मध्य प्रदेश Switch to English
हैजा का प्रकोप
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भिंड ज़िले के फूप कस्बे में सहसा हैजा संक्रमण से आमजनों में दहशत फैल गई, जिसके परिणामस्वरूप कथित तौर पर तीन लोगों की मौत हो गई और कम-से-कम 70 लोग दूषित पानी पीने से बीमार पड़ गए।
मुख्य बिंदु:
- हैजा, एक जल जनित बीमारी है जो मुख्य रूप से विब्रियो कोलेरा बैक्टीरिया स्ट्रेन O1 और O139 के कारण होती है, जो विश्व भर में एक बहुत बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती है।
- स्ट्रेन O1 प्रकोप का प्रमुख कारण है, O139 की घटनाएँ यदा-कदा होती हैं और अधिकतर एशिया तक ही सीमित हैं।
- यह आँत के संक्रमण के कारण होने वाली एक तीव्र दस्त रोग है।
- इसका संक्रमण प्रायः हल्का या बिना लक्षणों वाला होता है, लेकिन कभी-कभी गंभीर हो सकता है।
- लक्षणों में अत्यधिक दस्त, उल्टी/वमन, पैर में ऐंठन शामिल हैं।
- एक व्यक्ति हैजा के जीवाणु से दूषित जल पीने या भोजन खाने से हैजा से संक्रमित हो सकता है।
- यह बीमारी उन क्षेत्रों में तेज़ी से फैल सकती है जहाँ सीवेज और पेय जल का अपर्याप्त उपचार किया जाता है।
- वर्तमान में तीन WHO प्री-क्वालिफाइड ओरल हैजा वैक्सीन (OCV) हैं: डुकोरल, शांचोल और यूविकोल-प्लस। तीनों वैक्सीन को पूर्ण सुरक्षा के लिये दो खुराक की आवश्यकता होती है। वर्ष 2030 तक के लिये एक वैश्विक रोडमैप, जिसका लक्ष्य हैजा से होने वाली मौतों को 90% तक कम करना है, वर्ष 2017 में लॉन्च किया गया था।
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