उत्तर प्रदेश Switch to English
बाराबंकी की ग्राम पंचायत सिधयावाँ अंतर्राष्ट्रीय मानक संगठन द्वारा सम्मानित
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के बाराबंकी ज़िले की ग्राम पंचायत सिधयावाँ को अंतर्राष्ट्रीय मानक संगठन-आईएसओ द्वारा गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदान करने के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- करीब पांच हजार की आबादी वाले ग्राम पंचायत सिधयावाँ की ग्राम प्रधान हेमलता सिंह के प्रयासों से कायाकल्प योजना के तहत प्राथमिक विद्यालय का कायाकल्प किया गया जिसके लिए उन्हें प्रथम पुरस्कार मिला।
- विदित हो कि पिछले वित्तीय वर्ष में भी ज़िले के नंबर एक ग्राम पंचायत के रूप में सिधयावाँ को 11 लाख रुपए का पुरस्कार मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया था, जिसका उपयोग अत्याधुनिक पुस्तकालय और आर. ओ. प्लांट लगाने में किया जा रहा है।
- बाराबंकी के गांवों में भी शहर की तर्ज पर विकास कार्य कराए जा रहें हैं और उन्हें मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जा रहा है। यही वह है की इस गांव का चयन मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार के लिए हुआ और सीएम योगी ने ग्राम प्रधान को पुरस्कृत कर इनके कार्यों की तारीफ की।
- आरसीसी व इंटरलॉकिंग युक्त सड़कें, चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे, बच्चों को सुंदर परिवेश देने के लिए चिल्ड्रन पार्क, ओपन जिम, सोलर लाइट, घरों में जलापूर्ति के लिए बनाई गई टंकी, कायाकल्प युक्त विद्यालय, ग्राम सचिवालय की स्वच्छता व सुंदरता और 1 करोड़ 35 लाख रुपए की लागत से बन रहा ज़िले का सबसे बड़ा अमृत सरोवर यहाँ के विकास की कहानी बयाँ कर रहा है।
बिहार Switch to English
25 नवंबर से शुरू होगा बिहार का विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बिहार के हरिहर क्षेत्र में आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला का शुभारंभ 25 नवंबर को होगा तथा यह 26 दिसंबर (32 दिनों) तक चलेगा।
प्रमुख बिंदु
- सोनपुर मेला एशिया के सबसे बड़े पशु मेलों में से एक है, जो बिहार के सारण और वैशाली ज़िले की सीमा पर अवस्थित सोनपुर में दो नदियों, गंगा और गंडक के संगम पर आयोजित किया जाता है।
- पशुधन के व्यापार के लिए प्राचीन काल से लोकप्रिय, यह महीने भर चलने वाला आयोजन नवंबर के महीने में कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर शुरू होता है।
- हर साल कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के साथ शुरू होने वाले इस मेले को ‘हरिहर क्षेत्र मेला’के नाम से भी जाना जाता है जबकि स्थानीय लोग इसे ‘छत्तर मेला’कहते हैं। हिंदू भक्त गंगा और गंडक नदी में पवित्र डुबकी लगाने के लिए क्षेत्र में आते हैं और हरिहर नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं।
- यह मेला भले ही पशु मेला के नाम से विख्यात है, लेकिन इस मेले की खासियत यह है कि यहां सूई से लेकर हाथी तक की खरीदारी की जा सकती है।
- इस मेले का ऐतिहासिक महत्त्व भी है। ऐसा माना जाता है कि इस मेले में मध्य एशिया से पशुओं की खरीदारी करने कारोबारी आया करते थे और यह मेला जंगी हाथियों का सबसे बड़ा केंद्र था। मौर्य वंश के संस्थापक चंद्रगुप्त मौर्य, मुगल सम्राट अकबर और 1857 के गदर के नायक वीर कुंवर सिंह ने भी सोनपुर मेले से हाथियों की खरीद की थी।
- सन 1803 में रॉबर्ट क्लाइव ने सोनपुर में घोड़े का बड़ा अस्तबल भी बनवाया था। इसके अलावा सिख धर्म के गुरु नानक देव के यहाँ आने का जिक्र धर्मों में मिलता है और भगवान बुद्ध भी यहां अपनी कुशीनगर की यात्रा के दौरान आये थे।
- सोनपुर की इस धरती पर हरिहर नाथ मंदिर दुनिया का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां हरि (विष्णु) और हर (शिव) की एकीकृत मूर्ति है। इसके मंदिर के बारे में कहा जाता है कि कभी ब्रह्मा ने इसकी स्थापना की थी। इसके साथ ही संगम किनारे स्थित दक्षिणेश्वर काली की मूर्ति में शुंग काल का स्तंभ है।
राजस्थान Switch to English
42वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राजस्थान मंडप का हुआ शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2023 को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में प्रारंभ हुए 14 दिवसीय 42वें भारतीय अतंर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में नए रूप में निर्मित राजस्थान मंडप का शुभारंभ राज्य की अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग एवं वाणिज्य वीनू गुप्ता और राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड (राजसीको) की प्रबंध निदेशक डॉ. मनीषा अरोड़ा ने किया।
