लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

स्टेट पी.सी.एस.

  • 14 Dec 2021
  • 0 min read
  • Switch Date:  
उत्तर प्रदेश Switch to English

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर

चर्चा में क्यों?

  • 13 दिसंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के जनपद वाराणसी में शिलापट्ट का अनावरण कर नव्य एवं भव्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का लोकार्पण किया। यह कॉरिडोर वाराणसी के प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर को सीधा गंगा घाट से जोड़ता है।

प्रमुख बिंदु

  • प्रधानमंत्री ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के निर्माण में योगदान करने वाले श्रमसाधकों पर पुष्पवर्षा कर उन्हें सम्मानित किया तथा कार्यक्रम के उपरांत प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के साथ भोजन भी किया।
  • इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का नया परिसर एक भव्य भवन मात्र नहीं है। यह भारत की सनातन संस्कृति, आध्यात्मिक आत्मा, प्राचीनता, परंपराओं, भारत की ऊर्जा और गतिशीलता का प्रतीक है।
  • यह मंदिर कॉरिडोर पहले केवल 3 हज़ार वर्गफीट में था, जो अब लगभग 5 लाख वर्गफीट का हो गया है। अब यहाँ मंदिर परिसर में 50 से 70 हज़ार श्रद्धालु आ सकेंगे।
  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 1777-1780 में इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने बाबा विश्वनाथ की पुनर्स्थापना में महती योगदान दिया था। महाराजा रणजीत सिंह ने मंदिर को स्वर्णमंडित कराया था। ग्वालियर की रानी ने भी मंदिर में अपना योगदान किया था।
  • गौरतलब है कि पिछले करीब एक हज़ार साल में कई बार काशी विश्वनाथ मंदिर को नष्ट करने की कोशिश की गई। इस मंदिर को पहली बार कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1194ई. में ध्वस्त किया। इस मंदिर पर दूसरा हमला जौनपुर के सुल्तान महमूद शाह ने 1447ई. में किया। 1642ई. में शाहजहाँ ने इस मंदिर को ध्वस्त करने का आदेश पारित किया।

बिहार Switch to English

50 प्लस टू स्कूलों में साइंस लैब तैयार करेगा आईआईटी

चर्चा में क्यों?

  • हाल ही में बिहार माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य के चयनित 50 प्लस-टू स्कूलों में आईआईटी द्वारा विज्ञान की पढ़ाई में मदद दी जाएगी।

प्रमुख बिंदु

  • बिहार के चयनित स्कूलों में भौतिकी एवं रसायन विज्ञान की प्रयोगशालाओं को उपकरणों के साथ ही प्रायोगिक सामग्रियाँ भी उपलब्ध कराई जाएँगी। इनके शिक्षकों को प्रायोगिक कक्षाओं के बेहतर संचालन के लिये आईआईटी द्वारा ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
  • माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के मुताबिक पायलट प्रोजेक्ट के तहत आईआईटी ने पटना ज़िले के सात प्लस-टू स्कूलों में साइंस लैब स्थापित करने और शिक्षकों को तकनीकी दक्षता संबंधी प्रशिक्षण कार्य आरंभ कर दिया है तथा अन्य ज़िलों में मार्च तक यह कार्य पूरा होगा।
  • इनमें बांकीपुर राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (पटना हाईस्कूल), देवीपद चौधरी स्मारक (मिलर) उच्च माध्यमिक विद्यालय, टी.के. घोष एकेडमी, सर गणेशदत्त उच्च माध्यमिक विद्यालय, श्रीगणेश उच्च माध्यमिक विद्यालय (बख्तियारपुर) एवं आरएसएम रेलवे एडेड उच्च विद्यालय (मोकामा घाट) शामिल हैं।
  • 11वीं एवं 12वीं कक्षा के भौतिकी तथा रसायन विज्ञान के प्रायोगिक पाठ्यक्रम, उसके आधार पर प्रयोगशालाओं में उपकरणों एवं प्रायोगिक सामग्रियों की आवश्यकता पर आईआईटी पटना के विशेषज्ञों की टीम कार्य कर रही है।

राजस्थान Switch to English

ई-वर्क एवं ई-मैप मोबाईल ऐप

चर्चा में क्यों?

