नल कनेक्शन देने में उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर | उत्तर प्रदेश | 16 May 2023
चर्चा में क्यों?
15 मई, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीण परिवारों को सबसे अधिक नल कनेक्शन देने में उत्तर प्रदेश अब महाराष्ट्र को पछाड़ते हुए सबसे अधिक नल कनेक्शन देने वाला दूसरा राज्य बन गया है।
प्रमुख बिंदु
- ग्रामीण परिवारों को सर्वाधिक नल कनेक्शन देने वाले राज्यों में बढ़त बनाते हुए उत्तर प्रदेश ने 1,12,97,534 नल कनेक्शन दिये हैं। राज्य में प्रतिदिन 40 हज़ार से अधिक नल कनेक्शन दिये जा रहे हैं।
- विदित है कि राज्य ने ‘नल से जल की आपूर्ति योजना’में यह नया मुकाम हासिल किया है।
- गौरतलब है कि महाराष्ट्र जो अब तक दूसरे स्थान पर था, 1,11,22,327 नल कनेक्शन के साथ तीसरे स्थान पर पहुँच गया है।
- देश के ग्रामीण परिवारों को सर्वाधिक नल कनेक्शन देने वाले राज्यों में बढ़त बनाते हुए उत्तर प्रदेश की नजर टॉप पर विराजमान बिहार से आगे निकलने पर है।
- अन्य राज्यों के मुकाबले राज्य की ग्रामीण आबादी 2,65,93,949 के साथ सबसे अधिक है। इसके बाद भी सरकार की ओर से जल जीवन मिशन की ‘हर घर नल का जल’ योजना के कार्य को तेजी से पूरा कराया जा रहा है।
सीएसजेएमयू और रूस की यूनिवर्सिटी के बीच हुआ एमओयू | उत्तर प्रदेश | 16 May 2023
चर्चा में क्यों?
15 मई, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) और रूस की पेस्ट्रोजाबोस्क स्टेट यूनिवर्सिटी के बीच एमओयू हुआ है, जिसके अंतर्गत कानपुर में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राओं को अब रूस में पढ़ाई करने का मौका मिलेगा।
प्रमुख बिंदु
- यह एमओयू छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के कुलपति प्रो. विनय पाठक और रूस की यूनिवर्सिटी के अंतर्राष्ट्रीय विभाग की प्रमुख निदेशक प्रो. मरीना गोसदेवा के बीच हुआ।
- विश्वविद्यालय का यह पहला इंटरनेशनल समझौता है। इससे सीएसजेएमयू के छात्र न सिर्फ विदेश के शिक्षकों से पढ़ सकेंगे बल्कि वहाँ के छात्रों संग रिसर्च भी करेंगे। विदित है कि अभी तक यह सुविधा आईआईटी के छात्र-छात्राओं को ही मिलती थी।
- ज्ञातव्य है कि रूस की इस यूनिवर्सिटी की क्यूएस रैंकिंग 260 है।
- इस समझौते के बाद लेक्चर सीरीज, संयुक्त रिसर्च प्रोग्राम, फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम, स्टूडेंट्स एक्सचेंज प्रोग्राम को शुरू किया जाएगा। कानपुर के छात्र कुछ समय के लिये पढ़ने रूस जाएंगे और वहाँ के छात्र शहर आएंगे।
- प्रो. मरीना गोसदेवा ने रूस में चल रहीं विभिन्न रिसर्च व योजनाओं की जानकारी दी और बताया कि उनका विश्वविद्यालय डायबिटीज एवं निर्माण के क्षेत्र में होने वाले शोधों में अग्रणी है। जल्द छात्रों व शिक्षकों का संयुक्त रिसर्च प्रोग्राम भी शुरू किया जाएगा।