राज्यस्तरीय बाल अधिकार सप्ताह का शुभारंभ | राजस्थान | 15 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2021 को बाल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाल अधिकारिता विभाग द्वारा आयोजित बाल अधिकार सप्ताह का शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्होंने नेहरू बाल संरक्षण पुरस्कार प्रदान किया एवं बाल देखरेख संस्थाओं के मेधावी बालक-बालिकाओं को सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने करौली के गुड़ला तथा जयपुर के पिपलोद में देवनारायण आवासीय विद्यालय का लोकार्पण भी किया। साथ ही, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की वेबसाइट को लॉन्च किया तथा बाल अधिकार सप्ताह के पोस्टर का विमोचन किया।
- कार्यक्रम में बाल अधिकार संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले तीन व्यक्तियों एवं तीन संस्थाओं को नेहरू बाल संरक्षण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। व्यक्तिगत श्रेणी में प्रथम पुरस्कार बीकानेर की अरुणा भार्गव, द्वितीय पुरस्कार डूंगरपुर के भरत नागदा को एवं तृतीय पुरस्कार नागौर के मनोज कुमार सोनी को दिया गया।
- संस्थान श्रेणी में प्रथम पुरस्कार जोधपुर के नवजीवन संस्थान को, द्वितीय पुरस्कार जयपुर के एसओएस चिल्ड्रेन विलेज को और तृतीय पुरस्कार टोंक की शिव शक्ति शिक्षा समिति को प्रदान किया गया।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के बच्चों और युवाओं में नैतिक मूल्यों तथा गांधीवादी जीवन दर्शन के प्रसार के लिये शांति एवं अहिंसा निदेशालय की स्थापना की है।
- इसी तरह मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज तथा पुणे स्थित महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी स्कूल ऑफ गवर्नेंस जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की तर्ज़ पर जयपुर में महात्मा गांधी दर्शन म्यूज़ियम एवं महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेंस एवं सोशल साइंसेज की स्थापना की गई है।
- उन्होंने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम पर बाल अधिकार संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वालों के लिये पुरस्कार प्रारंभ किये गए हैं।
राजस्थान विधानसभा में बाल सत्र का आयोजन | राजस्थान | 15 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2021 को बाल दिवस के अवसर पर राजस्थान विधानसभा में ऐतिहासिक बाल सत्र का आयोजन किया गया, जहाँ बच्चों ने ही विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और मंत्री बनकर सत्र चलाया तथा सदस्य बने बच्चों के प्रश्नों का जवाब दिया। विधानसभा के इस अनूठे सत्र में शून्यकाल और प्रश्नकाल का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस बाल सत्र में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राजस्थान विधानसभाध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मंत्रिगण और विधायक उपस्थित थे। समारोह का शुभारंभ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
- विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा के तत्वावधान में 75वें आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर विधानसभा में बाल सत्र का संचालन किया गया। ऐसा सत्र देश में पहली बार हुआ है।
- उन्होंने कहा कि यह बाल सत्र संसदीय लोकतंत्र को मज़बूती प्रदान करेगा और लोकतंत्र को लेकर बच्चों के मन की जिज्ञासाओं को भी हम सब समझ सकेंगे। भावी पीढ़ी को सदन चलाने, प्रश्न पूछने और अनुशासन के साथ अपनी बात रखने का मौका दिया गया है। उन्होंने बताया कि बाल सत्र के लिये पंद्रह राज्यों के पाँच हज़ार पाँच सौ बच्चों ने ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसमें से दो सौ बच्चों का चयन किया गया।
- इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि यह एक अद्भुत नवाचार है, जो अन्य राज्यों में भी होना चाहिये, राजस्थान विधानसभा में बाल सत्र का आयोजन अविस्मरणीय रहेगा। देश की भावी पीढ़ी ने जिस सुव्यवस्थित तरीके और अनुशासन के साथ सत्र का संचालन किया है, उससे देश के नौजवानों को भी संदेश मिलेगा कि लोकतंत्र में उनकी क्या भूमिका हो सकती है।
खेल और साहसिक पुरस्कार, 2021 | मध्य प्रदेश | 15 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
13 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में खेल और साहसिक पुरस्कार-2021 वितरण किये, जिनमें मध्य प्रदेश के हॉकी खिलाड़ी विवेक सागर प्रसाद को अर्जुन पुरस्कार-2021 से सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- यह पुरस्कार विवेक सागर प्रसाद को हॉकी खेल विधा में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों को मान्यता प्रदान करने के लिये दिया गया है।
- फरवरी, 2000 में इटारसी में जन्मे विवेक सागर प्रसाद हॉकी खेल विधा के सर्वाधिक उत्कृष्ट खिलाड़ियों में से एक हैं। इन्होंने टोक्यो ओलंपिक, 2020 में कांस्य पदक जीता था।
- वर्ष 1961 में स्थापित अर्जुन पुरस्कार उन खिलाड़ियों को दिया जाता है, जिन्हाेंने पिछले चार वर्षों में लगातार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया हो, साथ ही उनमें नेतृत्व, खेल भावना तथा अनुशासन की भावना के गुण भी होने चाहियें। पुरस्कार प्राप्तकर्त्ता को एक प्रतिमा, प्रमाणपत्र, समारोह की पोशाक तथा 15.00 लाख रुपए नगद दिये जाते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला | मध्य प्रदेश | 15 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2021 को प्रगति मैदान, नई दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर-2021 में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल एवं सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने मध्य प्रदेश पेवेलियन का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- इस पवेलियन में सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम, एमपी पर्यटन, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, लघु उद्योग निगम, मृगनयनी एंपोरियम, कृषि एवं किसान कल्याण, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने भाग लिया अपने उत्पादों को प्रदर्शित किया।
- प्रमुख उत्पादों में सीधी ज़िले का कोदो-कुटकी और पंजा दरी, टीकमगढ़ के पीतल के उत्पाद, शिवपुरी की कपड़े की जैकेट, भोपाल के हस्तकला उत्पाद, रतलामी सेंव के साथ मृगनयनी एंपोरियम द्वारा उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। साथ ही कृषि आधारित एक स्टार्टअप Inventohack ने भी प्रदर्शनी में भाग लिया।
- ज्ञातव्य है कि प्रति वर्ष प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 14 से 27 नवंबर तक यह मेला आयोजित किया जाता है। इस मेले में अन्य देशों के अलावा विभिन्न राज्य, केंद्रशासित प्रदेश, भारत शासन के मंत्रालय द्वारा भाग लिया जाता है।
- देश की आज़ादी के 75 वर्ष में ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ पर आयोजित 40वाँ भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला-2021 आत्मनिर्भर भारत की थीम पर केंद्रित है। इस आयोजन से देश में निवेश और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।
फिल्म ‘उलगुलान-एक क्रांति’ डिजिटली रिलीज़ | मध्य प्रदेश | 15 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