  • 13 दिसंबर, 2021 को राजस्थान के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग मंत्री रमेश चंद मीणा ने इंदिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में एन.आई.सी. एवं जर्मन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन तथा बी.एम.ज़ेड. के सहयोग से निर्मित ई-वर्क एवं ई-मैप मोबाईल ऐप का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की प्रमुख शासन सचिव अपर्णा अरोड़ा ने कहा कि ई-वर्क एवं ई-मैप मोबाईल ऐप के माध्यम से ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग की सभी राज्यस्तरीय योजनाओं की मॉनिटरिंग एक ही पोर्टल पर हो सकेगी।
  • उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज के अंतर्गत प्रदेश के 33 ज़िले, 352 पंचायत समिति, 11 हज़ार 326 ग्राम पंचायतें एवं 46 हज़ार 118 गाँवों में 25 से अधिक योजनाएँ संचालित हैं। इन योजनाओं पर 20 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक बजट का प्रावधान है।
  • राज्यस्तरीय योजनाओं के माध्यम से प्रदेश में 10 लाख से अधिक कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐप की सहायता से राज्यस्तरीय योजनाओं में गुणवत्ता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकेगी।
  • ग्रामीण विकास की कार्य योजना बनाने से उसके पूर्ण होने के उपरांत एसेट रजिस्टर संधारण तक के समस्त कार्यों का एकल प्लेटफॉर्म द्वारा संपादन किया जा सकेगा। ई-वर्क एवं ई-मोबाइल ऐप का उपयोग ग्राम विकास अधिकारी से लेकर शासन स्तर तक के समस्त अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
  • विभाग द्वारा आमजन को सूचित करने के लिये सूचनाओं को पब्लिक डॉमेन में रखे जाने का प्रावधान किया जा रहा है। ई-वर्क एवं ई-मैप ऐप को जन सूचना पोर्टल से इंटीग्रेशन किया जाएगा।
  • इस ऐप एवं पोर्टल का विकास दो चरणों में किया जाएगा। प्रथम चरण का रोल-आउट किया जा चुका है एवं द्वितीय चरण को अप्रैल 2022 तक लागू किया जाएगा।
  • उल्लेखनीय है कि विभाग द्वारा विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम, मुख्यमंत्री आदर्श ग्राम पंचायत योजना, महात्मा गांधी जनभागीदारी विकास योजना, स्व-विवेक ज़िला विकास योजना, डांग क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम, मगरा क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम, मेवात क्षेत्रीय विकास योजना, महात्मा गांधी आदर्श ग्राम योजना, मुख्यमंत्री ज़िला नवाचार निधि योजना, श्री योजना एवं स्मार्ट विलेज सहित 11 राज्यस्तरीय योजनाएँ संचालित हैं।

राजस्थान Switch to English

पाँच दिवसीय राष्ट्रीय नाट्यशास्त्र कार्यशाला प्रारंभ

चर्चा में क्यों?

