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उत्तराखंड में एलएसडी वायरस का पहला केस
चर्चा में क्यों?
14 सितंबर, 2021 को भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान द्वारा दी गई रिपोर्ट में उत्तराखंड के काशीपुर ब्लॉक की चार गायें एलएसडी (लंपीस्किन डिजीज) वायरस से पॉजिटिव पाई गई हैं।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि इससे पहले एलएसडी बीमारी के मामले वर्ष 2012 में पश्चिम बंगाल एवं महाराष्ट्र में देखने को मिले थे।
- एलएसडी पशुओं की एक विषाणुजनित बीमारी है, जिसके संक्रमण से पशुओं के शरीर में जगह-जगह गाँठें बन जाती हैं। इसका वायरस पशुओं में मक्खी, मच्छर, पशु से पशु के संपर्क एवं पशु लार आदि से पैलता है।
- इस बीमारी में पशु मृत्यु दर कम होती है, किंतु पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता में गिरावट आ जाती है।
- पशुपालन विभाग के अनुसार, लंपीस्किन वायरस 1929 में पहली बार जिम्बावे के दुधारु पशुओं में पाया गया था।
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