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बीकानेर में 1 नवीन संस्कृत विद्यालय और प्रदेश के 18 संस्कृत विद्यालय होंगे क्रमोन्नत
चर्चा में क्यों?
14 मई, 2023 राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीकानेर ज़िले में 1 नवीन संस्कृत विद्यालय खोलेने और राज्य के विभिन्न ज़िलों के 18 संस्कृत विद्यालयों के क्रमोन्नयन के प्रस्ताव का अनुमोदन किया है।
प्रमुख बिंदु
- इसमें विभिन्न ज़िलों के 5 संस्कृत प्राथमिक विद्यालयों को उच्च प्राथमिक विद्यालयों में, 8 संस्कृत उच्च प्राथमिक विद्यालयों तथा 5 प्रवेशिका (माध्यमिक) संस्कृत विद्यालयों को वरिष्ठ उपाध्याय में क्रमोन्नत किया जाएगा।
- विदित है कि राज्य सरकार संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये नए विद्यालय की स्थापना और विभिन्न विद्यालयों को क्रमोन्नत करने का प्रयास कर रही है।
- राज्य सरकार के इस निर्णय से संस्कृत शिक्षा के अधिक केंद्र खुलने के साथ ही विद्यार्थियों को नज़दीक ही पढ़ने के अवसर मिलेंगे।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री द्वारा इस संबंध में बजट-2023-24 में घोषणा की गई थी।
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जोधपुर शहर का 565वाँ स्थापना दिवस
चर्चा में क्यों?
12 मई, 2023 को राजस्थान के शौर्य, पराक्रम, अनुपम लोक संस्कृति और मनोहारी परंपराओं के साथ ही कई विलक्षण थातियों से भरे जोधपुर शहर का 565वाँ स्थापना दिवस विभिन्न मनोहारी एवं आकर्षक कार्यक्रमों के साथ मनाया गया।
प्रमुख बिंदु
- जोधपुर स्थापना दिवस की शुरुआत रन फॉर जोधपुर के साथ हुई। इस दौरान विभिन्न लोक कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से स्थापना दिवस दौड़ को सांस्कृतिक रस-रंगों से भर दिया।
- इस अवसर पर अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने के लिये 2 अंतरराष्ट्रीय, 5 राष्ट्रीय, 11 राज्य स्तरीय और 1 लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान से हस्तियों को सम्मनित किया गया।
- रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को राव सीहाजी सम्मान से नवाज़ा गया। वहीं मिस एनी विसेंट को महाराजा सरप्रताप सिंह सम्मान से नवाज़ा गया।
- समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये रावल किशन सिंह को एवं श्रीरानी भटियाणी मंदिर संस्थान जसोल को राव जोधा जी सम्मान दिया गया।
- इस अवसर पर विज्ञान व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये डॉक्टर रमेश रलिया को महाराजा हनुवंत सिंह सम्मान से सम्मानित किया गया, साथ ही सामान्य नागरिकों और रक्षा कर्मों के लिये असाधारण बहादुरी के क्षेत्र में मदन सिंह को मेजर दलपत सिंह सम्मान से नवाज़ा गया।
- पारंपरिक कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये अनूप शाह को कुँवर करणी सिंह जसोल सम्मान दिया गया।
- इसी कड़ी में राजस्थानी लोक संगीत और पारंपरिक कालबेलिया क्षेत्र में कालू नाथ कालबेलिया को पदमश्री कोमल कोठारी सम्मान ,लोक संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये मरणोपरांत स्वर्गीय लीलादेवी सोमानी को महाराजा विजय सिंह सम्मान, धरोहर संरक्षण के क्षेत्र में ओंकार सिंह लखावत महाराजा मानसिंह सम्मान दिया गया।
- वहीं प्राकृतिक विरासत संरक्षण के क्षेत्र में डॉक्टर सरवन सिंह राठौड़ को महाराजा उम्मेदसिंह सम्मान, महिला सशक्तीकरण में ऐश्वर्या भाटी को राजदादीसा बदन कँवर भटियाणी सम्मान, अजीम प्रेम जी फाउंडेशन को राजमाता कृष्ण कुमारी सम्मान ,रतन सिंह राजपुरोहित को गजसिंह द्वितीय सम्मान से नवाज़ा गया, राजस्थान के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी रवि विश्नोई को युवराज शिवराज सिंह सम्मान से सम्मानित किया गया।
- इसके अलावा पत्रकारिता के क्षेत्र में मारवाड़ मैगजीन को मुथा नैंसी सम्मान प्रदान किया गया।
- राजस्थानी भाषा साहित्य को बढ़ावा देने के लिये भँवरलाल सुथार को पदमश्री सीताराम लालस सम्मान, राजस्थानी भाषा काव्य साहित्य क्षेत्र में बीकानेर के हनुमंत सिंह कीकर को नारायण सिंह भाटी मालूंगा सम्मान तथा सुरेंद्र सिंह को मरणोपरांत राजाराम मेघवाल सम्मान से सम्मानित किया गया।
- आज़ादी से पहले कानून और न्याय क्षेत्र में योगदान के लिये वरिष्ठ अधिवत्ता लेखराज नेता को लाइफटाइम अचीवमेंट सम्मान दिया गया।
- उल्लेखनीय है कि राठौर वंश के प्रमुख राव जोधा ने वर्ष 1459 में जोधपुर की स्थापना की थी। इस शहर का नाम उनके नाम पर ही रखा गया है। इसे पहले मारवाड़ के नाम से जाना जाता था।
- जोधपुर में ज्यादातर घर नीले रंग से रंगे हुए है. इसलिये इस शहर को ‘ब्लू सिटी’या ‘सन सिटी’भी कहा जाता है।
- जोधपुर शहर के स्थापना दिवस को लेकर हर साल भव्य कार्यक्रम का आयोजन के साथ सम्मान समारोह व अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं। इन कार्यक्रमों में अलग-अलग क्षेत्रों में विशेष व उल्लेखनीय काम करने वालों को सम्मानित किया जाता है। इस कार्यक्रम का आयोजन जोधपुर के महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थानों में से एक मेहरानगढ़ दुर्ग में किया जाता है।
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