  • 13 दिसंबर, 2021 को राज्य के कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने राजस्थान संस्कृत अकादमी, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, कला एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जोधपुर में आयोजित पाँच दिवसीय राष्ट्रीय नाट्यशास्त्र कार्यशाला का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर राजस्थान संस्कृत अकादमी द्वारा नाट्यशास्त्र कार्यशाला पर प्रकाशित विशेषांक ‘संस्कृत सेतु’का लोकार्पण किया गया।
  • ऑनलाइन एवं ऑफलाइन मोड पर आयोजित हो रही इस राष्ट्रीय नाट्यशास्त्र कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में अध्यक्षता कर रहे विश्वविख्यात संस्कृत एवं नाट्य मनीषी प्रोफेसर राधावल्लभ त्रिपाठी ने कहा कि नाट्यशास्त्र पर केंद्रित पाँच दिन की कार्यशाला प्रदेश में अपने ढंग का पहला आयोजन है।
  • उन्होंने कहा कि नाट्यशास्त्र भारत की अनमोल विरासत है। ढाई हज़ार साल पहले संस्कृत में रचा गया यह ग्रंथ भारतीय कलाओं का विश्वकोश है तथा साहित्यशास्त्र, सौन्दर्यशास्त्र और नाट्यचिंतन का भी मूलाधार है।
  • इस कार्यशाला के माध्यम से युवा रंगकर्मी भरतमुनि कृत नाट्यशास्त्र का प्रामाणिक परिचय प्राप्त करके अपने प्रयोगों को अपने देश की कलापरंपरा में डाल सकेंगे। भारत के राष्ट्रीय रंगमंच की खोज में भी यह कार्यशाला एक पड़ाव बनेगी।
  • कला एवं संस्कृति विभाग की प्रमुख शासन सचिव, गायत्री राठौड़ ने कहा कि यह राष्ट्रीय कार्यशाला नाट्य प्रेमियों, रंग कर्मियों, शोधार्थियों में एक नए उत्साह का संचार करेगी और कालांतर में यह एक मील का पत्थर साबित होगी।
  • प्रख्यात फिल्म अभिनेता और रंगकर्मी रघुवीर यादव ने कहा कि यह कार्यशाला नाट्यशास्त्र की बारीकियों को समझने का एक बड़ा अवसर है। नाट्यशास्त्र में निहित रस, भाव और भनिति भंगिमाओं के प्रयोग नाट्यकारों को पूर्ण तथा परिष्कृत बनाते हैं। नाट्यशास्त्र अभिनय का अनुशासन है।

हरियाणा Switch to English

मिस यूनिवर्स -2021

चर्चा में क्यों?

  • 13 दिसंबर, 2021 को इज़रायइल में आयोजित समारोह में 70वीं मिस यूनिवर्स का खिताब चंडीगढ़ की हरनाज संधू ने जीता।

प्रमुख बिंदु

  • मिस यूनिवर्स का यह खिताब भारत को 21 साल बाद मिला है। इससे पहले यह खिताब भारत को वर्ष 1994 में एक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने तथा वर्ष 2000 में एक्ट्रेस लारा दत्ता ने दिलाया था।
  • 21 वर्ष की हरनाज ने 75 देशों की खूबसूरत और प्रतिभाशाली महिलाओं को पछाड़कर यह खिताब हासिल किया है।
  • भारत के अलावा टॉप 3 में पराग्वे और दक्षिण अफ्रीका की महिलाएँ शामिल थीं।
  • उल्लेखनीय है कि हरनाज संधू पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स सेक्टर-42 की छात्रा हैं। वह अभी पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन विषय में मास्टर की डिग्री पूरी कर रही हैं। हालाँकि वह जज बनना चाहती थीं।
  • हरनाज को अक्टूबर में मिस यूनिवर्स इंडिया 2021 का ताज पहनाया गया था। उन्होंने वर्ष 2017 में मिस चंडीगढ़ का तथा मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार इंडिया का खिताब भी जीता था।
  • हरनाज संधू ने 2019 में मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था तथा ब्यूटी पीजेंट के टॉप 12 में अपनी जगह बनाने में कामयाब हुई थीं।

हरियाणा Switch to English

लीड्स रिपोर्ट: हरियाणा ने हासिल किया दूसरा स्थान

चर्चा में क्यों?

  • हाल ही में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी लॉजिस्टिक्स ईज़ अक्रॉस डिफरेंट स्टेट्स (LEADS) रिपोर्ट में एक बड़ी छलांग लगाते हुए हरियाणा ने LEADS 2021 इंडेक्स में दूसरा स्थान हासिल किया है।

