कुश्ती प्रशिक्षक सहित हरियाणा के तीन लोगों को मिलेगा राष्ट्रीय खेल पुरस्कार | हरियाणा | 15 Nov 2022
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2022 को युवा कार्य और खेल मंत्रालय ने वर्ष 2022 के राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा की। खेल-कूद और गेम्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये 25 खिलाड़ी 2022 के अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करेंगे, जिनमें हरियाणा के सोनीपत के दो खिलाड़ी सीमा अंतिल व पहलवान सरिता मोर शामिल हैं। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक राज सिंह छिक्कारा को द्रोणाचार्य अवार्ड (लाइफटाइम कैटेगरी) के लिये नामित किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- पुरस्कार विजेता 30 नवंबर, 2022 को राष्ट्रपति भवन में एक विशेष रूप से आयोजित समारोह में भारत की राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त करेंगे।
- देश के प्रतिष्ठित खेल सम्मान अर्जुन अवार्ड के लिये नामित देश की सबसे अनुभवी एथलीट डिस्कस थ्रोअर सीमा अंतिल पूनिया राष्ट्रमंडल खेलों में पदकों की हैट्रिक जमाने का कारनामा कर चुकी हैं। यह कारनामा उन्होंने वर्ष 2006, 2010 व 2014 में किया था। यही नहीं वह वर्ष 2004, 2012, 2016 व 2022 में भी ओलंपिक कोटा हासिल कर चुकी हैं।
- सीमा अंतिल का जन्म सोनीपत के गाँव खेवड़ा में हुआ था। परिवार में खेलों का माहौल शुरू से था। खेलों के इसी माहौल के बीच सीमा ने डिस्कस थ्रो करना शुरू किया।
- 2016 के रियो ओलंपिक के लिये सीमा ने 62 मीटर डिस्कस थ्रो कर ओलंपिक में जगह बनाई थी। यह उनका अब तक का बेस्ट रिकॉर्ड रहा। सीमा वर्ष 2004 एथेंस में खेलीं, वर्ष 2006 के राष्ट्रमंडल खेल में रजत पदक जीता, वर्ष 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता, वर्ष 2012 के लंदन ओलंपिक में 61.91 का थ्रो करते हुए 13वें स्थान रहीं, वर्ष 2014 के राष्ट्रमंडल खेल में रजत पदक, वर्ष 2014 में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक, वर्ष 2018 में एशियन गेम्स में कांस्य पदक और वर्ष 2018 गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक जीता।
- वहीं पहलवान सरिता मोर ने 12 साल की उम्र में चौधरी भरत सिंह मेमोरियल स्पोर्ट्स स्कूल, निडानी में कुश्ती का अभ्यास शुरू किया था। सरिता मोर का जन्म 16 अप्रैल, 1995 को सोनीपत के गाँव बरोदा में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। वह तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं।
- सरिता मोर एक भारतीय फ्री स्टाइल पहलवान हैं। इन्होंने 2017 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 58 किग्रा. भार वर्ग में रजत पदक, 59 किग्रा. भार वर्ग में 2020 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, 2021 में रोम इटली में आयोजित सीरीज में 57 किग्रा. भार वर्ग स्पर्धा में रजत पदक और हाल ही में विश्व रैंकिंग श्रृंखला 2022 अल्माटी (कज़ाखस्तान) में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी श्रेणी (59 किग्रा. भार वर्ग) में विश्व नंबर 1 रैंकिंग तक पहुँचने में कामयाबी हासिल की।
- भारतीय जूनियर कुश्ती टीम के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षक राज सिंह छिक्कारा को कुश्ती के खेल में दिये गए उनके योगदान को देखते हुए द्रोणाचार्य अवार्ड (लाइफटाइम अवार्ड) दिया जाएगा। राज सिंह छिक्कारा ने देश को करीब 70 अंतर्राष्ट्रीय पहलवान दिये हैं। ओलंपिक मेडलिस्ट योगेश्वर दत्त, एशियन गेम्स मेडलिस्ट मौसम खत्री, परवेश, युद्धवीर, कुलबीर, रविंद्र भूरा, डालमिया, सुनील कुमासपुर, सतपाल, सोनू आदि ने इनके मार्गदर्शन में कुश्ती में देश का नाम चमकाया है।
- उल्लेखनीय है की खेलों में उत्कृष्टता को पहचानने और पुरस्कृत करने के लिये हर साल राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिये जाते हैं। पिछले चार वर्षों की अवधि में ‘खेल-कूद और गेम्घ्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन ए नेतृत्व, खेल भावना और अनुशासन जैसी खूबियाँ दिखाने के लिये अर्जुन पुरस्कार’दिया जाता है।
- द्रोणाचार्य पुरस्कार खेल-कूद और गेम्स में लगातार उत्कृष्ट और सराहनीय कार्य करने वाले और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए सक्षम बनाने वाले कोचों को दिया जाता है।