मध्य प्रदेश Switch to English
प्रधानमंत्री ने बीना में 51 हज़ार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास किया
चर्चा में क्यों?
14 सितंबर, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में सागर ज़िले में स्थित भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की बीना रिफाइनरी परिसर में लगभग 51 हज़ार करोड़ रुपए के पेट्रोकेमिकल परिसर की आधारशिला रखी और अन्य नवीन औद्योगिक परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
प्रमुख बिंदु
- इनमें बीना रिफाइनरी परिसर में 49 हज़ार करोड़ रुपए की लागत से पेट्रो-केमिकल कॉम्प्लेक्स और प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर 1800 करोड़ रुपए की लागत की 10 नई औद्योगिक परियोजनाएँ शामिल हैं।
- लगभग 49,000 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होने वाली यह अत्याधुनिक रिफाइनरी लगभग 1200 केटीपीए (किलो-टन प्रति वर्ष) एथिलीन और प्रोपलीन का उत्पादन करेगी, जो वस्त्र, पैकेजिंग और फार्मा जैसे विभिन्न क्षेत्रों के लिये बहुत महत्त्वपूर्ण घटक हैं।
- इससे देश की आयात निर्भरता कम होगी और यह प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’के विज़न को पूरा करने की दिशा में बढ़ाया गया एक कदम होगा। यह मेगा परियोजना रोज़गार के अवसर पैदा करेगी और इससे पेट्रोलियम क्षेत्र में डाउनस्ट्रीम उद्योगों के विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
- इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने दस परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी, जिनमें नर्मदापुरम ज़िले में ‘विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा विनिर्माण क्षेत्र’, इंदौर में दो आईटी पार्क, रतलाम में एक मेगा औद्योगिक पार्क और पूरे मध्य प्रदेश में छह नए औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं।
- ‘विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा विनिर्माण क्षेत्र, नर्मदापुरम’ 460 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित किया जाएगा और यह इस क्षेत्र में आर्थिक विकास एवं रोज़गार सृजन की दिशा में बढ़ाया गया एक कदम होगा।
- इंदौर में लगभग 550 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला ‘आईटी पार्क 3 और 4’ आईटी और आईटीईएस क्षेत्र को बढ़ावा देगा तथा यह युवाओं के लिये रोज़गार के नए अवसरों का भी सृजन करेगा।
- रतलाम में मेगा औद्योगिक पार्क 460 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनाया जाएगा और इसकी वस्त्र, ऑटोमोबाइल एवं फार्मास्यूटिकल्स जैसे महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों के लिये एक प्रमुख केंद्र बनने की परिकल्पना की गई है। यह पार्क दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ा होगा। इससे पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास को काफी बढ़ावा मिलेगा, जिससे युवाओं के लिये प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोज़गार के अवसर पैदा होंगे।
- राज्य में संतुलित क्षेत्रीय विकास और समान रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से छह नए औद्योगिक क्षेत्र लगभग 310 करोड़ रुपए की संचयी लागत से शाजापुर, गुना, मऊगंज, आगर मालवा, नर्मदापुरम और मक्सी में भी विकसित किये जाएंगे।
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मध्य प्रदेश का दुग्ध उत्पादन में देश में तीसरा स्थान
चर्चा में क्यों?
14 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार कुल 17 हज़ार 999 मीट्रिक टन के साथ मध्य प्रदेश का दुग्ध उत्पादन में देश में तीसरा स्थान है।
प्रमुख बिंदु
- मध्य प्रदेश में प्रतिदिन प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता 591 ग्राम प्रतिदिन है। यह उपलब्धता राष्ट्रीय औसत प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 444 ग्राम से 147 ग्राम अधिक है।
- मध्य प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में लगातार बढ़ोतरी पशुपालन विभाग द्वारा पशु स्वास्थ्य, सुरक्षा और विभिन्न रोज़गार मूलक योजनाओं के कारगर क्रियान्वयन के परिणामस्वरूप हुई है।
- राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के प्रथम चरण में 25 लाख 63 हज़ार और द्वितीय चरण में 208 लाख गो-भैंस वंशीय पशुओं का टीकाकरण किया गया, जो देश में सर्वाधिक है।
- गो-भैंस वंशीय पशु बछिया/पड़िया में 13 लाख 89 हज़ार ब्रूसेल्ला टीकाकरण में भी प्रदेश, देश में प्रथम है।
- देश में सबसे अधिक 3 लाख 77 हज़ार पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड स्वीकृत करने वाला राज्य भी मध्य प्रदेश है।
- प्रदेश में अब तक 36 लाख 47 हज़ार 482 पशुओं का लंपी के विरुद्ध टीकाकरण किया जा चुका है।
- वर्तमान में प्रदेश में भोपाल, रीवा और सीहोर ज़िले में लंपी के लगभग 80 एक्टिव केसे हैं।
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