि मेला में प्रदेश के बस्तर से लेकर सरगुजा के कलाकार अपनी कला का तथा शिल्पकार अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। 
  • मेला में जूट, काष्ठ कला, लोह कला, बाँस शिल्प, ढोकरा आर्ट, भित्ती चित्र, गोदना आदि के स्टॉल में प्रदर्शन किया जाएगा। मेले में आने वाले लोग तथा स्थानीय जन सामान्य भी आदिवासी संस्कृति, परंपरा से परिचित हो सकेंगे। 
  • विभिन्न जनजातियों के लोक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी जाएंगी। बिलासपुर, गरियाबंद, राजनांदगाँव, जगदलपुर, नारायणपुर, अंबिकापुर, जशपुर, दुर्ग, गरियाबंद, धमतरी आदि ज़िलों के कलाकार, शिल्पकार, नृतक दल शामिल होंगे।

उत्तराखंड Switch to English

शहीद सम्मान यात्रा

चर्चा में क्यों?

15 नवंबर, 2021 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नडन्न ने सवाड़, चमोली में सैन्यधाम निर्माण हेतु आयोजित शहीद सम्मान यात्रा का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सवाड़ गाँव स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई तथा शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया गया। 

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शहीदों के अभूतपूर्व योगदान को हमेशा याद रखने के लिये उत्तराखंड की वीरभूमि में एक सैन्य धाम का निर्माण किया जा रहा है।
  • सभी 13 जनपदों के शहीद सैनिकों के घर के आंगन की मिट्टी लाकर उसे सैन्य धाम के निर्माण में शामिल कर उनके बलिदान से आगामी पीढ़ियों को प्रेरणा प्रदान करने का कार्य करेंगे। 
  • उन्होंने कहा कि आज एक लाख 15 हज़ार उत्तराखंड के जवान देश सेवा में लगे हैं। 05 लाख सैनिक परिवार उत्तराखंड में हैं। इस भूमि से एक परमवीर चक्र, 06 अशोक चक्र, 13 महावीर चक्र प्राप्तकर्त्ता उत्तराखंड की भूमि से हैं। 
  • सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि वीर शहीदों के सम्मान में राज्य सरकार देहरादून में भव्य सैन्य धाम बनाने जा रही है। इस सैन्य धाम का शिलान्यास करने के लिये प्रत्येक शहीद के घर के आंगन से पवित्र मिट्टी को कलश में एकत्र कर सम्मान के साथ देहरादून लाया जाएगा।
  • उन्होंने बताया कि ज़िले में ब्लॉक-वाइज शहीद सैन्य समारोह आयोजित किये जाएंगे, जिसमें आज (15 नवंबर को) देवाल और थराली ब्लाक का सम्मान कार्यक्रम शहीद स्मारक सवाड़ में शुभारंभ किया गया है। 
  • राज्य के सभी 13 ज़िलों मे यह यात्रा चलेगी। इस दौरान सभी शहीदों के परिवारों को जनपद एवं ब्लॉक स्तर पर ताम्रपत्र भेंट कर सार्वजनिक समारोह में सम्मानित भी किया जाएगा। 

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