13 नवंबर, 2021 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनसंपर्क विभाग के पोर्टल पर ‘उलगुलान-एक क्रांति’ फीचर फिल्म को डिजिटली रिलीज़ किया।
प्रमुख बिंदु
- यह फिल्म भगवान बिरसा मुंडा के कर्म क्षेत्र खूंटी, झारखंड में शूट की गई है। मध्य प्रदेश पहला राज्य है, जो इस फिल्म को डिजिटली रिलीज कर रहा है। फिल्म के लेखक पँ भूषण एवं पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा हैं।
- फिल्म के निर्माता-निर्देशक अशोक शरण ने बताया कि बिरसा मुंडा ने 24-25 दिसंबर, 1898 को पहले उलगुलान, यानी क्रांति की घोषणा की थी। भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित फीचर फिल्म ‘उलगुलान-एक क्रांति’ 35 एमएम सिनेमा स्कोप डॉल्बी डिजिटल साउंड में बनी है। फिल्म में बॉलीवुड के प्रसिद्ध कलाकारों ने अभिनय किया है।
- ज्ञातव्य है कि बिरसा मुंडा का जन्म वर्ष 1875 में झारखंड के उलिहतू, खूंटी में हुआ था। बिरसा मुंडा ने भारत की आज़ादी और जनजातीय धर्म, संस्कृति की रक्षा के लिये लड़ाई लड़ी थी।
- 9 जनवरी, 1899 को उनके नेतृत्व में सयिलरकब, खूंटी के पहाड़ों पर अंग्रेज़ों के साथ लड़ाई हुई थी। उसके बाद बिरसा मुंडा को गिरफ्तार करने के लिये उस वक्त 500 रुपए का ईनाम रखा गया था पैसे के लोभ में वहीं के सात लोगों ने जंगल में सोते हुए बिरसा मुंडा को गिरफ्तार कर अंग्रेज़ों के हवाले कर दिया था।
- 9 जून, 1900 को इनकी मृत्यु राँची केंद्रीय कारागृह में अंग्रेज़ों द्वारा ज़हर देने से हो गई। बिरसा मुंडा 25 वर्ष की आयु भी पूरी नहीं कर पाए थे। बिरसा मुंडा के त्याग और जल-जंगल-ज़मीन की रक्षा के संकल्प के परिणामस्वरूप उन्हें भगवान माना गया।
इंडियन साइन लैंग्वेज की पाठ्यपुस्तकों का विमोचन | हरियाणा | 15 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बाल दिवस पर गुरुग्राम के श्रवण एवं वाणी नि:शक्तजन कल्याण केंद्र द्वारा नि:शक्तजनों के लिये तैयार की गई 5वीं कक्षा तक की इंडियन साइन लैंग्वेज की पाठ्यपुस्तकों का विमोचन किया। ऐसी पाठ्यपुस्तकें देश में पहली बार तैयार की गई हैं।
प्रमुख बिंदु
- 6 वर्ष तक की आयु के तथा पहली से पाँचवी कक्षा तक के मूक-बधिर बच्चों के लिये इस केंद्र ने पाठ्यपुस्तकें तैयार की हैं उससे हरियाणा प्रदेश के साथ देश के श्रवण एवं वाणी नि:शक्तजनों को लाभ होगा।
- उल्लेखनीय है कि देश में मूक-बधिर व्यक्तियों की संख्या लगभग 50 लाख है और हरियाणा में ऐसे लगभग डेढ़ लाख व्यक्ति हैं।
- इस कल्याण केंद्र में साइन लैंग्वेज के साथ-साथ डिजिटल साइन लैंग्वेज की लैब बनाई गई है जहाँ पर श्रवण एवं वाणी नि:शक्तजनों के लिये 600 से ज़्यादा वीडियो बनाए गए हैं, जिनका प्रयोग कोविड के दौरान हुआ।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कल्याण केंद्र के राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया। इसके अलावा, उन्होंने इस केंद्र को 350 लैपटॉप देने वाली कॉल्ट कंपनी और अर्ली इंटरवेंशन सेंटर के संचालन में सहयोग देने के लिये 2 डिजिटल स्क्रीन तथा 17 स्टॉफ के सदस्य उपलब्ध करवाने वाली बैचटल कंपनी के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया।
- हरियाणा राज्य सड़क विकास निगम ने भी इस केंद्र को लगभग 48 लाख रुपए के आईटी उपकरण व 140 टैबलेट उपलब्ध करवाए हैं।
राष्ट्रीय खेल एवं साहसिक पुरस्कार-2021 | हरियाणा | 15 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
