सांभर फेस्टिवल-2023 | राजस्थान | 16 Feb 2023
चर्चा में क्यों?
15 फरवरी, 2023 को राजस्थान पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि विभाग द्वारा सांभर लेक पर 17 से 19 फरवरी तक सांभर फेस्टिवल-2023 का आयोजन किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि प्रदेश में पर्यटन की व्यापक संभावनाओं और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये पर्यटन विभाग के द्वारा निरंतर नवाचार किये जा रहे हैं। साथ ही प्रदेश में प्रमुख मेलों और उत्सवों का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में विभाग द्वारा सांभर फेस्टिवल-2023 का आयोजन करवाया जा रहा है।
- उन्होंने बताया कि अन्य मेलों और उत्सवों की तरह ही सांभर फेस्टिवल भी देशी-विदेशी पर्यटकों के लिये आकर्षण का केंद्र होगा। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिये फेस्टिवल में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
- तीन दिवसीय सांभर फेस्टिवल में प्रतिदिन शाम को विभिन्न सेलिब्रिटी और प्रसिद्ध लोक कलाकार सांस्कृतिक संध्या में अपनी रंगारंग प्रस्तुतियाँ देंगे।
- फेस्टिवल की शुरुआत एडवेंचर बाइक राइड से होगा। यह रैली जयपुर से प्रारंभ होकर सांभर झील कार्यक्रम स्थल पर खत्म होगी। स्टार नाइट गेजिंग इवेंट के तहत रात को पर्यटकों को सांभर के खुले आसमान में तारों को निहारने का मौका मिलेगा।
- फेस्टिवल के दौरान पतंगबाजी और कैमल राइड सहित पैरा सैलिंग, एटीवी राइड, मोटर साइकिल रैली जैसी विभिन्न साहसिक गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा।
- उपनिदेशक शेखावत ने बताया कि सांभर स्थित देवयानी कुंड पर दीपोत्सव और सेलिब्रिटी नाइट के आयोजन के साथ ही लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी सैलानियों के लिये आकर्षण का केंद्र रहेगी। सैलानियों को सांभर के ऐतिहासिक महत्त्व और परिंदों की रोचक जानकारियों से रूबरू करवाने के लिये टॉक शो का भी आयोजन किया जाएगा।
राज्य भू-जल संरक्षण एवं प्रबंधन प्राधिकरण का होगा गठन | राजस्थान | 16 Feb 2023
चर्चा में क्यों?
15 फरवरी, 2023 को राजस्थान के भू-जल मंत्री डॉ. महेश जोशी ने विधानसभा में बताया कि राज्य में भू-जल दोहन के नियंत्रण के लिये राज्य सरकार द्वारा शीघ्र ही राज्य भू-जल संरक्षण एवं प्रबंधन प्राधिकरण का गठन किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- भू-जल मंत्री डॉ. जोशी विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान इस संबंध में सदस्यों द्वारा पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे।
- उन्होंने बताया कि राज्य में भू-जल के समुचित उपयोग तथा राज्य के औद्योगिक इकाइयों के सुविधा हेतु भू-जल संरक्षण एवं प्रबंधन प्राधिकरण के गठन की बजट घोषणा की पालना में विभाग द्वारा ड्राफ्ट बिल का प्रारूप तैयार किया जा चुका है। विधि विभाग से प्राप्त सुझावों का समावेश कर ड्राफ्ट बिल वित्त विभाग को अनुमोदन हेतु प्रेषित किया जा चुका है।
- उन्होंने कहा कि राज्य में भू-जल दोहन की स्थिति चिंताजनक है तथा राज्य में 151 प्रतिशत दोहन हो रहा है। वर्तमान में भू-जल दोहन के संबंध में कोई भी निर्णय राज्य सरकार केंद्रीय भू-जल प्राधिकरण के दिशा निर्देशों के आधार पर ही करती है।
- इससे पहले भू-जल मंत्री ने विधायक राजेंद्र राठौड़ के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि नीतिगत निर्णय की पालना में राज्य भू-जल विभाग प्रतिवर्ष नियमित रूप से सर्वे करता है तथा एक नियमित अंतराल के पश्चात् राज्य के भू-जल संसाधनो का आकलन किया जाता है।
- उन्होंने बताया कि इसी क्रम में केंद्रीय भू-जल बोर्ड व भू-जल विभाग द्वारा संयुक्त स्तर पर राज्य के भू-जल संसाधन की नवीनतम आकलन रिपोर्ट 2022 तैयार कर अंतरविभागीय राज्य स्तरीय कमेटी से अनुमोदन कराकर जारी कर दी गई है।
- डॉ. जोशी ने बताया कि वर्तमान में भू-जल आंकलन की नवीनतम रिपोर्ट 31 मार्च, 2022 के अनुसार राज्य के 295 ब्लॉक एवं सात शहरी क्षेत्रों में से 219 ब्लॉक को अतिदोहित श्रेणी, 22 संवेदनशील, 20 अर्द्धसंवेदनशील, 38 सुरक्षित में वर्गीकृत किया गया है। शेष 3 ब्लॉक में भू-जल लवणीय होने के कारण रिपोर्ट में इनका भू-जल आकलन नहीं किया गया है।
- उन्होंने सात शहरी क्षेत्र में सम्मिलित- अजमेर, जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर, कोटा, उदयपुर एवं बीकानेर का विवरण भी सदन के पटल पर रखा।
‘साल एक : फैसले अनेक’ पुस्तिका का विमोचन | राजस्थान | 16 Feb 2023
चर्चा में क्यों?
14 फरवरी, 2023 को राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के कार्यकाल के सफल एक साल पूर्ण होने पर आरटीडीसी की उपलब्धियों, नीतिगत निर्णयों पर ‘साल एक : फैसले अनेक’पुस्तिका का विमोचन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- राजस्थान के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह तथा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने होटल गणगौर में आयोजित कार्यक्रम में पुस्तिका का विमोचन किया।
- पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि आरटीडीसी प्रबंधन द्वारा शाही ट्रेन ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ का पुन: संचालन, आरटीडीसी होटल के जीर्णोद्धार कार्य, हेलीकॉप्टर जॉयराइड जैसे कार्य किये हैं जो राजस्थान में पर्यटन के विकास में सहायक सिद्ध होंगे।
- उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये पंद्रह सौ करोड़ के बजट का प्रावधान किया है। राज्य में पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने, राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति-2022 लागू की गई है जिससे पर्यटन के क्षेत्र को नई दिशा मिली।
- इस अवसर पर पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह और आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने आरटीडीसी द्वारा चल रहे जीर्णोद्धार कार्यों के तहत होटल गणगौर के जीर्णोद्धार कार्य का उद्घाटन किया।
- आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि होटल गणगौर नवीनीकरण के कार्यों से अपने पुराने गौरव को हासिल करेगी एवं निजी होटल से प्रतिस्पर्धा के लिये तैयार होगी।