प्रमुख बिंदु
- राजस्थान मंडप में आने वाले देशी-विदेशी आगंतुको को प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध उत्पादों को देखने व खरीदने का अवसर मिलेगा।
- इस बार ट्रेड फेयर में आर.एस.एस.आई.सी के राजस्थली सहित पर्यटन, खादी, महिला एवं बाल विकास विभाग और उद्योग विभाग भाग ले रहे हैं।
- मंडप में राजस्थान के विभिन्न अंचलों से व्यापार मेले में भाग लेने आये उद्यमियों द्वारा लगभग 25 स्टालों का प्रदर्शन किया है, जिसमें राजस्थान के विश्व प्रसिद्ध हस्तशिल्प उत्पादों को विशेष रूप से देश-विदेश में धूम मचाने वाली राजस्थानी हस्तशिल्प वस्तुओं में लाख की चूड़ियां, महिलाओं के शृंगार के विविध आईटम्स, टैक्सटाईल्स का सामान, चद्दरे और मोजड़ियों के उत्पादों के स्टॉल शामिल हैं।
- राजस्थानी व्यंजनों के खानपान की व्यवस्था इस बार राजस्थान पर्यटन विकास निगम के माध्यम से की गई है।
हरियाणा Switch to English
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर विभिन्न क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली बालिकाओं को किया जाएगा सम्मानित
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2023 को हरियाणा महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि विभाग द्वारा विभिन्न क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली बालिकाओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सम्मानित जाएगा। इसके लिये आवेदन की तिथि को एक नवंबर से बढ़ाकर 30 नवंबर किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कुल 86 पुरस्कार दिए जाएंगे, जिनमें से 11-11 हजार के 47 पुरस्कार व 39 पुरस्कार राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के लिए दिए जाएंगे।
- प्रवक्ता ने बताया कि सराहनीय कार्य करने वाली बालिकाएं संबंधित ज़िले के महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय में 30 नवंबर तक आवेदन जमा करवा सकती हैं।
- विभाग द्वारा राज्य स्तर पर आयोजित किये जाने वाले राष्ट्रीय बालिका दिवस के संबंध में जारी निर्देशानुसार किसी भी बालिका द्वारा विभिन्न क्षेत्रों जैसे- खेलकूद के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोई स्थान प्राप्त किया हो, सांस्कृतिक गतिविधियों में राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोई स्थान प्राप्त किया हो, समाज सेवा, मीडिया एवं साहित्य एवं खेल के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाली व बहादुरी के क्षेत्र में राज्य द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर नाम भेजा गया हो आदि को पुरस्कार दिया जाएगा।
- इसके अतिरिक्त 60 प्रतिशत या उससे अधिक विशेष दिव्यांग बच्चों द्वारा सराहनीय कार्य किया गया हो एवं चाइल्ड केयर संस्थान में रह रहे बच्चों ने इन क्षेत्रों में सराहनीय कार्य किया हो, उन बालिकाओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय कार्यक्रम में नकद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
झारखंड Switch to English
42वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में झारखंड पवेलियन का उद्घाटन
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2023 को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में प्रारंभ हुए 14 दिवसीय 42वें भारतीय अतंर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में झारखंड के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवम पिछड़ा वर्ग कल्याण सहपरिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने भगवान बिरसा मुंडा की पूजा-अर्चना कर झारखंड पवेलियन (मंडप) का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- विदित हो कि जी-20 समिट के बाद दिल्ली के प्रगति मैदान में यह दूसरा बड़ा आयोजन है। इस वर्ष मेले की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम’है।
- इस मेले में झारखंड प्रदेश फोकस स्टेट के रूप में भाग ले रहा है। मेले में उद्योग निदेशालय (झारखंड) द्वारा बनाए गए मंडप में क्षेत्रीय उत्पादों के 20 स्टॉल लगाए गए हैं। इसमें लोग झारखंड में बनी वस्तुओं की प्रदर्शनी और क्रय कर सकेंगे।
- इसके अलावा झारखंड सरकार के लगभग 14 विभागों के स्टॉल भी लगाए गए हैं, जिसमें लोग विभाग के बारे में और योजनाओं की जानकारी ले सकेंगे।
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