13 नवंबर, 2021 को हरियाणा के खिलाड़ियों द्वारा ओलंपिक व पैरालंपिक-2020 में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रदेश व देश का नाम रोशन करने पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा राष्ट्रीय खेल एवं साहसिक पुरस्कार-2021 से खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में आयोजित इस समारोह में हरियाणा के 12 खिलाड़ियों और 4 प्रशिक्षकों को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार, अर्जुन अवार्ड, द्रोणाचार्य लाइफ टाइम अवार्ड, द्रोणाचार्य अवार्ड और मेजर ध्यानचंद लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड मिला है।
- भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा, पैरा निशानेबाज़ मनीष नरवाल, पहलवान रवि कुमार दहिया व पैरा एथलीहट सुमित अंतिल को देश का सबसे बड़ा खेल सम्मान ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न’ मिला है।
- वहीं हरियाणा से ताल्लुक रखने वाले 8 खिलाड़ी पैरा एथलीट योगेश कथूनिया, हॉकी खिलाड़ी सुरेंद्र पालड, हॉकी खिलाड़ी सिंहराज अधाना, सुमित कुमार, पहलवान दीपक पूनिया, पैरा तीरंदाज हरविंदर सिंह, हॉकी खिलाड़ी मोनिका मलिक और कबड्डी खिलाड़ी संदीप नारवाल को खेल एवं स्पर्धा 2021 में शानदार प्रदर्शन के लिये अर्जुन अवार्ड से नवाज़ा गया है।
- खेल और स्पर्धा 2021 में उत्कृष्ट कोचों के लिये द्रोणाचार्य पुरस्कार (लाइफ- टाइम श्रेणी) में क्रिकेट कोच सरकार तलवार और कबड्डी कोच आशान कुमार को सम्मानित किया गया है। द्रोणाचार्य पुरस्कार (नियमित श्रेणी) में हॉकी कोच प्रीतम सिवाच को सम्मान मिला है। खेल और स्पर्धा 2021 में लाइफटाइम अचीवमेंट के लिये पहलवान सज्जन सिंह को ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- हरियाणा के मानव रचना शैक्षणिक संस्थान को नवोदित और युवा प्रतिभा की पहचान और पोषण की श्रेणी में राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया है।
- 12 मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड में से 4 खेल रत्न अवार्ड तथा हैं। 35 अर्जुन अवार्ड में से 8 अर्जुन अवार्ड हरियाणा को मिले हैं। प्रशिक्षकों की अलग-अलग कैटेगरी में कुल 15 द्रोणाचार्य अवार्ड में से 4 हरियाणा के प्रशिक्षकों को मिले हैं। दो राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कारों में से एक हरियाणा को मिला है। कुल 64 पुरस्कारों में से हरियाणा को 17 पुरस्कार मिले हैं।
- मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार (पहले राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार) सरकार द्वारा 1991-92 में आरंभ किया गया था। पुरस्कार पिछले चार वर्षों के दौरान के क्षेत्र में किसी एक खिलाड़ी द्वारा अभूतपूर्व और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये दिया जाता है। पुरस्कार में एक पदक, समारोह की पोशाक, प्रमाणपत्र तथा 25.00 लाख रुपए नकद दिया जाता है।
- द्रोणाचार्य पुरस्कार, 1985 में ऐसे विख्यात प्रशिक्षकों को सम्मान देने के लिये शुरू किया गया था, जिन्होंने सफलतापूर्वक उन खिलाड़ियों या टीमों को प्रशिक्षित किया है जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त किया हो। पुरस्कार प्राप्तकर्ता को एक प्रतिमा, प्रमाणपत्र, समारोह की पोशाक तथा 15.00 लाख जीवनपर्यंत श्रेणी और 10.00 रुपए नियमित श्रेणी में नकद दिया जाता है।
- वर्ष 1961 में स्थापित अर्जुन पुरस्कार उन खिलाड़ियों को दिया जाता है जिन्होंने पिछले चार वर्षों में लगातार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया हो, साथ ही उनमें नेतृत्व, खेल भावना तथा अनुशासन की भावना के गुण भी होने चाहिए। पुरस्कार प्राप्तकर्ता को एक प्रतिमा, प्रमाणपत्र, समारोह की पोशाक तथा 15.00 लाख रुप्ए नकद दिया जाता है।
