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अब ज़िलास्तर पर खुलेंगे चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 डेस्क
चर्चा में क्यों?
13 नवंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब ज़िलास्तर पर जल्द ही चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 डेस्क खुलेंगे। इसकी प्रक्रिया महिला एवं बाल विकास विभाग ने शुरू कर दी है।
प्रमुख बिंदु
- प्रदेशभर में चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के लिये कोई अलग से ज़िलास्तर पर हेल्प डेस्क नहीं है। चाइल्ड हेल्पलाइन पर मदद के लिये आने वाली शिकायतें पंचकूला मुख्यालय के नोडल हेल्प डेस्क पर जाती हैं, जिन्हें वहां से ही संबंधित ज़िलों के बाल संरक्षण अधिकारी के समक्ष कार्रवाई के लिये भेजा जाता है।
- इस प्रक्रिया में न केवल कई बार देरी हो जाती है, बल्कि बाल संरक्षण अधिकारी के पास पर्याप्त स्टाफ नहीं होने की वजह से ज्यादातर शिकायतों पर समय रहते कदम उठाना भी संभव नहीं हो पाता है। इसी के चलते अब महिला एवं बाल विकास विभाग ने ज़िला मुख्यालयों पर जल्द ही अलग से चाइल्ड लाइन हेल्प डेस्क बनाने का निर्णय लिया है।
- पहले चाइल्ड हेल्पलाइन का संचालन एनजीओ के माध्यम से किया जाता था, मगर अब विभाग ने खुद इसे अपने हाथों में लिया है। अब महिला एवं बाल विकास विभाग खुद ही ज़िला मुख्यालयों पर चाइल्ड हेल्पलाइनों का संचालन करेगा। ज़िलास्तर पर चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 डेस्क खुलने से बच्चों से जुड़ी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई संभव होगी।
- चाइल्ड हेल्पलाइन डेस्क पर पंचकूला मुख्यालय के बजाय ज़िला मुख्यालय पर ही बच्चों की मदद की कॉल जाएंगी। जिन पर तत्परता से अधिकारी संज्ञान ले सकेंगे और बच्चों के राहत एवं बचाव के साथ उन्हें उस मुसीबत से निकालने के लिये तत्परता से प्रभावी कदम उठा सकेंगे।
- ज़िलास्तर पर चाइल्ड हेल्पलाइन में नए स्टाफ की अलग से नियुक्ति भी की जाएगी। इसमें चाइल्ड हेल्पलाइन की कमान ज़िला कोऑर्डिनेटर के हाथों में होगी। वहीं इसमें काउंसलर सहित दस पदों पर कर्मचारियों की नियुक्ति भी की जाएगी।
- बाल अपराध से जुड़े मामलों की तहकीकात और बाल यौन शोषण मामलों के लिये प्रत्येक पुलिस थाना में चाइल्ड वेलफेयर पुलिस अधिकारी की भी नियुक्ति की गई है। सीडब्ल्यूपीओ बाल अपराध से जुड़े मामलों में बाल संरक्षण अधिकारी के साथ मिलकर भी काम करते हैं।
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जूनियर महिला हॉकी विश्वकप: सोनीपत की तीन महिला खिलाड़ियों का भारतीय टीम में हुआ चयन
चर्चा में क्यों?
हाल ही में चिली की राजधानी सैंटियागो में 29 नवंबर से 10 दिसंबर तक होने वाली एफआईएच विश्व जूनियर महिला हॉकी कप के लिये टीम इंडिया द्वारा घोषित भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम में सोनीपत की तीन महिला खिलाड़ियों प्रीति, साक्षी राणा और मंजू चौरसिया का चयन किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- विदित हो कि जापान के काकामिगाहारा में 2 से 11 जून तक आयोजित जूनियर महिला हॉकी एशिया कप में भारतीय टीम का नेतृत्व करते हुए प्रीति ने देश की झोली में एशिया कप का खिताब डाला था।
- एशिया कप जीतने के साथ ही भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने जूनियर महिला हॉकी विश्वकप के लिये क्वालिफाई कर लिया था।
- सोनीपत के भगत सिंह कॉलोनी निवासी प्रीति का सफर संघर्ष भरा रहा है। प्रीति 10 साल की उम्र में ही पड़ोस की लड़कियों के साथ ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया स्थित हॉकी मैदान में खेलने जाती थीं।
- ब्रह्म नगर निवासी मंजू चौरसिया ने साल 2010 में हॉकी पर बनी फिल्म चक दे इंडिया देखी। जिसके बाद उन्होंने हॉकी में कुछ कर दिखाने को स्टिक थामी। उनका सपना हॉकी में देश को विश्व कप दिलाना है। अभी वह रेलवे में कार्यरत है।
- उल्लेखनीय है कि जूनियर महिला हॉकी विश्व कप में टीम इंडिया को पूल सी में जर्मनी, बेल्जियम और कनाडा के साथ रखा गया है। भारतीय टीम का पहला मैच 29 नवंबर को कनाडा के साथ है। इसके बाद भारतीय टीम पहले पूल सी के मुकाबलों में 30 नवंबर व 2 दिसंबर को यूरोपीय टीमों जर्मनी और बेल्जियम से भिड़ेंगी।
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