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इंटरनेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
चर्चा में क्यों?
14 सितंबर, 2021 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस लैब तथा विभिन्न विशेषज्ञ सेवाओं एवं सुविधाओं आदि के लिये 49.71 करोड़ रुपए से अधिक की राशि के प्रस्तावों को स्वीकृति दी।
प्रमुख बिंदु
- राजस्थान में वेलनेस टूरिज़्म और आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिये जोधपुर स्थित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय में सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
- प्रस्ताव के अनुसार, आयुर्वेद विश्वविद्यालय में 43.81 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से ‘इंटरनेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन पंचकर्म’ स्थापित किया जाएगा।
- विश्वविद्यालय में एक ‘इंटरनेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन पंचकर्म’ और एक ‘ड्रग टेस्टिंग लैब’ की स्थापना के साथ-साथ रसायन शाला का विस्तार किया जाएगा।
- उल्लेखनीय है कि राज्य के बजट वर्ष 2021-22 में विश्वविद्यालय में इनकी स्थापना और सुविधाओं के विस्तार के लिये घोषणा की गई थी।
- वेलनेस पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिगत प्राकृतिक वातावरण में ठहरने के लिये इस सेंटर में 100 बेड की सुविधा उपलब्ध होगी। इस क्रम में 9 सुपर डीलक्स हट तथा 44 डीलक्स हट सहित कुल 53 हट्स और 47 कॉटेज के साथ-साथ पंचकर्म थैरेपी के लिये हट्स निर्मित की जाएंगी।
- वेलनेस सेंटर में एक कृत्रिम झील और प्रशासनिक भवन का निर्माण कराया जाएगा। इस सेंटर का संचालन पंचकर्म चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त विश्वस्तरीय कंपनियों और संस्थानों द्वारा पीपीपी मोड पर होगा। विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा इस सेंटर के लिये तकनीकी सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा।
- आयुर्वेद विश्वविद्यालय में ड्रग टेस्टिंग लैब के लिये लगभग 1 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण कार्य कराए जाएँगे तथा 60 लाख रुपए की लागत से आवश्यक फर्नीचर एवं फिक्सर स्थापित होंगे।
- विभिन्न उपकरणों की खरीद पर 3.50 करोड़ रुपए के व्यय के साथ लैब की कुल निर्माण लागत लगभग 5.10 करोड़ रुपए है। इस लैब के लिये सेवा प्रदाता एजेंसी के माध्यम से संविदा के आधार पर विभिन्न कार्मिकों की सेवाएँ ली जाएँगी।
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