उत्तर प्रदेश में खुलेगा पहला हेरिटेज पार्क व रेल कोच रेस्टोरेंट | उत्तर प्रदेश | 16 Jun 2023
चर्चा में क्यों
14 जून, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश का पहला रेल हेरिटेज पार्क और रेल कोच रेस्टोरेंट आगरा में खुलने वाला है।
प्रमुख बिंदु
- राज्य में आगरा कैंट स्टेशन रोड स्थित पार्क और रेस्टोरेंट में आगरा के लोगों को रेलवे के हेरिटेज की जानकारी के साथ-साथ स्वादिष्ट भोजन भी मिलेगा। जुलाई माह में शुरू होने जा रहे पार्क और रेस्टोरेंट का काम तेजी से चल रहा है।
- आगरा कैंट रेलवे स्टेशन रोड ईदगाह बस स्टैंड जाने वाले चौराहे पर रेलवे की खाली ज़मीन पर उत्तर-मध्य रेलवे और उत्तर प्रदेश का पहला रेल कोच रेस्टोरेंट और हेरिटेज पार्क आकार लेने लगा है।
- विदित है कि बीते वर्ष रेलवे ने दो हज़ार वर्ग मीटर ज़मीन पर रेल कोच रेस्टोरेंट बनाने का फैसला किया था। रेस्टोरेंट के साथ हेरिटेज पार्क बनाने का फैसला बाद में लिया गया। रेल कोच रेस्टोरेंट के लिये रेल पटरी बिछाकर उस पर एक ट्रेन कोच खड़ा किया गया है।
- कोच को डिजायन करने वाले चेतन अग्रवाल ने बताया कि ट्रेन कोच को हेरिटेज व महाराजा ट्रेन जैसा लुक दिया जा रहा है। इसमें एंटिक लाइट लगाई जा रही हैं। इसमें हेरिटेज और मेरेक्कन टाइल लगाई जा रही हैं। कोच रेस्टोरेंट का प्लेटफॉर्म रेड स्टोन से बनाया जा रहा है।
- रेल कोच रेस्टोरेंट में करीब 72 लोगों के एकसाथ बैठने की व्यवस्था होगी। इसमें 36 लोग कोच के अंदर, तो 36 लोग बाहर प्लेटफॉर्म पर बैठकर लजीज व्यंजन का आनंद ले सकेंगे।
- इसके अलावा हेरिटेज पार्क में करीब 10 दुकानें होंगी। यहाँ पर भी खाने-पीने का सामान मिल सकेगा। हेरिटेज पार्क में सबसे पहले कोच रेस्टोरेंट शुरू होगा। एक टूरिस्ट गाइड कियोस्क भी होगा। टूरिस्ट को ट्रेनों के बारे में जानकारी और ऑनलाइन बुकिंग की भी सुविधा होगी। बच्चों के लिये पार्क भी बनेगा।
- आगरा रेल मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे ने ज़मीन को पाँच साल की लीज पर दिया है। इससे रेलवे को 80 लाख का राजस्व मिलेगा।
- हेरिटेज पार्क बनाने और कोच रेस्टोरेंट चलाने का टेंडर हिल्टन ग्रुप ने लिया है। रेलवे और हिल्टन ग्रुप के बीच पाँच साल तक हेरिटेज पार्क के रखरखाव और रेल कोच रेस्टोरेंट संचालित करने का करार हुआ है।
- पीआरओ ने बताया कि रेल हेरिटेज पार्क में कोच रेस्टोरेंट के साथ रेल म्यूजियम भी बनाया जाएगा। इसमें रेलवे के पुराने सिग्नल और बॉक्स टिकट व अन्य सामानों को रखा जाएगा। इसमें विजिटर्स को रेलवे के इतिहास की जानकारी मिलेगी।