- उन खिलाड़ियों को सम्मान देने के लिये जिन्होंने अपने प्रदर्शन के द्वारा खेलों में योगदान दिया है तथा सक्रिय खेल जीवन से अपनी सेवानिवृत्ति के बाद भी खेलों के संवर्धन में योगदान देना जारी रखा है, खेलकूद में जीवनपर्यंत उपलब्धि के लिये वर्ष 2002 से ध्यानचंद पुरस्कार स्थापित किया गया है। पुरस्कार में एक प्रमाणपत्र, समारोह की पोशाक तथा 10.00 लाख रुपए नकद दिया जाता है।
- खिलाड़ियाँ तथा कोचों के अलावा अन्य व्यत्तियों द्वारा खेलों के विकास में दिए गए योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिये सरकार ने राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार के लिये शीर्षक से एक नए पुरस्कार वर्ष 2009 से गठित किए गए हैं जिनमें चार श्रेणिया है नामत: (1) उदीयमान/युवा प्रतिभाओं की पहचान और पोषण (2) कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के माध्यम से खेलों को प्रोत्साहन (3) खिलाड़ियों के लिये रोजगार और खेल कल्याणकारी उपाय (4) विकास के लिये खेल पुरस्कारों में प्रत्येक ऊपर उल्लिखित श्रेणियों में एक प्रशस्ति पत्र तथा एक ट्राफी प्रदान की जाती है। इसमें कोई नकद पुरस्कार नहीं है।
राज्य स्थापना दिवस अलंकरण परेड समारोह | झारखंड | 15 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
14 नवंबर, 2021 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड राज्य स्थापना दिवस अलंकरण परेड समारोह में शामिल हुए तथा आकर्षक परेड का निरीक्षण किया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने इस समारोह में उत्कृष्ट कार्य के लिये 57 पुलिस पदाधिकारियों और जवानों को मेडल देकर सम्मानित किया। इनमें एक पुलिस पदाधिकारी को विशिष्ट सेवा पदक, 27 पुलिस पदाधिकारियों/कर्मियों को मुख्यमंत्री वीरता पदक और 29 पुलिस पदाधिकारी/कर्मियों को सराहनीय सेवा पदक प्रदान किया गया।
- इस अवसर पर आयोजित परेड में झारखंड सशस्त्र पुलिस-1, झारखंड सशस्त्र पुलिस-2, वायरलेस की बटालियन, झारखंड सशस्त्र पुलिस-10 (महिला वाहिनी ), इंडियन रिज़र्व बटालियन-5, राँची ज़िला बल और झारखंड जगुआर की टीम शामिल हुईं। इसके अलावा झारखंड सशस्त्र पुलिस बटालियन-1, झारखंड सशस्त्र पुलिस बटालियन-10 और झारखंड पुलिस अकादमी, हज़ारीबाग की बैंड टीम ने भी भाग लिया।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी राँची के डोरंडा स्थित जैप ग्राउंड का ऐतिहासिक महत्त्व है। यह कई बड़े और महत्त्वपूर्ण समारोह तथा कार्यक्रमों का गवाह रहा है। इस मैदान के सौंदर्यीकरण के साथ सारी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि उसका और बेहतर तरीके से इस्तेमाल हो सके। उन्होंने इस मौके पर जैप परिसर की सड़कों का कालीकरण करने की भी घोषणा की।
स्वच्छता प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ का लगातार तीसरे साल उत्कृष्ट प्रदर्शन | छत्तीसगढ़ | 15 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ राज्य को सूचित किया है कि इस वर्ष छत्तीसगढ़ ने पुन: स्वच्छता के क्षेत्र में अपना परचम लहराते हुए देश के स्वच्छतम राज्य के अपने दर्जे को बरकरार रखते हुए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। वर्ष 2019 एवं 2020 में भी छत्तीसगढ़ स्वच्छता के मामले में अग्रणी राज्य था।
प्रमुख बिंदु
- आज़ादी की 75वीं वर्षगाँठ पर 20 नवंबर, 2021 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित स्वच्छ अमृत महोत्सव में राष्ट्रपति रामनाथ कोविद द्वारा छत्तीसगढ़ को भारत के स्वच्छतम राज्यों की श्रेणी में पुरस्कृत किया जाएगा।
