छत्तीसगढ़ Switch to English
जलजीवन सर्वेक्षण 2023 में उत्कृष्ट प्रदर्शन पर छत्तीसगढ़ के नारायणपुर ज़िले को केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय की ओर से मिला प्रशस्ति-पत्र
चर्चा में क्यों?
- 14 सितंबर, 2023 को केंद्रीय जलशक्ति, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने छत्तीसगढ़ के नारायणपुर ज़िले को आकांक्षी ज़िले के अंतर्गत जलजीवन सर्वेक्षण 2023 में उत्कृष्ट कार्य के लिये प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि बेहद कठिन बसाहटों वाले नारायणपुर ज़िले के गाँव-गाँव में हर ग्रामीण को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना चुनौतीपूर्ण कार्य था। इसे सफलतापूर्वक आगे बढ़ाने के लिये केंद्र सरकार ने आकांक्षी ज़िले के अंतर्गत नारायणपुर ज़िले को सम्मानित किया।
- केंद्र सरकार द्वारा जलजीवन सर्वेक्षण 1 अक्तूबर 2022 से 30 जून, 2023 तक कराया गया। इसमें आकांक्षी ज़िलों के अंतर्गत नारायणपुर ज़िले का कार्य उत्कृष्ट पाया गया।
- इस ज़िले के लिये जलजीवन मिशन ने 30 हज़ार 322 परिवारों तक शुद्ध पेयजल पहुँचाने का लक्ष्य रखा था। इसमें 18 हज़ार 72 घरों तक नल कनेक्शन पहुँचाया जा चुका है। 14 गाँव ऐसे हैं, जहाँ शत-प्रतिशत परिवारों को कनेक्शन दिया जा चुका है।
- वर्तमान स्थिति में राज्य द्वारा औसतन प्रतिदिन 7000 घरेलू कनेक्शन की उपलब्धि अर्जित की जा रही है तथा 60 प्रतिशत परिवारों को घरेलू कनेक्शन दिया जा चुका है। अब तक राज्य के कुल 422 ग्रामों को हर घर जल प्रमाणीकरण किया जा चुका है।
- उल्लेखनीय है कि नारायणपुर ज़िले में दो विकासखंड ओरछा और नारायणपुर हैं। विकासखंड ओरछा का अधिकांश क्षेत्र अबूझमाड़ के अंतर्गत आता है जो लगभग 4 हज़ार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ पहाड़ एवं घने जंगलों से घिरा हुआ है। अभी तक इन क्षेत्रों का सर्वे भी नहीं हो पाया है।
- ज्ञातव्य है कि राज्य में जलजीवन मिशन के अंतर्गत राज्य के कुल 43 हज़ार 974 शाला (86.78 प्रतिशत), 41 हज़ार 719 आंगनबाड़ी केंद्र (83.39 प्रतिशत) एवं 5246 स्वास्थ्य केंद्र (97.86 प्रतिशत) में रनिंग वाटर उपलब्ध कराया जा चुका है। राज्य के शत-प्रतिशत अर्थात् 2470 आश्रमशालाओं में रनिंग वाटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
- राज्य के 7 ज़िलों-धमतरी, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगाँव, मुंगेली, जांजगीर-चांपा एवं सक्ती ज़िले में 70 प्रतिशत से अधिक घरेलू कनेक्शन प्रदान करने का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है।
- नारायणपुर ज़िले में 6 ग्रामों में हर घर जल उत्सव मनाकर प्रमाणीकरण कराया गया है। नारायणपुर ज़िले में हर घर जल पूर्ण करने के प्रयासों के अंतर्गत विकासखंड ओरछा के अंदरूनी ग्राम उदिदगाँव, गुलुमकोड़ो, कोकोड़ी, कुंडला, खडकागाँव, गुरिया एवं पल्ली आदि गाँवों में कार्य पूर्णता पर है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से मिली मान्यता
चर्चा में क्यों?
- 13 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् के अध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान से मान्यता मिल गई है।
प्रमुख बिंदु
- छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् के अध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान ने छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् को सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड की अधिकृत सूची में शामिल कर लिया है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान के सक्षम प्राधिकारी द्वारा इसे मंज़ूरी दे दी गई है।
- राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलने से छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर पर सरकारी नौकरियों में भर्ती और संस्कृत के क्षेत्र में आगे पढ़ाई करने का अवसर मिल सकेगा।
- विदित है कि छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने संस्कृत शिक्षा और भाषा की प्रतिष्ठा के लिये छत्तीसगढ़ संस्कृत बोर्ड, सम्प्रति छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् का गठन 2003 में किया था।
Switch to English