प्रमुख बिंदु

  • सक्रिय नीतियों, अच्छी तरह से विकसित बुनियादी ढाँचे और एक उत्तरदायी सरकार द्वारा संचालित सेवाओं ने हरियाणा को वर्ष 2019 इंडेक्स में अपने छठे स्थान की तुलना में चार स्थानों की वृद्धि प्राप्त करके लीड्स 2021 इंडेक्स में शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में से एक तथा ‘आत्मनिर्भर भारत’के निर्माण और भारत को पाँच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में योगदान दिया है।
  • हरियाणा द्वारा तैयार की गई रसद, भंडारण और खुदरा नीति-2019 राज्य के भीतर रसद पारिस्थितिकी तंत्र में सुधार के लिये उठाए गए सबसे महत्त्वपूर्ण कदमों में से एक है।
  • राज्य ने कई संकेतकों के लिये उच्चतम स्कोर हासिल किया है, जिनमें वेयरहाउसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की गुणवत्ता, परिवहन के दौरान कार्गो डिलीवरी की समयबद्धता, परिचालन और नियामक वातावरण तथा नियामक सेवाओं की दक्षता शामिल हैं।
  • इसके साथ ही, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि देश में निजी माल ढुलाई टर्मिनलों की अधिकतम संख्या हरियाणा में है और अंतर्देशीय कंटेनर डिपो (आईसीडी) के मामले में हरियाणा नौवें स्थान पर है।
  • राज्य वेयरहाउसिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर लॉजिस्टिक्स पार्कों और एकीकृत/मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्कों की स्थापना के लिये 5 प्रतिशत से 25 प्रतिशत तक की पूंजी और ब्याज सब्सिडी प्रदान करता है।
  • हरियाणा लॉजिस्टिक्स में कुशल जनशक्ति को सक्षम करने के लिये लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग इकाइयों को श्रमिकों की प्रशिक्षण लागत का 50 प्रतिशत प्रतिपूर्ति भी करता है।
  • राज्य में लॉजिस्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थापना के लिये सिंगल डेस्क क्लीयरेंस मैकेनिज्म, सेल्फ सर्टिफिकेशन और भूमि अधिग्रहण में सहायता के माध्यम से नियामक व्यवस्था को भी सरल बनाया गया है।

झारखंड Switch to English

नान कम्युनिकेबल डिजीज स्क्रीनिंग (एनसीडी स्क्रीनिंग)

चर्चा में क्यों?

  • 13 दिसंबर, 2021 को आज़ादी के अमृत महोत्सव कैंपेन तथा दिल्ली में आयोजित यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज दिवस पर नान कम्युनिकेबल डिजीज स्क्रीनिंग (एनसीडी स्क्रीनिंग) केटेगरी में झारखंड को देश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है।

प्रमुख बिंदु

  • एनसीडी स्क्रीनिंग केटेगरी में तीसरे स्थान का यह पुरस्कार केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. भारती पवार के द्वारा प्रदान किया गया, जिसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखंड के अभियान निदेशक रमेश घोलप और स्टेट नोडल ऑफीसर एनसीडी डॉ. ललित रंजन पाठक ने अपनी टीम के साथ ग्रहण किया।
  • इस समारोह में गुमला ज़िले के गम्हरिया स्थित आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कार्यरत टीम में शामिल सीएचओ अल्का खलखो, एएनएम बरेन मिंज और सहिया सालो देवी को उत्कृष्ट सेवा का पुरस्कार प्रदान किया गया।
  • स्टेट नोडल ऑफीसर डॉ. एलआर पाठक ने बताया कि झारखंड में अब तक कुल 1633 आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर संचालित हैं। राज्य के 1633 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान कुल 2,33,189 वयस्क व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की गई। यह भारत सरकार द्वार निर्धारित लक्ष्य 1,61,900 से 71,289 अधिक है।
  • इस दौरान सभी आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर स्वास्थ्य संबंधी कुल 15,684 गतिविधियाँ की गई, जिनमें राज्य के कुल 4,45,853 लोगों ने भाग लिया।
  • प्रति सेंटर 100 गैर-संचारी रोगों (नान कम्युनिकेबल डिजीज) की जांच और इलाज, प्रति सेंटर 10 वेलनेस एक्टिविटी (योगा सेशन, मॉर्निंग वॉक आदि) प्रमुख गतिविधियाँ तय की गई थीं।
  • आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सभी स्वास्थ्य दिवस पर विशेष जाँच, योग एवं अन्य स्वास्थ्य सबंधी गतिविधियाँ कराई जा रही हैं।

छत्तीसगढ़ Switch to English

डिजिटल हेल्थ आईडी

चर्चा में क्यों?