- भारत सरकार द्वारा आयोजित विश्व की सबसे बड़ी स्वच्छता प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ ने इस बार भी बाजी मारी है। छत्तीसगढ़ को न सिर्फ राज्य के रूप में बल्कि यहाँ के 61 शहरों को भी इनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये पुरस्कृत किया जाएगा। छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य होगा, जिसके सबसे ज्यादा निकाय पुरस्कृत किए जाएंगे।
- छत्तीसगढ़ देश का ऐसा एकमात्र प्रदेश है, जहाँ पर नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी के सिद्धांतों के अनुरूप 9000 से अधिक स्वच्छता दीदियों द्वारा घर-घर से 1600 टन गीला एवं सूखा कचरा एकत्रीकरण करते हुए वैज्ञानिक रीति से कचरे का निपटान किया जाता है।
- इसके अतिरिक्त, भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ को देश का प्रथम ओडीएफ प्लस राज्य निरूपित किया गया है।
- भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा हर साल देश के समस्त शहरों एवं राज्यों के मध्य स्वच्छ सर्वेक्षण का आयोजन किया जाता है। इसमें विभिन्न मापदंडों के अंतर्गत शहरी स्वच्छता का आकलन किया जाता है।
- मुख्य रूप से घर-घर से कचरा एकत्रीकरण, कचरे का वैज्ञानिक रीति से निपटान, खुले में शौच मुक्त शहर, कचरा मुक्त शहर आदि का थर्ड पार्टी के माध्यम से आकलन करते हुए नागरिकों के फीडबैक को भी इसमें शामिल किया जाता है। इसी आधार पर राज्यों एवं शहरों की रैंकिंग जारी कर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राज्यों तथा शहरों को पुरस्कृत किया जाता है।
स्वामी राम का 26वां महासमाधि दिवस | उत्तराखंड | 15 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
13 नवंबर, 2021 को हिमालयन इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट (HIHT) के संस्थापक स्वामी राम का 26 वां महासमाधि दिवस स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (SRHU) में मनाया गया। इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट मुख्य अतिथि थे।
प्रमुख बिंदु
- इस सभा को संबोधित करते हुए, भट्ट ने कहा कि स्वामी राम ने 1989 में प्रेम और सेवा के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित हिमालय संस्थान की स्थापना की थी। यह विश्वविद्यालय उन कुछ संस्थानों में से एक है जो एक ही छत के नीचे डॉक्टर, नर्स, इंजीनियर और प्रबंधन पेशेवर तैयार करता है।
- अपने संबोधन में विश्वविद्यालय के कुलपति विजय धस्माना ने ट्रस्ट की भविष्य की योजनाओं की जानकारी देते हुए एचआइएचटी के इतिहास पर बात की. उन्होंने कहा कि ट्रस्ट स्वामी राम के लक्ष्य के अनुरूप लोगों की सेवा के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
- इस अवसर पर SRHU के स्टाफ सदस्यों को उनके प्रदर्शन के लिये विभिन्न पुरस्कार भी प्रदान किये गए। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय द्वारा होम स्टे के संचालन में प्रशिक्षित युवाओं को भी प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
- धस्माना ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा पहले चरण में राज्य के सभी ज़िलों के 100 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। ट्रस्ट का लक्ष्य लगभग 1,000 युवाओं को प्रशिक्षण देना है। इस अवसर पर विनोबा सेवा आश्रम को स्वामी राम मानव पुरस्कार प्रदान किया गया। 2003 से, HIHT अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, विज्ञान, सामाजिक और आध्यात्मिक क्षेत्रों में सराहनीय कार्य के लिये किसी संगठन या व्यक्ति को यह पुरस्कार प्रदान कर रहा है। विनोबा सेवा आश्रम उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर क्षेत्र में लगभग 40 वर्षों से समाज सेवा के लिये समर्पित है।