झारखंड Switch to English
सिंहभूम में सबसे अधिक मतदान दर्ज
चर्चा में क्यों?
झारखंड में पहले चरण के मतदान में सिंहभूम में सबसे अधिक 63.14% मतदान हुआ।
मुख्य बिंदु:
- सिंहभूम के बाद 62.82% के साथ खूँटी, 62.60% के साथ लोहरदगा और 59.99% के साथ पलामू का स्थान रहा।
- रेंगदाहातु, मुरमुरा, तेनसारा और सियांबा में गहन माओवादी विरोधी अभियान तथा CRPF शिविरों की स्थापना के साथ-साथ मतदान केंद्र स्थापित किये गए थे।
- माओवाद विरोधी अभियानों की प्रभावशीलता स्पष्ट है क्योंकि कई गाँवों में दो दशकों में पहली बार स्थानीय मतदान केंद्र बने हैं, जिससे उच्च मतदान हुआ।
- स्थिति में सुधार के बावजूद पश्चिमी सिंहभूम देश के सबसे अधिक वामपंथी उग्रवाद प्रभावित ज़िलों में से एक बना हुआ है। यहाँ वर्ष 2023 में 46 माओवादी-संबंधी घटनाएँ भी दर्ज की गईं, जिनमें 22 मौतें हुईं।
- माओवाद माओ त्से तुंग द्वारा विकसित साम्यवाद का एक रूप है। यह सशस्त्र विद्रोह, जन लामबंदी और रणनीतिक गठबंधनों के संयोजन के माध्यम से राज्य की सत्ता पर कब्ज़ा करने का एक सिद्धांत है।
वामपंथी उग्रवाद (Left Wing Extremism- LWE)
- वामपंथी उग्रवाद, जिसे वामपंथी आतंकवाद या कट्टरपंथी वामपंथी आंदोलनों के रूप में भी जाना जाता है, उन राजनीतिक विचारधाराओं और समूहों को संदर्भित करता है जो क्रांतिकारी तरीकों के माध्यम से महत्त्वपूर्ण सामाजिक एवं राजनीतिक परिवर्तन का समर्थन करते हैं।
- LWE समूह अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिये सरकारी संस्थानों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों या निजी संपत्ति को निशाना बनाने जैसे कदम उठाते हैं।
- भारत में वामपंथी उग्रवादी आंदोलन की शुरुआत वर्ष 1967 के पश्चिम बंगाल में नक्सलबाड़ी (Naxalbari) के उदय के साथ हुई।
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