  • 13 दिसंबर, 2021 को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने नई दिल्ली में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे पर आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से सर्वाधिक डिजिटल हेल्थ आईडी बनाने के लिये राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्रदान किया।

प्रमुख बिंदु

  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रभारी राज्य कार्यक्रम प्रबंधक आनंद साहू ने नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ की ओर से यह पुरस्कार ग्रहण किया।
  • उल्लेखनीय है कि आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत देश भर में 16 नवंबर से 12 दिसंबर, 2021 तक यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे 2021 के दौरान छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक 53 हज़ार 067 डिजिटल हेल्थ आईडी बनाए गए। वहीं मध्य प्रदेश में 43 हज़ार 953 और ओडिशा में 17 हज़ार 342 डिजिटल हेल्थ आई.डी. बनाए गए हैं।
  • देश भर में इस दौरान बनाए गए कुल एक लाख 52 हज़ार 942 आईडी में अकेले छत्तीसगढ़ की भागीदारी 35 प्रतिशत है। ये सभी आईडी राज्य के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में बनाए गए हैं।
  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने बताया कि 16 नवंबर से 12 दिसंबर तक राष्ट्रव्यापी अभियान के दौरान राज्य के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में सामान्य स्क्रीनिंग के साथ-साथ कैंसर जैसी बीमारियों की भी स्क्रीनिंग की गई।
  • इस दौरान वहाँ विशेष अभियान के तहत डिजिटल हेल्थ आईडी भी बनाए गए। इस आईडी में मरीज़ की बीमारी और इलाज से संबंधित सभी तरह की जानकारियाँ दर्ज रहेंगी। इससे मरीज़ की मेडिकल हिस्ट्री का तुरंत पता लगाया जा सकता है।
  • 16 नवंबर से 12 दिसंबर की अवधि में राज्य के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में विभिन्न बीमारियों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें 5 लाख 2 हज़ार 535 लोगों की हाइपरटेंशन, 4 लाख 87 हज़ार 640 लोगों की डायबिटीज, 3 लाख 65 हज़ार 991 लोगों की मुख कैंसर, 1 लाख 62 हज़ार 992 लोगों की स्तन कैंसर एवं 1 लाख 15 हज़ार 476 लोगों में सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग की गई।

उत्तराखंड Switch to English

लिक्विड मिरर टेलीस्कोप

चर्चा में क्यों?

  • हाल ही में आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशनल साइंसेज (AIRES) के वैज्ञानिक दीपांकर बनर्जी ने बताया कि जल्द ही उत्तराखंड में नैनीताल के पास देवस्थल में एशिया का सबसे बड़ा लिक्विड मिरर टेलीस्कोप, जिसे देवस्थली ऑप्टिकल टेलीस्कोप (DOT) के रूप में भी जाना जाता है, स्थापित किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • दीपांकर बनर्जी ने बताया कि टेलिस्कोप पहले स्थापित किया जा सकता था, लेकिन राज्य में कोविड-19 महामारी के कारण इसमें देरी हुई। उन्होंने कहा कि टेलीस्कोप का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और इसे जल्द ही स्थापित कर उद्घाटन किया जाएगा।
  • पारा के साथ लेपित एक तरल दर्पण दूरबीन सामान्य दूरबीन की तुलना में बहुत सस्ती है और यह केवल उन वस्तुओं को अंतरिक्ष में देख सकती है, जो इसके दृश्य में आती हैं, क्योंकि इसे अलग-अलग दिशाओं में स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है।
  • इसका उपयोग सितारों, अंतरिक्ष मलबे और उपग्रहों जैसे खगोलीय पिंडों का अध्ययन करने के लिये किया जाएगा, जो इसके फोकस से होकर गुज़रेंगे।
  • वर्तमान में, एशिया में इस तरह के सबसे बड़े टेलीस्कोप का व्यास 3.6 मीटर है, जबकि यह टेलीस्कोप चार मीटर व्यास का होगा, जिससे यह स्थापना के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा टेलीस्कोप बन जाएगा।
  • गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके बेल्जियम समकक्ष चार्ल्स मिशेल ने मार्च, 2016 में इस दूरबीन को लॉन्च किया था। इसे कनाडा और बेल्जियम के संयुक्त सहयोग से 10 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2